दो महीनों से पदयात्रा पर निकले कैंडिडेट्स:पैरों में छाले पड़ गए, पैरा मिलिट्री फोर्सेज में सिलेक्शन के बादजूद अब तक नहीं हुई जॉइनिंग,

एसएससी जीडी-2018 के तहत पैरा मिलिट्री फोर्सेज के लिए रिटर्न, फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास कर चुके 160 अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र देने की मांग को लेकर 61 दिनों से पदयात्रा पर हैं। ये 1 जून से नागपुर से हाथों में तिरंगा लिए दिल्ली की तरफ बढ़े चले जा रहे हैं। देश के कई राज्यों के ये लड़के, लड़कियां ‘अग्निपथ’ पर हैं।

हरियाणा सरकार ने किया रहने-खाने का इंतजाम
पदयात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश में जो इन लोगों के साथ सलूक हुआ उससे ये सभी अब भी सिहर जाते हैं। रविवार को यह तिरंगा यात्रा हरियाणा के पलवल से दिल्ली की ओर बढ़ी है। दिल्ली से ये यात्रा लगभग 70 किमी की दूरी पर है। हरियाणा में सरकार ने इन पदयात्रियों के लिए खाने-रहने का इंतजाम किया है।

कैंडिडेट्स ने बताया अपना दर्द
यात्रा में शामिल वीरेंद्र कुमार कहते हैं, दो महीने से चलने के कारण पैरों में छाले पड़ गए है। पेनकिलर टेबलेट लेनी पड़ रही हैं। आगरा में पुलिस प्रशासन के अत्याचार के बारे में यूपी के केशव यादव बताते हैं, गुरुद्वारे में रुकवाने के बाद 16 जुलाई को तड़के 4 बजे 35 लड़कियों सहित 160 अभ्यर्थियों को धौलपुर (राजस्थान), मुरैना (मध्य प्रदेश) और किसी को शिकोहाबाद और इटावा ले जाकर छोड़ दिया। मोबाइल छीन लिए।

अफसर बोले हमें ऊपर से आदेश आए हैं, आप यात्रा नहीं कर सकते। प. बंगाल की काजल रोते हुए कहती हैं कि यूपी पुलिस ने हमें यहां फिर नहीं आने की सख्त हिदायत देकर छोड़ा। 17 को सभी मथुरा पहुंचे तो उन सभी को वृंदावन ले जाया गया। रात 8 बजे हाईवे पर बताया कि बॉर्डर पर छोड़ देंगे।

पुलिस बार-बार रोक रही
दिल्ली के राघव बताते हैं 4 दिन के बाद भी मामले का निपटारा नहीं हुआ तो सभी 24 जुलाई को आगे बढ़े। मथुरा में फिर पुलिस ने रोक दिया। दो विकल्प दिए- या तो बसों में यूपी बॉर्डर पार चले जाओ या फिर धूप में यहीं बैठो। सभी दिन भर धूप में बैठ रहे। दो लड़कियों की डिहाइड्रेशन से हालत खराब हो गई।

छत्तीसगढ़ की अमित सलाम एक वीडियो दिखाती हैं जिसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर कहता है कि यह यूपी है, पूरा देश चलता है यहां से। यहां का होमगार्ड और आपके यहां का सिपाही बराबर है। यहां से सभी लोग मथुरा के छाता से हरियाणा पहुंचे। पिछले छह दिनों से हरियाणा के विभिन्न जिलों से होकर गुजर रहे हैं।

केशव बताते हैं- जितना जुल्म यूपी में हुआ, उतना कहीं नहीं हुआ। मध्य प्रदेश के सागर में डीएम ने यात्रा के दौरान एक फरमान जारी कर सभी ढाबे वालों को हमें खाना देने से मना कर दिया था, मुद्दा उछला तो डीएम ने आदेश से पल्ला झाड़ लिया था।

एसएससी ने कटऑफ चेंज कर सीटें घटा दी थीं

एसएससी 2018 में पैरामिलिट्री फोर्सेज की भर्ती में पास हुए अभ्यर्थियों को अभी तक नियुक्ति नहीं मिली है। शुरुआत में पदों की संख्या 54 हजार थी। बाद इन सीटों को बढ़ा कर 60,210 किया गया। इस बीच 21 जुलाई, 2020 को एसएससी ने फाइनल कटऑफ में चेंज कर 55,912 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी। तय सीटों में से 4,298 सीटें घटा दीं, यहीं से विवाद शुरू हुआ। जुलाई 2020 के बाद से अभी तक इन अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है।