आज से उस्बेकिस्तान में SCO समिट:दोपहर में समरकंद के लिए रवाना होंगे PM मोदी, जिनपिंग-शाहबाज शरीफ से मुलाकात पर सस्पेंस

आज से उज्बेकिस्तान में दो दिवसीय शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन, यानी SCO की बैठक शुरू हो रही है। इसके लिए PM मोदी आज दोपहर समरकंद के लिए रवाना होंगे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कल यानी 14 सितंबर को ही समरकंद पहुंच गए थे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ भी इस मीटिंग में शिरकत करेंगे।

इस दौरान PM मोदी के शाहबाज शरीफ और शी जिनपिंग के साथ मुलाकात पर सस्पेंस बना हुआ है। इस बैठक का सबसे अहम दिन 16 सितंबर, यानी कल होगा। इसी दौरान PM मोदी का संबोधन होगा। बैठक के बाद समरकंद मीटिंग से जुड़े डॉक्यूमेंट्स पर साइन किए जाएंगे।

SCO के सुधार और विस्तार पर चर्चा होगी
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने जानकारी देते हुए कहा- PM मोदी बहुत ही कम समय के लिए समरकंद जा रहे हैं। वे देर रात पहुंचेंगे। कल यानी 16 सितंबर को कुछ देशों के राष्ट्राध्यक्षों से द्विपक्षिय वार्ता करेंगे और रात में ही भारत वापस आ जाएंगे। उन्होंने कहा- पहले SCO सदस्य देशों की बैठक होगी। इसके बाद डायलॉग पार्टनर और ऑब्जर्वर सदस्यों की बैठक होगी।
SCO बैठक में SCO के सुधार और विस्तार, रीजनल सिक्योरिटी, सहयोग, कनेक्टिविटी को मजबूत करने और व्यापार को बढ़ावा देने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी।

जिनपिंग, शाहबाज शरीफ से मोदी की मुलाकात अहम
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर प्रधानमंत्री मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और शाहबाज शरीफ से मिलते हैं, तो ये मुलाकात भारतीय फॉरेन पॉलिसी के लिए बहुत अहम होगी। भारत-चीन के बीच सीमा विवाद गहराने के बाद मोदी-जिनपिंग की ये पहली मुलाकात होगी। वहीं, पाकिस्तान में इमरान खान के पद से हटने के बाद मोदी पहली बार शाहबाज शरीफ से मिलेंगे।

पुतिन से मिलेंगे प्रधानमंत्री मोदी
16 सितंबर यानी कल राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से PM मोदी की मुलाकात होगी। दोनों नेता रूस-यूक्रेन जंग और फूड सिक्योरिटी जैसे अहम मसलों पर बातचीत करेंगे। रूस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, स्ट्रैटिजिक स्टेबिलिटी, एशिया-पैसिफिक रीजन की स्थिति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। PM मोदी ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के साथ भी द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

भारत 2017 में SCO में शामिल हुआ

SCO यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन का गठन 2001 में हुआ था। SCO एक पॉलिटिकल, इकोनॉमिकल और सिक्योरिटी ऑर्गेनाइजेशन है। भारत, रूस, चीन और पाकिस्तान समेत इसके कुल 8 स्थाई सदस्य हैं। शुरुआत में SCO में छह सदस्य- रूस, चीन, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान​​​​​​, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान थे। 2017 में भारत और पाकिस्तान के भी इससे जुड़ने से इसके स्थाई सदस्यों की संख्या 8 हो गई। 6 देश- आर्मीनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और टर्की SCO के डायलॉग पार्टनर हैं। 4 देश- अफगानिस्तान, ईरान, बेलारूस और मंगोलिया इसके ऑब्जर्वर सदस्य हैं।