दुनिया के सबसे फिट क्रिकेटर्स में से एक विराट कोहली ने अपने फिटनेस सीक्रेट शेयर किए हैं। 33 साल के पूर्व भारतीय कप्तान ने बताया है कि वे कभी-भी अपना वर्कआउट मिस नहीं करते हैं। कोहली ने अपनी डाइट के Dos and Don’ts भी बताए हैं। कोहली ने बताया है कि वे कभी प्रोसेस्ड शुगर नहीं लेते हैं। इतना ही नहीं, वे ग्लूटेन और डेरी प्रोडक्ट से भी परहेज करते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कोहली ने मेंटली हेल्थ, फिटनेस जैसे अहम विषय पर बातचीत की।
वे एशिया कप में 28 अगस्त को भारत-पाकिस्तान महामुकाबले से मैदान पर वापसी करने जा रहे हैं। इंग्लैंड दौरे के बाद कोहली ने ब्रेक लिया था। वे वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे दौरे में टीम इंडिया का हिस्सा लिया था।
फिटनेस पर… कोशिश करता हूं कि हाइड्रेटेड रहूं और अच्छा खाऊं
फिटनेस के सवाल पर कोहली कहते हैं कि मेरी फिटनेस जर्नी दिलचस्प है। इसके कुछ शुरुआती महीने कठिन होते हैं, क्योंकि उस समय आपको खुद को पुश करने की जरूरत होती है। निर्भर इस बात पर करता है कि आप अपनी लाइफ स्टाइल में वो बदलाव कितनी जल्दी चाहते हो। इसीलिए मैं अपना बेस्ट करने की कोशिश करता हूं कि मैं अपना वर्कआउट कभी मिस न करूं। मेरी डेली रूटीन कंसिस्टेंट और सिंपल है। जैसे कि मैं हाइड्रेटेड रहूं, अच्छा खाऊं। यह मेरे शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है और मैं जल्दी रिकवर करता हूं।
डाइट पर… भूख का 90 % ही खाता हूं
एक समय था जब मैं डाइट और फिटनेस पर फोकस नहीं करता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में मैंने खुद को खाने-पीने के मामले में बदल दिया है। अब मैं ज्यादा अनुशासित हो गया हूं। मैं अपने खान-पान के मामले में हमेशा अवेयर रहने की कोशिश करता हूं।
डूज एंड डोन्ट्स की बात करूं तो सिंपल है- ‘नो प्रोसेस्ड शुगर, नो ग्लूटेन। जहां तक हो सके डेरी प्रोडक्ट से भी परहेज करता हूं। एक और चीज है जो मुझे हेल्दी रखने में मदद करती है- मैं अपनी पेट की क्षमता का 90 फीसदी ही खाता हूं।’
हालांकि, मेरे जैसे फूडीज के लिए यह आसान नहीं है, लेकिन जब आप अपने शरीर में बदलाव देखते हैं तो आपके लिए हेल्दी रहना लत बन जाता है।
तनाव पर… फैमली के साथ टाइम बिताता हूं, ताकि तनावमुक्त रहूं
खुद को तनाव मुक्त कैसे करते हैं…? इस सवाल के जवाब में कोहली कहते हैं कि सच कहूं तो फैमली के साथ टाइम बिताना मुझे तनाव मुक्त करने में मदद करता है। इसके अलावा, मुझे अपने शौक पूरे करने में समय देना अच्छा लगता है। ट्रैवलिंग भी मुझे तनाव मुक्त करती है और कॉफी भी। मुझे लगता है कि मैं कॉफी कान्सर हूं, अक्सर अलग-अलग फ्लेवर ट्राई करता रहता हूं।
मेंटल हेल्थ पर… कई बार सपोटर्स से भरे कमरे में भी अकेला महसूस करता हूं
मेंटल हेल्थ में कोहली ने कहा कि मुझे सपोर्ट करने वाले लोग भी अगर एक कमरे में होते हैं तो कई बार अकेला महसूस करता हूं। एक खिलाड़ी के लिए सबसे महत्वपूर्ण उसका खेल होता है। खेल ही खिलाड़ी को सर्वश्रेष्ठ बनाता है। पर आप जिस दवाब में है वह आपके मानसिक स्वास्थ पर बुरा असर डालता है।
यह एक गंभीर मुद्दा है। अगर आप अपने खेल से कनेक्शन खो देते हैं तो आपके आसपास की चोजों को खत्म होने में ज्यादा देर नहीं लगेगी।