पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड सचिन थापन को अजरबैजान में अरेस्ट कर लिया गया है। वहीं, गैंगस्टर लॉरेंस का भाई अनमोल कीनिया में है। यह दोनों मूसेवाला के कत्ल से पहले ही फर्जी पासपोर्ट पर भारत छोड़ भाग गए थे। इसका पता चलते ही पंजाब पुलिस ने केंद्रीय विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर सचिन को भारत लाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। विदेश मंत्रालय ने पंजाब पुलिस ने इनकी क्रिमिनल हिस्ट्री मांगी है।
फेक पासपोर्ट केस में पकड़ा गया सचिन
सूत्रों के मुताबिक सचिन को फर्जी पासपोर्ट के जरिए अजरबैजान पहुंचने पर करीब एक महीने पहले पकड़ा गया। इसकी जानकारी कुछ दिन पहले विदेश मंत्रालय को दी गई। इसका पता चलते ही विदेश मंत्रालय ने पंजाब पुलिस से सचिन थापन का पूरा क्रिमिनल रिकॉर्ड मांगा है। उसके अरेस्ट वारंट के साथ सिद्धू मूसेवाला के केस में रोल के बारे में भी रिपोर्ट मांगी है। इनके जरिए उसे अजरबैजान से भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है।
अनमोल पहले कनाडा, फिर कीनिया भागा
सूत्रों के मुताबिक मूसेवाला के कत्ल से पहले अनमोल और सचिन नेपाल भागे थे। वहां भागने से पहले इन्होंने फर्जी पासपोर्ट बनाया। नेपाल से दोनों अजरबैजान चले गए। वहां पहुंचने के बाद अनमोल कनाडा चला गया। सचिन को फेक पासपोर्ट केस में पकड़ लिया गया। इसका पता चला तो अनमोल कनाडा से कीनिया भाग निकला।
लॉरेंस ने कत्ल से पहले भारत से बाहर भेजा
पंजाब पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के साथ सचिन थापन और अनमोल भी मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड हैं। मूसेवाला को कत्ल करने से पहले लॉरेंस ने उनके फेक पासपोर्ट बनाए। इसके आधार पर उन्हें बाहर भेज दिया। इसके बाद 29 मई को मूसेवाला की हत्या कर दी गई। सचिन थापन ने बाद में एक टीवी चैनल को फोन कर हत्या की जिम्मेदारी ली।
विदेश बैठ गोल्डी संग मिलकर पूरी साजिश अंजाम दी
मूसेवाला के कत्ल की साजिश तिहाड़ जेल में बैठकर लॉरेंस ने रची। इसके बाद अनमोल और सचिन ने कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर पूरी साजिश को अंजाम दिया। उन्होंने मूसेवाला की रेकी कराई। फिर शूटर्स और उनके लिए हथियारों का इंतजाम किया। लॉरेंस की कोशिश थी कि सचिन और अनमोल मूसेवाला का कत्ल करवाएं, लेकिन उसके बाद इस केस में उनका नाम न आए या फिर पुलिस उन्हें अरेस्ट न करे।