फरीदाबाद बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवाेकेट एलएन पाराशर ने कहा कि यदि अरावली में खनन शुरू हुई अथवा पेड़ काटे गए तो वह सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे। किसी भी सूरत में अरावली को अब उजड़ने नहीं दिया जाएगा। एनसीआर की जीवन धारा कहे जाने वाले अरावली पर्वत श्रंखला को राजनेताओं और माफियाओं ने पहले ही छंलनी कर दिया है।
पाराशर ने विधानसभा सत्र के दौरान कुछ विधायकों द्वारा अरावली को लेकर बयान दिए गए थे। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के बावजूद जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने की मांग करने वाले विधायक को शर्म आनी चाहिए। अगर मांग करनी है, तो बड़ी फैक्ट्रियों को लगवाने की मांग करें। लेकिन यह किस तरह की मांग है कि जिससे 500- 1000 लोगों को रोजगार तो मिलेगा लेकिन करोड़ों लोग अरावली उजड़ने के बाद दमा, श्वास, टीवी और कई घातक बीमारियों की चपेट में आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि आधी से ज्यादा अरावली पहले ही उजड़ चुकी है। जिसका परिणाम फरीदाबाद की जनता भुगत रही है। अगर रही सही अरावली को उजाड़ दिया गया तो यहां पर जनजीवन का रहना मुश्किल हो जाएगा। एडवोकेट पराशर ने कहा कि यदि सरकार ने कोई गलत फैसला लिया तो वह इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दोबारा याचिका दायर करेंगे।