भारत जोड़ो यात्रा के लिए 6 किमी चलने का टेस्ट:50 हजार कांग्रेसियों ने आवेदन किया, दो इंटरव्यू हुए; सिर्फ 119 लोग चुने गए

कन्याकुमारी से श्रीनगर के लिए निकली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में कुल 119 भारत यात्री शामिल हैं। भारत यात्री यानी वे लोग जो 3570 किलोमीटर की यात्रा पैदल पूरी करेंगे। इनमें 32 महिलाएं भी हैं।

यात्रा में सबसे ज्यादा यूपी से 16 यात्री हैं। लेकिन यहां यात्रा सिर्फ 2 दिन रहेगी। दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है। यहां से 11 लोग यात्रा का हिस्सा बने हैं, एमपी में ये यात्रा 16 दिन तक रहेगी।

इन यात्रियों को चुनने के लिए 4 नेताओं का पैनल बना। 2 राउंड में इंटरव्यू लिए गए। फिजिकल टेस्ट भी हुआ। अगस्त के पहले हफ्ते से सिलेक्शन प्रोसेस शुरू हो गया था। 23 अगस्त से चुने गए लोगों को कॉल लेटर मिलने लगे।

सभी यात्रियों का बैकग्राउंड वेरिफिकेशन
50 हजार आवेदनों में सिर्फ 119 लोगों का सिलेक्शन हुआ। सभी राहुल गांधी के साथ रहने वाले थे, इसलिए पार्टी ने उनका बैकग्राउंड वेरिफिकेशन भी करवाया। सिलेक्ट होने के बाद सभी को ईमेल कर 5 सितंबर को कन्याकुमारी बुलाया गया।

हमने इनमें से 5 यात्रियों से बात की और जाना कि सिलेक्शन प्रोसेस क्या थी, शुरुआत से यात्रा में शामिल होने तक कितना वक्त लगा और इसका अनुभव अभी तक कैसा है।

सिलेक्शन का पहला फेज
15 मई को सोनिया गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का ऐलान किया था। जुलाई के आखिरी हफ्ते में दिग्विजय सिंह की ओर से सभी स्टेट प्रेसिडेंट को ईमेल गया। इसके बाद राज्यों से यात्रा में शामिल होने वाले लोगों के नाम एक पेज के रिज्यूम के साथ भेजे गए। कोई भी कार्यकर्ता इसके लिए अप्लाई कर सकता था।

स्क्रूटनी के बाद पहले राउंड के लिए 800 से 900 लोगों के रिज्यूम सिलेक्ट हुए। इनका फिजिकल टेस्ट हुआ। इनमें से 450 लोगों को पहले राउंड के इंटरव्यू में बुलाया गया। इनमें से 200 लोग दूसरे राउंड में सिलेक्ट हुए।

4 पैनलिस्ट के सामने दो राउंड का इंटरव्यू
यूथ कांग्रेस के नेशनल सेक्रेटरी श्रीकृष्ण हरि बिहार से आए हैं। वे सारण जिले के सोनपुर में रहते हैं। श्रीकृष्ण हरि ने बताया कि यूथ कांग्रेस से 25 लोग दिल्ली बुलाए गए थे। यहां लोधी गार्डन में सभी का फिजिकल टेस्ट लिया गया। इसमें एक घंटे में 6 किमी चलना था।

25 में से 5 साथी अगले राउंड के लिए सिलेक्ट हुए। उनका सीनियर लीडर्स के पैनल के सामने दो राउंड का इंटरव्यू हुआ। पैनल में यात्रा के चेयरमैन दिग्विजय सिंह, नेशनल सेक्रेटरी मुकुल वासनिक, वामशी चंद रेड्डी और यूथ कांग्रेस के नेशनल प्रेसिडेंट श्रीनिवास पीवी शामिल थे।

बॉक्सिंग में जीते मेडल ने दिलाई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में एंट्री
हरियाणा के रोहतक के रहने वाले विशाल चौधरी नेशनल बॉक्सिंग चैंपियन हैं। उन्होंने कहा कि मेरी चार पीढ़ियां कांग्रेस से जुड़ी रही हैं। परिवार के कहने पर मैं इंटरव्यू के लिए दिल्ली पहुंचा।

