एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन गौतम अडाणी एनर्जी सेक्टर में 70 अरब डॉलर यानी करीब 5.59 लाख करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। मंगलवार को उन्होंने एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में ये बात कही। उन्होंने कहा कि उनका ग्रुप ग्रीन हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
उनका ग्रुप भारत को ऑयल के नेट इंपोर्टर से ग्रीन हाइड्रोजन के एक्सपोर्टर में बदलने की दौड़ में सबसे आगे हैं। गौतम अडाणी ने कहा कि उन्होंने भारत में निवेश करने से कभी कमी नहीं की, क्योंकि हमारा मानना है कि ग्रुप की ग्रोथ देश की विकास कहानी के साथ जुड़ी हुई है। इस साल अडाणी ग्रुप का मार्केट कैप 200 बिलियन डॉलर (15.96 लाख करोड़) तक बढ़ गया है।
अडाणी ने कहा कि 2015 के बाद से भारत की रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी लगभग 300% बढ़ी है। उन्होंने कहा, हम उन बहुत कम देशों में से एक हैं जिन्होंने कोविड और ऊर्जा संकट के बावजूद अपने रिन्यूएबल एनर्जी फुटप्रिंट को तेज किया है। हमने ऐसा ऐसे समय में किया है जब कई विकसित देशों ने अपने रिन्यूएबल एनर्जी के काम को धीमा कर दिया है।
ग्रुप की ग्रोथ देश की विकास से जुड़ी
गौतम अडाणी ने कहा, उनका ग्रुप अब देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट ऑपरेटर है। वहीं उसने होल्सिम के अधिग्रहण के साथ सीमेंट कारोबार में कदम रखा है। हमने डेटा सेंटर, डिजिटल सुपर ऐप और इंडस्ट्रियल क्लाउड से लेकर डिफेंस और एयरोस्पेस, मेटल और मटेरियल तक के सेक्टर में कदम रखा है, जो सरकार के आत्मनिर्भर भारत के विजन को दिखाता है।