बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा ने कोर्ट में पोर्नोग्राफी केस से अपना नाम हटाने की अर्जी लगाई है। ईटाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अब प्रॉसिक्यूशन ने डिस्चार्ज एप्लीकेशन का विरोध करते हुए कहा है कि राज कुंद्रा के खिलाफ प्राइमा फेसी मामला बनता है और इसे साबित करने के लिए उनके पास सबूत भी हैं। कुंद्रा ने एप्लीकेशन में लिखा था कि इस केस से उनका नाम हटाकर उन्हें आरोपों से बरी कर दिया जाए।
कुंद्रा के वकील ने दिया जवाब
प्रॉसिक्यूशन के विरोध पर कुंद्रा के वकील प्रशांत पाटिल ने बताया, “हम मेरिट के आधार पर केस पर बहस करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, पहले से ही प्राइमा फेसी केस बना हुआ है। हमें ज्यूडिशरी पर पूरा भरोसा है और सच जल्द ही सबके सामने आएगा।” साथ ही पाटिल ने आगे कहा कि प्राइमा फेसी केस होने के बावजूद भी कुंद्रा के खिलाफ कोई सबूत नहीं है और वो कोर्ट में सॉलिड फेक्ट्स के आधार पर केस लड़ेंगे।
प्रॉसिक्यूशन ने कुंद्रा की याचिका का विरोध किया
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रॉसिक्यूशन ने नाम हटाने की याचिका का विरोध किया था। प्रॉसिक्यूशन ने कहा था कि प्राइमा फेसी से लगता है कि राज कुंद्रा सीधे तौर पर पोर्नोग्राफी बिजनेस से जुड़े हुए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके पास इसके लिए पर्याप्त सबूत भी है, जो साबित करते हैं कि वह दोषी हैं।
पिछले साल पोर्नोग्राफी केस में कुंद्रा को किया था गिरफ्तार
पिछले साल मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राज कुंद्रा को पॉर्न फिल्में बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। राज कुंद्रा का नाम तब सामने आया था जब कुछ मॉडल और स्ट्रगलिंग एक्ट्रेसेस ने आरोप लगाया कि उनसे जबरन पॉर्न फिल्मों में काम कराया गया। इसके बाद जांच करते हुए पुलिस ने राज कुंद्रा के ठिकानों पर छापा मारने के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
दो महीने तक रहे थे पुलिस कस्टडी में
पोर्नोग्राफी मामले में राज को मुंबई पुलिस के अरेस्ट करने के बाद उन्हें 2 महीने की जेल हुई थी। कोर्ट की कार्यवाही लंबी होने के कारण राज को सितंबर 2021 में मुंबई सेशन कोर्ट से बेल मिल गई थी। अभी तक राज को दोषी नहीं ठहराया गया है, ऐसे में राज का कहना है कि उन्हें इस केस से बरी कर दिया जाए।