फॉर्च्यूनर वाले पवन पांडेय को ऑटो से लेकर गई पुलिस:स्पा सेंटर में गुंडई पर हुई है गिरफ्तारी, सांसद-विधायक से ज्यादा थी सुरक्षा

नोएडा में स्पा सेंटर पर अनाधिकृत डिमांड करने और कर्मचारी को पीटने के आरोप में पवन पांडेय नामक शख्स को गिरफ्तार किया है। फॉर्च्यूनर में चलने वाले पवन को नोएडा पुलिस ऑटो में बैठाकर कोर्ट तक लेकर गई। एक सांसद और विधायक पर इतने गनर नहीं होते हैं, जितने अकेले पवन लेकर चलता था। उसकी सुरक्षा में एके-47, कारबाइन, इंसास राइफल जैसे अत्याधुनिक हथियारबंद सुरक्षाकर्मी होते थे। सरकारी सुरक्षाकर्मियों के बीच पवन पांडेय हवा में पिस्टल लहराता था। ऐसे फोटो उसके कई हैं।

क्या है पूरा मामला?
पवन कुमार पांडेय गाजियाबाद में राजनगर एक्सटेंशन का रहने वाला है। पवन अपने साथी राजेंद्र तोमर निवासी मेरठ के साथ 14 सितंबर की दोपहर साढ़े तीन बजे नोएडा में सेक्टर-18 स्थित एलाइट स्पा सेंटर पर पहुंचा। पवन ने वहां के स्टाफ से सर्विस को लेकर आपत्ति जताई और अनावश्यक डिमांड की। इसे लेकर सेंटर कर्मचारी राज को कमरे में खींचकर पवन पांडेय ने पीटा और जेल भिजवाने की धमकी देते हुए अपने साथी संग भाग निकला। राज की तहरीर पर थाना सेक्टर-20 पुलिस ने IPC सेक्शन 323, 504, 506, 342 में एक FIR दर्ज की और आरोपी पवन पांडेय को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।

स्पा सेंटर संचालक बोले- लड़कियों की डिमांड करता है पवन
नोएडा के सेक्टर-18 में यह स्पा सेंटर राज चौहान का है। राज निठारी गांव के रहने वाले हैं। राज का कहना है कि पवन पांडेय अक्सर सुरक्षाकर्मियों के साथ स्पा सेंटर पर आता रहता है। वो लड़कियों की डिमांड करता है और उनसे अनैतिक कार्य करने का दबाव बनाता है। मना करने पर बाउंसरों से उठवा लेने की धमकी देता है। 14 सितंबर को विवाद ज्यादा बढ़ गया था। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत की।

सुरक्षा घेरे पर होते थे अत्याधुनिक हथियार
पवन पांडेय के रूआब का अंदाजा सोशल मीडिया पर मौजूद उसके पुराने फोटो देखकर लगाया जा सकता है। वह कभी नीली बत्ती लगी फॉर्च्यूनर में चलता था। उसके इर्द-गिर्द 10-12 पुलिसकर्मियों का घेरा होता था। इन पुलिसकर्मियों पर अत्याधुनिक हथियार होते थे। कहा जाता है कि पवन ने मथुरा जिले में एक भूमाफिया पर FIR कराई थी। इसी मुकदमे में जान से मारने की धमकी मिलने के सिलसिले में उसने इतनी भारी-भरकम सुरक्षा ले रखी थी।

मथुरा-गाजियाबाद पुलिस से पाए थे 17 गनर
करीब डेढ़-दो महीने पहले गाजियाबाद की एक सोसाइटी में रेजिडेंट्स को पीटने की घटना हुई। वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो मथुरा और गाजियाबाद पुलिस ने पवन पांडेय से करीब 17 सरकारी गनर वापस ले लिए थे। बाकायदा शासन स्तर से जांच हुई और साफ निर्देश मिला कि पवन को गनर न दिया जाए। इसके बावजूद वर्तमान में भी उस पर तीन गनर थे। इसमें एक गनर मेरठ पुलिस से मिला हुआ था, जो उसके बाउंसर राहुल के नाम पर था। दो अन्य गनर भी पवन ने दूसरे लोगों के नाम पर अवैध तरीके से हथिया रखे थे।

न्यायिक क्षेत्र में बना रखी है मजबूत पकड़
पवन पर मथुरा में एक पेट्रोल पंप सेल्समैन को पीटने का भी मुकदमा दर्ज है। सपा सरकार में उसकी तूती बोलती थी। सपा सरकार जाने के बाद उसने न्यायिक क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर ली और कुछ अफसरों के सहारे इतनी सुरक्षा पाता चला गया। पवन वर्तमान में गाजियाबाद नगर निगम में सिक्योरिटी कंपनी की ठेकेदारी भी करता है। पवन पांडेय मथुरा में एक मंदिर की ट्रस्ट से भी जुड़ा है।