UP में BJP का मिशन ‘पश्चिमी यूपी’:CM योगी ने संभाली कमान, घर- घर संपर्क के जरिए 27 लोकसभा सीटें जीतने का ब्लू प्रिंट

भाजपा के नए संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह ने संगठन की अपनी पहली बैठक रविवार को गाजियाबाद में की। भाजपा की पश्चिम और बृज क्षेत्र के 38 जिलों की बैठक में धर्मपाल के अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक समेत सभी सांसद, विधायक, एमएलसी, जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी शामिल हुए।

पश्चिम यूपी में सीएम का दौरा और फिर संगठन मंत्री की पहली मीटिंग भी पश्चिमी यूपी में रखी गई है। इससे समझा जा सकता है कि ब्रज क्षेत्र और वेस्ट यूपी भाजपा के लिए कितना अहम है। इसको लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पश्चिमी यूपी और ब्रज क्षेत्र में सपा-रालोद गठबंधन को कमजोर करने की कोशिश की तरह देखा जा रहा है। साथ ही, एससी वोटर्स को साधकर बसपा को भी भाजपा कमजोर करना चाहती है।

27 लोकसभा सीट हैं वेस्ट यूपी और ब्रज क्षेत्र में
उत्तर प्रदेश के पश्चिम और ब्रज में 27 लोकसभा सीटें हैं। इनमें से 20 सीटें भाजपा के पास हैं। पश्चिमी यूपी में सपा और रालोद के गठबंधन की चुनौती के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां पहले से अधिक सीटें हासिल करना चाहते हैं। यही वजह है कि दोबारा यूपी की सत्ता पर काबिज होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर-शामली और मुजफ्फरनगर का दौरा किया। सीएम ने पार्टी संगठन के साथ मिलकर मिशन 2024 के लिए माइक्रो प्लान पर तैयार किया है।

सीएम योगी ने खुद संभाली कमान
इस माइक्रो प्लान पर अमल शुरू हो गया है। जिसके तहत सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी मंडल के साथ पश्चिमी यूपी की राजनीति को प्रभावित करने वाले सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़ के साथ पूर्वांचल के आजमगढ़ मंडल की कमान खुद के पास रखी है। इसके लिए दो तरीके अपनाए जा रहें है।

1. बेहतर कानून-व्यवस्था के साथ वेस्ट यूपी और ब्रज क्षेत्र में सरकार की योजनाओं का लाभ गांव -गांव में लोगों तक पहुंचाया जा रहा है।

2. संगठन के कार्यक्रमों के जरिए कार्यकर्ताओं में जोश भरकर घर-घर संपर्क अभियान को आगे बढ़ाया जा रहा है।

संगठन महामंत्री की पहली बैठक भी वेस्ट यूपी में
रविवार को संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने यूपी में अपना दायित्व संभालने के साथ ही पहली बैठक गाजियाबाद में की। पश्चिमी यूपी और ब्रज क्षेत्र की संगठनात्मक बैठक में धर्मपाल सिंह ने अपने ने संगठन की मजबूती पर फोकस रखा। उन्होंने कहा,”संगठन की ताकत के दम पर हर चुनौती का सामना किया जा सकता है।इस बैठक में मौजूद डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि संगठन सरकार से बड़ा होता है। विपक्ष हताश और निराश है लेकिन हमें जीत के भ्रम में नहीं रहना है।”

संगठन सरकार से बड़ा होता है- केशव मौर्य
केशव मौर्य ने इस बैठक में कहा,”संगठन सरकार से बड़ा होता है।” केशव का भाषण खत्म होने के बाद सामने बैठे भाजपा पदाधिकारियों के बीच चर्चा शुरू हो गईं। कहीं वो फिर से प्रदेश अध्यक्ष तो नही बन रहें। इसके पीछे वजह भी थी। केशव का पूरा भाषण संगठन की ताकत बताने पर था।

वो मिशन 2024 के लिए संगठन की मजबूती का ब्लू प्रिंट लेकर आए थे। उन्होंने मंडल और बूथ स्तर तक काम करने की योजना पेश की। इसी से यह चर्चा चल पड़ी कि वह नए प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में आगे चल रहे हैं।