यूपी की बड़ी खबरें:नोएडा में एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र ने स्कॉर्पियो से 3 कारों में मारी टक्कर, एक युवक को रौंदा

नोएडा में मंगलवार रात स्कॉर्पियो सवार एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र ने तीन कारों में टक्कर मार दी। इसके बाद पैदल जा रहे युवक को रौंद दिया। हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस ने अरोपी एमिटी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। उसे मेडिकल के लिए भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि छात्र नशे में था या नहीं।

कुशीनगर का रहने वाला था युवक
हादसा सेक्टर- 126 न्यूज़ नेशन तिराहे के पास रात करीब 8 बजे हुआ है। मरने वाले युवक का नाम लालजी चौहान (36) है। वह कुशीनगर का रहने वाला था। सेक्टर 124 एटीएस में कारपेंटर का काम करता था। पुलिस ने परिजनों को सूचना देने के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पहले डिवाइडर से टकराई थी स्कॉर्पियो
पुलिस ने बताया कि स्कार्पियो को साहिल शर्मा पुत्र हेमचंद शर्मा चला रहा था। रफ्तार काफी तेज थी। स्कॉर्पियो पहले डिवाइडर से टकराई। इसके बाद पैदल जा रहे लालजी को टक्कर मारती हुए सड़क किनारे खड़ी तीन गाड़ियों से टकराकर रुक गई।

एलएलबी फोर्थ ईयर में पढ़ता है छात्र
साहिल दिल्ली के जसोला का रहने वाला है। वह सेक्टर-125 के एमिटी यूनिवर्सिटी में एलएलबी फोर्थ ईयर में पढ़ता है। स्कॉर्पियो को कब्जे में ले लिया है। स्कार्पियों चला रहे साहिल ने जिन तीन कारों को टक्कर मारी, वह सड़क किनारे खड़ी थी। उसके पीछे करीब 6 लोग खड़े थे। सभी ने भागकर किसी तरह से अपनी जान बचाई है।

फूलन देवी के किडनैप में शामिल लालाराम गैंग के सदस्य छिद्दा सिंह की सोमवार को सैफई के आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में मौत हो गई। यह एक संयोग है कि उसकी मौत फूलन देवी की पुण्यतिथि पर ही हुई।

फूलन की पुण्यतिथि 25 जुलाई को होती है। लालाराम की मौत के बाद छिद्दा चित्रकूट में साधु का वेष धरकर 24 साल तक रहा। जब वह बीमारी से पीड़ित हुआ तब उसे घर की याद आई। घर आने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

1980 के दशक में फूलन देवी का किडनैप कर उसे लालाराम गैंग में छोड़ने का सहयोगी अपहर्ता छिद्दा सिंह ही था। वह बाबा ब्रजमोहन दास बनकर चित्रकूट में रह रहा था।

उसने ब्रजमोहन दास के नाम पर आधार और पैनकार्ड सब बनवा लिया था। चित्रकूट में रहते हुए उसे सांस की बीमारी हो गई। 25 जून को उसकी हालत बिगड़ी तो उसने अपने सहयोगी महंत से मातृभूमि गांव भसौन जाने की इच्छा जताई।

जब वह लोग उसे औरैया लाए तो पुलिस को सुचना मिल गई और पुलिस ने 26 जून को उसे धर दबोचा। इसके बाद उसे इटावा जेल भेज दिया गया। जहां उसकी हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही थी। ग्रामीणों के मुताबिक, 22 जुलाई को उसे सैफई आर्युविज्ञान विश्वविद्यालय में एडमिट कराया गया था।

बच्चे की गर्दन पर चाकू लगाकर वारदात को अंजाम दिया। जिस समय बदमाश घर में घूसे, उस वक्त घर में महिला और दो साल का बच्चा था। दूसरे बदमाश ने महिला को बंधक बना दिया। इसके बाद अलमारी का ताला तोड़कर पांच लाख रुपए और करीब 45 तौले सोने व ढाई किलो चांदी के आभूषण को लूट कर भाग गए। इसकी अनुमानित कीमत करीब 30 लाख बताई जा रही है।

बदमाशों के जाने के बाद महिला ने किसी तरह अपने आप को बंधन मुक्त कर अपने पति नरेश को वारदात की जानकारी दी। पुलिस ने वारदात के 24 घंटे बाद तहरीर ली है।
नरेश ने बताया कि 7 बजकर 30 मिनट पर उनके पास फोन आया। फोन आने पर उन्होंने पड़ोसियों को सूचना दी। थोड़ी देर में वह घर पहुंच गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर बाद 112 और बसई चौकी इंचार्ज आ गए। उन्होंने घटना की जानकारी ली।