अमेरिका (United States) ने यमन के हूती मूवमेंट को विदेशी आतंकी संगठन करार देने की योजना बनाई है। अमेरिका के इस कदम की यमत केे हूती विद्रोहियों ने निंंदा की है। यह जानकारी विदेश सचिव माइक पोंपियो (Mike Pompeo) ने रविवार देर शाम को दी। बता दें कि अमेरका के इस फैसले से सहयोगी ग्रुप व कूटनीतिज्ञों को इस बात की चिंता है कि इससे शांति वार्ता और दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संकट के समाधान के प्रयासों में बाधा हो सकती है।
ईरान समर्थित ग्रुप को ब्लैकलिस्ट करने का फैसला रॉयटर्स ने सबसे पहले दिया। बता दें कि 20 जनवरी को जो बाइडन (President-elect Joe Biden) अमेरिका के नए राष्ट्रपति के तौर पर सत्ता संभालने वाले हैं। पोंपियो ने रविवार को अपने बयान में कहा, ‘विदेश मंत्रालय कांग्रेस को सूचित करेगा कि हूती को FTO (Foreign Terrorist Organization) घोषित कर दे।’
पिछले दिनों ट्रंप प्रशासन (Trump administration) ने ईरान संबंधित प्रतिबंधों को लागू कर रहा है जिसे देखते हुए बाइडन सहयोगी व बाहरी विश्लेषकों की ओर से कहा गया कि यह आने वाली नई सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा ताकि अमेरिका दोबारा ईरान के साथ किसी तरह का संबंध न बना सके। साथ ही बाइडन प्रशासन के लिए दोबारा से अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते में शामिल होना भी कठिन होगा।
पोंपियो ने कहा, ‘मैं अंसार अल्लाह (Ansar Allah) के तीन नेताओं अब्दुल मलिक अल-हूती (Abdul Malik al-Houthi, अब्दाल खालिक बद्र अल दिन अल हूती ( Abd al-Khaliq Badr al-Din al-Houthi) और अब्दुल्ला याहया अल हकीम ( (Abdullah Yahya al Hakim) को वैश्विक आतंकी करार देना चाहता हूं।’