बिहार में बेगूसराय के सरकारी स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाली छात्रा के साथ सफाई कर्मी ने टॉयलेट में रेप किया। बच्ची को टॉयलेट में अकेला पाकर आरोपी ने यह करतूत की। स्कूल की दूसरी छात्राओं के आने पर आरोपी बच्ची को टॉयलेट में छोड़कर फरार हो गया।
इधर, जब स्कूल की दो शिक्षिकाओं को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने बच्ची को बिस्किट का पैकेट देकर कहा कि घर जाओ और मां-पापा को इस बारे में कुछ नहीं बताना। यही नहीं, जब बच्ची के पिता और चचेरा भाई शिकायत लेकर स्कूल पहुंचे तो उनके साथ मार-पीट की गई। यह घटना 27 अगस्त की है, जो ग्रामीणों के विरोध और सड़कें जाम करने की वजह से पांच दिन बाद सामने आई।
मामला जीरोमाइल ओपी क्षेत्र के एक मध्य विद्यालय का है। घटना 27 अगस्त शनिवार की है। गांव के स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्कूल प्रबंधन ने 5 दिनों तक मामले को दबाने की पूरी कोशिश की। इसके बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और 1 सितंबर गुरुवार को ग्रामीणों ने NH-31 को 4 घंटे जाम किया।
FIR दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। हरकत में आई पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम को खत्म करवाया।
शौचालय में अकेला पाकर 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म किया
पीड़िता के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को मध्याह्न भोजन के समय बच्ची शौचालय गई हुई थी। तभी स्कूल के सफाई कर्मी ने उसे वहां अकेला पाकर दरवाजा बंद कर पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। स्कूल की अन्य छात्रा जब शौचालय की ओर आईं तो दरवाजा लगा हुआ पाया। जोर-जोर से दरवाजे पर धक्का देने के बाद दुष्कर्मी ने पीड़िता को छोड़ दिया और खुद भी निकल कर भाग गया। अपनी सहेलियों को देख पीड़िता जोर-जोर से रो रही थी।
स्कूल की मैडम ने बिस्किट देकर कहा- मां-पापा को मत बोलना
मामले की जानकारी होने पर स्कूल की दो शिक्षिकाओं ने पीड़िता को बिस्कुट खिलाकर शांत कराया और उसे मां-पापा को इस बारे में कोई भी जानकारी देने से मना किया। इसके बाद बच्ची अपनी बहन के साथ घर के लिए चली गई। रास्ते में उसकी तबीयत बिगड़ी और वह बेहोश होकर गिर गई। उसकी बहन किसी तरह से उसे घर लेकर आई।
प्रिंसिपल ने सफाई कर्मी को पीटा, कहा- अब नहीं करेगा
पीड़िता इतनी बदहवास थी कि उसने अपने मां-पिता से इस बारे में कुछ नहीं कहा। बाद में बच्ची ने अपनी भाभी को अपने साथ हुए गलत कामों के बारे में बताया। अगले दिन रविवार होने के कारण स्कूल बंद था। सोमवार को स्कूल खुलने के बाद पीड़िता के परिजन स्कूल पहुंचे। जहां प्रधानाध्यापक ने सख्त एक्शन लेने की जगह आरोपी को स्कूल बुलाकर घर वालों के सामने मारपीट की। मामला को शांत कराने का आश्वासन दिया।
शिक्षिका के पति ने पीड़िता के पिता और चचेरे भाई को पीटा
गुरुवार को स्कूल पहुंचे पीड़िता के पिता और चेचेरे भाई के साथ वहां पहले से मौजूद एक शिक्षिका के पति ने मारपीट की और मामला को दबाने की भरपूर कोशिश की। इससे नाराज ग्रामीणों ने NH-31 जाम कर दिया। करीब 4 घंटे तक जाम रहने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 लोगों को हिरासत में भी लिया है।
इधर पीड़िता के परिजन डर के साए में जी रहे हैं। परिजनों ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस का रवैया मामले को लेकर ठीक नहीं है। गुरुवार की रात करीब 9 बजे पुलिस पीड़िता के घर पहुंची और उसके मां- पिता के साथ उसे थाने चलने को कहा, हालांकि घरवालों ने पुलिस को साथ जाने से मना कर दिया।
पुलिस पर आवेदन बदलकर प्राथमिकी दर्ज करने का आरोप
परिजनों का कहना है कि दिए गए आवेदन में पीड़िता के साथ सफाई कर्मी के द्वारा रेप किए जाने की बात है। आवेदन में इस मामले को स्कूल की सुधा मैडम और शर्मिला मैडम के द्वारा दबाया गया। वहीं प्रधानाध्यापक को पूरे मामले की जानकारी होने के बाद भी मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई।
आरोप है कि जीरोमाइल ओपी की पुलिस ने प्रदर्शन के वक्त मिले आवेदन की जगह दूसरे आवेदन पर FIR दर्ज की है। इसमें पीड़िता के साथ दुष्कर्म के प्रयास किए जाने का बात लिखी गई है। पुलिस तीन धाराओं और पोस्को एक्ट में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
आरोपी सफाई कर्मी और प्रधानाध्यापक गिरफ्तार
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी सफाई कर्मी तिलरथ निवासी शंकर मलिक के दामाद और स्कूल के प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी अपने ससुराल में रहता था। वह मूल रूप से खगड़िया जिले का निवासी है। वह अपने ससुराल में रहकर ही नौकरी करता था।
FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है
मुख्यालय DSP निश्चित प्रिया ने बताया कि गुरुवार से पहले पुलिस को इस मामले की जानकारी नहीं थी। FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।