इंटरव्यू में खेल के बारे में सवाल किया गया। उन्हें पता चला कि मैंने बॉक्सिंग में नेशनल लेवल में 10 गोल्ड मेडल जीते हैं, तो मुझे सीधे एंट्री दे दी गई। मेरी स्किल यात्रा में काम आ रही है। यात्रा के बाद मैं अपने साथियों की स्ट्रेचिंग या मोच ठीक करने में मदद करता हूं। यात्रा में शामिल 15 लोगों को उनकी एबिलिटी और प्रोफाइल की वजह से सीधे एंट्री मिली है।

5 सितंबर को कन्याकुमारी में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया
बिहार के सीतामढ़ी जिले में रीगा से पूर्व विधायक अमित कुमार ‘टुन्ना’ ने बताया कि स्टेट प्रेसिडेंट ने हमसे पूछा कि कौन-कौन इस यात्रा में शामिल होगा। हमने अपना नाम दे दिया। मुझे इंटरव्यू के लिए चुन लिया गया। हम लोग पहले से यात्राएं करते रहे हैं, इसलिए मेरा फिजिकल टेस्ट नहीं लिया गया। यात्रा के 3-4 दिन पहले मुझे सिलेक्शन का ईमेल आया। इसमें लिखा था कि मुझे 5 सितंबर को कन्याकुमारी में रिपोर्ट करना है।

यात्रा के लिए एअर इंडिया की नौकरी जॉइन नहीं की
अतीशा पी महाराष्ट्र के नासिक से हैं। यात्रा शुरू होने से दो दिन पहले उन्हें एअर इंडिया से जॉइनिंग लेटर आया था। अतीशा को कस्टमर एक्जीक्यूटिव की जॉब ऑफर हुई थी। पैकेज भी अच्छा था। इससे पहले अतीशा यात्रा के लिए अप्लाई कर चुकी थीं। उन्होंने यात्रा के लिए नौकरी जॉइन नहीं की।

सिलेक्शन नहीं, फिर भी यात्रा का हिस्सा बने

  • वाराणसी के कुंवर बबलू बिंद 1400 किमी की ‘आजादी गौरव यात्रा’ कर चुके हैं। उनका नाम यात्रियों में शामिल नहीं था, फिर भी वे साथ चलते रहे। 10 सितंबर को उन्हें भारत यात्री के तौर पर शामिल कर लिया गया।
  • रायपुर से आईं पार्वती साहू लेट सबमिशन के कारण यात्रा में शामिल नहीं हो सकीं। पार्टी नेताओं ने उन्हें भरोसा दिया कि आप चलते रहिए। बाद में आपको शामिल कर लेंगे। इसके बाद से वह यात्रा के साथ चल रही हैं।
  • कर्नाटक से आए पांडुरंग बताते हैं कि राज्य से करीब 200 लोग ‘भारत यात्री’ बनना चाहते थे, लेकिन नहीं बन पाए। इसके बावजूद सभी कर्नाटक से केरल बॉर्डर तक आए और यात्रा में शामिल हो गए।
  • उत्तर प्रदेश से आए ओमवीर यादव ने बताया कि मेरा सिलेक्शन यात्रा में नहीं हुआ। इसके बावजूद मैं कन्याकुमारी से चल रहा हूं। मैं श्रीनगर तक जाऊंगा।

12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों से गुजरकर भारत जोड़ो यात्रा जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में खत्म होगी। हमने यात्रा का मैनेजमेंट संभाल रहे दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश से बात की। उनसे जाना कि इतने लंबे इवेंट की प्लानिंग और तैयारी कैसे हुई। जयराम रमेश यात्रा के मीडिया कोऑर्डिनेटर भी हैं। उन्होंने बताया कि इसके पीछे 4 महीने की मेहनत है। इसकी तैयारियों का जिम्मा दिग्विजय सिंह को दिया गया था।