कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का इंतजार अब खत्म होने को है। सरकार ने 16 जनवरी से देशभर में टीकाकरण की शुरुआत का एलान किया है। 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू करने का फैसला भी सोच-समझकर लिया गया है। लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, और माघ बिहू जैसे त्योहार 15 जनवरी तक निपट जाएंगे। इसके बाद देश कोरोना के खिलाफ अपनी आखिरी लड़ाई की शुरुआत करेगा। टीकाकारण के पूर्वाभ्यास के लिए अब तक 2 बार देशव्यापी ड्राई रन भी किए जा चुके हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि जरूरतमंदों को ये वैक्सीन कब और कैसे लगेगी? वैक्सीन लगवाने के लिए आपको क्या करना पड़ेगा। इसकी सिलसिलेवार जानकारी हम आपको बताते हैं। पहले चरण में डॉक्टर्स, नर्स, मेडिकल स्टाफ और दूसरे हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगेगी। इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स का नंबर आएगा। इनका डेटा सरकार के पास पहले से उपलब्ध है। इसलिए इन्हें खुद को रजिस्टर करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके बाद प्रायोरिटी ग्रुप के 50 साल से ज़्यादा की उम्र के लोगों और गंभीर रूप से बीमार लोगों को टीका लगवाने के लिए खुद को रजिस्टर्ड करवाना होगा। इसके लिए Co-WIN नाम का ऐप बनाया गया है। हालांकि अभी ये ऐप लॉन्च नहीं हुआ है।
जानें- टीकाकरण को लेकर क्या है सरकार की तैयारी
देश के कोने-कोने में कोरोना वैक्सीन पहुंचाने के लिए सरकार ने भारी भरकम इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। कुल 29000 कोल्ड चेन प्वाइंट्स बनाए गए हैं। 240 वॉक-इन कूलर, 70 वॉक-इन फ्रीजर, 45000 रेफ्रिजरेटर, 41000 डीप फ्रीजर और 300 सोलर रेफ्रिजरेटर की व्यवस्था की गई है। अब सवाल उठता है कि लोगों को कौन सी वैक्सीन लगाई जाएगी। देश के पास अभी दो वैक्सीन हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और दूसरी कोवैक्सीन, जिसे हैदराबाद में भारत बायोटेक लैब में तैयार किया गया है।
पहले चरण में तीन करोड़ भारतीयों को लगाई जाएगी वैक्सीन
ये पहले ही तय हो चुका है कि टीकाकरण के पहले चरण में तीन करोड़ भारतीयों को वैक्सीन लगाई जाएगी। जिन्हें तीन ग्रुप्स में बांटा गया है। पहला ग्रुप हेल्थकेयर वर्कर्स का है, इसमें स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े एक करोड़ कर्मचारी शामिल होंगे। दूसरा ग्रुप होगा फ्रंटलाइन वर्कर्स का, इसमें केंद्र और राज्यों की पुलिस अर्धसैनिक बलों, आपाताकालीन सेवाओं से जुड़े कर्मचारी और निगम कर्मचारी शामिल होंगे। तीसरा ग्रुप होगा 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले नागरिक और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों का है। कोरोना की वैक्सीन पहले किसे और कैसे मिलेगी इसकी प्लानिंग के साथ-साथ वैक्सीन की डिलीवरी और स्टोरेज की तैयारी भी पूरी हो चुकी है।
कोवैक्सीन पूरी तरह स्वदेशी वैक्सीन है, लेकिन इसको लेकर विवाद है क्योंकि इसके ट्रायल के नतीजे आने से पहले ही इसे मंजूरी दी गई है. इसलिए अभी सरकारी अधिकारी ही जानते हैं कि लोगों को कौन सी वैक्सीन लगाई जाएगी।
कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन
इस ऐप के लॉन्च होने के बाद आपको इसे डाउनलोड करना होगा या फिर Co-Win पोर्टल पर जाना होगा। ऐप आने के बाद आप खुद को सेल्फ रजिस्टर करा सकते हैं। वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन को सेलेक्ट करने के बाद आपको अपना ब्योरा भरना होगा। फोटो अपलोड करनी होगी और फोटो वाला कोई पहचान पत्र अपलोड करना होगा, इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज आएगा, जो आपके रजिस्ट्रेशन को कंफर्म करेगा। इसके बाद वैक्सीन की पहली खुराक के लिए टीकाकरण केंद्र का नाम, दिन और समय की जानकारी आपको एसएमएस से मिलेगी। इसी तरह दूसरी खुराक की जानकारी मिलेगी। बिना फोटो आईडी के रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकेगा।
किन दस्तावेजों से हो सकता है रजिस्ट्रेशन
रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी और पैन कार्ड में से कोई एक डॉक्यूमेंट लगा सकते हैं। इसके अलावा पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन डॉक्यूमेंट, मनरेगा कार्ड, बैंक, पोस्ट ऑफिस की पास बुक को भी आप रजिस्ट्रेशन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन अभी ओपन नहीं हुआ है और इसके लिए अभी आपको प्रतीक्षा करनी होगी।
रजिस्ट्रेशन के बाद जब टीकाकरण के लिए आपको मैसेज मिल जाएगा और जब आप निर्धारित समय पर टीकाकरण सेंटर पर पहुंचेंगे तो वहां पर आपकी फोटो आईडी की जांच होगी। फिर आपको प्रतीक्षा रूम में ले जाया जाएगा। प्रतीक्षा कक्ष में आपकी जानकारियों का मिलान होगा। फिर आपको टीकाकरण रूम में टीका लगवाने के लिए जाना होगा।
दूसरा डोज भी होगा जरूरी
टीका लगने पर आपको एक और मैसेज मिलेगा। इसके बाद 30 मिनट तक निगरानी रुम में आपको रहना होगा।28 दिन बाद आपके पास तीसरा एसएमएस आएगा। जिसमें आपको वैक्सीन के दूसरे डोज के लिए बुलाया जाएगा। जब दूसरा डोज लग जाएगा और 14 दिन बाद आपके शरीर में एंटीबॉडी बन जाएगी, तो आपकी जांच होगी इसके बाद आपको चौथा एसएमएस आएगा और आपका वैक्सीनेशन पूरा हो जाएगा।