कश्मीर में 12 मई से लगातार आंदोलन कर रहे हिंदू कर्मचारियों के लिए घाटी से बाहर ट्रांसफर का रास्ता खुला गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने PWD के 5 जूनियर इंजीनियर्स को कश्मीर से जम्मू रीजन में ट्रांसफर करने के आदेश जारी कर दिए हैं। पांचों कश्मीरी पंडित हैं।
हालांकि, इससे पहले सरकार कह चुकी थी कि किसी भी हिंदू कर्मचारी को हिंसा के डर से कश्मीर से बाहर ट्रांसफर नहीं किया जाएगा। अब अचानक किए गए ट्रांसफर पर न तो गृह मंत्रालय ने कोई बयान दिया है और न ही जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कुछ कहा है। फिर भी आंदोलन कर रहे 5 हजार हिंदू कर्मचारियों ने इस फैसले का स्वागत किया है। हालांकि, उनका कहना है कि आंदोलन तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक सभी पंडित कर्मचारियों को घाटी से बाहर किसी सुरक्षित जगह पर ट्रांसफर नहीं किया जाता।
ट्रांसफर के लिए आंदोलन
आंदोलन की अगुआई कर रहे ऑल माइग्रेंट (विस्थापित) कर्मचारी संघ कश्मीर ने बताया कि तमाम सरकारी कोशिशों के बावजूद हिंदू कर्मचारी घाटी में सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए घाटी से बाहर देश में कहीं भी ट्रांसफर किए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। तब तक काम पर नहीं लौटेंगे।
आतंकियों ने पूछा- राहुल भट्ट कौन है और गोली चला दी
आतंकी संगठनों ने 12 मई को पंडित कर्मचारी राहुल भट्ट की उनके दफ्तर के बाहर हत्या कर दी थी। राहुल भट्ट की पत्नी मीनाक्षी ने बताया था कि आतंकियों ने ऑफिस में जाकर पूछा कि राहुल भट्ट कौन है और गोलियां चला दीं। कोई कर्मचारी ही आतंकियों से मिला था, तभी राहुल का नाम आतंकियों को पता था। उन्होंने बताया कि राहुल लगातार ट्रांसफर की मांग कर रहे थे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। मीनाक्षी ने सेना से कहा है कि उन्हें दो दिन में इंसाफ मिले। उनके पति के हत्यारों को मौत दी जाए।
इसके बाद गैर मुस्लिमों की हत्याओं का नया दौर शुरू हो गया था, जिससे कश्मीर से हिंदू कर्मचारियों को पलायन शुरू हो गया। कर्मचारियों ने आंदोलन का रास्ता अपनाया। जानकार मान रहे हैं कि गतिरोध को खत्म करने के लिए सरकार का रुख थोड़ा नरम पड़ा है। ट्रांसफर से कश्मीरी पंडितों की उम्मीदें बंध गई हैं, क्योंकि वे किसी भी सूरत में कश्मीर में नहीं रहना चाहते।
हिंदू गैर-पंडितों के ट्रांसफर के लिए कमेटी गठित
सरकार ने कश्मीर में तैनात जम्मू रीजन के हिंदू कर्मचारियों (गैर पंडित) के ट्रांसफर के लिए कमेटी बनाई है। प्रमुख सचिव (कार्मिक विभाग) के नेतृत्व में कमेटी बनाई है जो ट्रांसफर से जुड़े पहलुओं की जांच करेगी।