मास्टरकार्ड होगा BCCI का नया टाइटल स्पॉन्सर:भारत में होने वाली सभी घरेलू और इंटरनेशनल सीरीज के लिए पेटीएम की जगह लेगा मास्टरकार्ड

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सितंबर में होने वाली घरेलू सीरीज से टीम इंडिया की टाइटल स्पॉन्सर पेटीएम की जगह मास्टर कार्ड होगा। दरअसल पेटीएम ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से अपने अधिकार मास्टरकार्ड को देने का अनुरोध किया था। पेटीएम के इस अनुरोध को BCCI ने स्वीकार कर लिया है।

2019 में BCCI ने पेटीएम का टाइटल स्पॉन्सर चार साल के लिए बढ़ाया था
2019 में BCCI ने पेटीएम के भारत में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के मैचों के टाइटल स्पॉन्सर को चार साल के लिए बढ़ाया था। पेटीएम को साल 2019 से 2023 तक टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए 326.80 करोड़ रुपये देने थे। प्रति मैच यह डील 3.80 करोड़ रुपये की थी। इससे पहले यह राशि 2.4 करोड़ रुपये प्रति मैच थी।

ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका सीरीज में मास्टर कार्ड होगा स्पॉन्सर
इस साल सितंबर में पहले ऑस्ट्रेलिया और उसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज में मास्टर कार्ड टाइटल स्पॉन्सर होगा। अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम सितंबर में भारत का दौरा करेगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत में तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलेगी। सीरीज का पहला मैच 20 सितंबर को मोहाली में, दूसरा मैच 23 सितंबर को नागपुर और आखिरी मैच 25 सितंबर को हैदराबाद में खेला जाएगा।

वहीं ऑस्ट्रेलिया के बाद साउथ अफ्रीकी टीम भारत का दौरा करेगी। साउथ अफ्रीका यहां पर तीन टी-20 और 3 वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी। पहला टी-20 मैच 28 सितंबर को त्रिवेंद्रम, दूसरा टी-20 1 अक्टूबर को गुवाहटी और तीसरा टी-20 मैच 3 अक्टूबर को इंदौर में खेला जाएगा। वहीं पहला वनडे मैच 6 अक्टूबर को रांची, दूसरा मैच 9 अक्टूबर को लखनऊ और तीसरा वनडे मैच 11 अक्टूबर को दिल्ली में खेला जाएगा।

बायजूस पर है 86.21 करोड़ बकाया
वहीं दूसरी तरफ टीम इंडिया की जर्सी के प्रायोजक बायजूस पर BCCI का 86.21 करोड़ रुपये बकाया है। इस साल अप्रैल में ही एडटेक कंपनी बायजूस और BCCI ने अपनी साझेदारी भारत में होने वाले 2023 वनडे वर्ल्डकप के अंत तक बढ़ाने पर सहमति जताई थी जिसमें 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बायजूस के प्रवक्ता ने इस बारे में स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘हमने BCCI से करार बढ़ाया है, लेकिन इस पर अभी हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। अनुबंध पर हस्ताक्षर होते ही भुगतान करार की शर्तों के अनुसार कर दिया जाएगा। इसलिये हमारी ओर से कोई राशि बकाया नहीं है।’