पूर्व बैंककर्मी का फर्जीवाड़ा::फर्जी कागजात पर बैंक से वाहन लोन लेकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पांच ठग गिरफ्तार

फर्जी कागजात पर बैंक से वाहन लोन लेकर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का पुलिस ने भंड़ाफोड़ किया है। गिरोह के मास्टर माइंड समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह का मास्टर माइंड एचडीएफसी बैंक के लोन डिपार्टमेंट में नौकरी कर चुका है। नौकरी छोड़ने के बाद वह इस धंधे में शामिल हो गया। आरोपियों ने धोखाधड़ी की 9 वारदात को अंजाम दे चुके हैं। इनके कब्जे से तीन कार, एक बुलेट मोटरसाइकिल सहित 3.88 लाख रुपए भी बरामद हुए हैं। आरोपियों की पहचान सतेंद्र उर्फ सत्ता उर्फ विक्रांत, जितेंद्र, हरसिमरत, राहुल तथा आरिफ के रूप में हुई है। आरोपी राहुल यूपी के मुजफ्फरनगर एरिया का रहने वाला है जबकि अन्य चारों आरोपी फरीदाबाद के निवासी हैं।

दिहाड़ी मजदूरों के आधार कार्ड से बनाते हैं फर्जी कागज

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया क्राइम ब्रांच ने मुखबिर की सूचना पर 25 जुलाई को सतेंदर नामक आरोपी को आईटेन कार सहित गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यह कार उसने फर्जी तरीके से कागजात तैयार करके लोन पर ली है।आरोपी को अदालत में पेश करके 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान सामने आया कि आरोपी दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के आधार कार्ड से फर्जी कागजात तैयार करता है और बैंक से लोन पर गाड़ियां खरीदते हैं। उन्हें बिना कागजी कार्यवाही के सस्ते दामों पर आगे बेचते हैं। आरोपी से पूछताछ के बाद इस गैंग में शामिल अन्य चार लाेगों को गिरफ्तार किया गया।

मास्टर माइंड रहा है बैंककर्मी

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस गिरोह का मुख्य आरोपी जितेंद्र है। वह पहले एचडीएफसी बैंक में लोन डिपार्टमेंट में काम करता था। उसे पता चला कि लोग फर्जी कागजात तैयार करके कैसे लोन पर कार खरीदते हैं आरोपी ने इस प्रकार फर्जी कागजात बनाकर लोन पर कार खरीदने की योजना बनाई। आरोपी ने 2 साल पहले बैंक की नौकरी छोड़ दी और अपने साथियों के साथ मिलकर इस प्रकार की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया।

आरोपी ऐसे करते थे धंधा

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी आधार कार्ड पर मजदूरी करने वाले किसी भी व्यक्ति के आधार कार्ड में उसका पता बदलकर फर्जी बैंक अकाउंट खुलवा लेते थे। उस बैंक अकाउंट के माध्यम से लोन पर कार खरीदते थे। इसके बाद वह लोन पर खरीदी गई कार को बिना कागजी कार्रवाई के आगे सस्ते दामों पर आरोपी राहुल को बेच देते थे। आरोपी राहुल इनसे यह गाड़ियां खरीदकर आगे महंगे दामों पर बेच देता था। इस प्रकार फर्जीवाड़ा करके आरोपी 8 गाड़ियां तथा 1 बुलेट मोटरसाइकिल खरीद चुके थे। पुलिस ने 3 कार, 1 बुलेट मोटरसाइकिल तथा 3.88 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं। अभी 5 कारों की बरामदगी बकाया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी सतेन्द्र, हरसिमरत तथा जितेंद्र को सोमवार तथा आरोपी राहुल को मंगलवार को जेल भेज दिया गया है जबकि आरोपी आरिफ को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। इससे अन्य कारों के बरामदगी की जाएगी।