REET; किसी का आखिरी सपना, किसी की शादी अटकी:स्टूडेंट बोले- 16-18 घंटे कर रहे तैयारी, बस इस बार पेपर लीक न हो

राजस्थान में REET की परीक्षा का काउंट डाउन शुरू हो गया है। इस बार 15 लाख से ज्यादा उम्मीदवार भर्ती परीक्षा में शामिल होंगे। इनमें से कुछ स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जो पिछले कई सालों से टीचर बनने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, कुछ स्टूडेंट्स अपने मां बाप का सपना पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। ऐसे में दैनिक भास्कर की टीम जयपुर में मानसरोवर पहुंची, जहां किराए पर कमरा लेकर 16 से 18 घंटे तक स्टूडेंट्स तैयारी में जुटे हैं।

राजसमंद, भरतपुर और करौली के रहने वाले 3 युवा किराए के कमरे में करीब 3 साल से दिन-रात रीट की तैयारियों में जुटे हुए हैं। भीषण गर्मी और उमस में पंखे के नीचे ये स्टडी करते हैं। खाना बनाने से लेकर साफ-सफाई और कपड़े धोने का काम खुद ही करते हैं। ताकि कम से कम खर्च में अपना सपना पूरा कर सकें और घरवालों पर भी ज्यादा बोझ न आए।

पापा की मदद के लिए बनना है टीचर
करौली के रहने वाले लोकेश खटाना ने बताया कि पिछले 3 सालों से जयपुर में रहकर रीट की तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले 2021 में उनका रीट लेवल टू का पेपर का काफी अच्छा हुआ था। मार्क्स भी सिलेक्शन लेवल पर थे, लेकिन आखिरी वक्त में पेपर रद्द हो गया। यह किसी झटके से कम नहीं था। मैं बहुत हताश था। हार नहीं मानी और एक बार फिर से रीट की तैयारी जुट गया। जयपुर में रहकर तैयारी करने में हर महीने 10 से 12 हजार रुपए खर्च हो रहे हैं।

मेरे पापा किसान हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा मजबूत नहीं है। लेकिन फिर भी खर्चा उठाने के साथ मुझे मोटिवेट भी करते हैं। उन्हें भी लगता है कि मेरी नौकरी लगने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकूंगा। इसलिए में भी दिन-रात मेहनत के साथ तैयारियों में जुटा हुआ हूं। ताकि सिलेक्ट होकर अपने पापा की मदद कर सकूं। बस दुआ करें कि पेपर लीक न हो।

टीचर बनने पर होगी शादी
ऐसे ही भरतपुर के निरंजन ने बताया कि वह पिछले 3 साल से रीट की तैयारी कर रहे हैं। पिछली बार सिलेक्शन नहीं हुआ था। इसलिए घर परिवार से दूर जयपुर में रहकर ही तैयारी में जुटा हूं। निरंजन ने बताया कि हमारे गांव और समाज में टीचर की नौकरी की काफी रिस्पेक्ट है। शादी में भी लड़का टीचर हो तो रिश्ता जल्दी होता है।

जो टीचर हो या उनकी अच्छी सरकारी नौकरी हो उनकी शादियां नहीं अटकती। लेकिन मेरी अब तक नौकरी नहीं लग पाई है। यही कारण है कि मेरी शादी भी नहीं हुई है। इसलिए अब मेरे घरवाले भी चाहते हैं कि जल्द से जल्द मेरा रीट में सिलेक्शन हो। ताकि मेरे टीचर बनने के बाद वे मेरी शादी करा सकें।

लोगों के तानों का टीचर बन कर दूंगा जवाब
राजसमंद के रहने वाले प्रकाश गिरी ने बताया कि मेरे पापा भी टीचर बनना चाहते थे। लेकिन हमारे परिवार की स्थिति इतनी मजबूत नहीं थी कि पापा पढ़ सकें। इसलिए उन्होंने घर का खर्चा चलाने के लिए नौकरी शुरू कर दी। अब मैं अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए रीट की तैयारी कर रहा हूं। प्रकाश ने बताया कि मैं राजसमंद के छोटे से गांव का रहने वाला हूं।

जहां ज्यादा लोग बाहर पढ़ने नहीं जाते। प्राइवेट नौकरी होने के बावजूद मेरे पापा ने मुझे जयपुर पढ़ने भेजा है। लोग उन्हें ताने देते हैं। कहते हैं कि मैं बिगड़ जाऊंगा, नौकरी नहीं करूंगा और बड़े शहर में जाकर आवारागर्दी करूंगा। मैं लगातार दिन-रात तैयारी कर रहा हूं। ताकि टीचर बन अपने पिता का अधूरा सपना पूरा कर सकूं।