लखीमपुर खीरी में दो दलित बहन की हत्या के बाद अब एक लड़की की पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आया है। आरोप है कि छेड़छाड़ का विरोध करने पर सलीमुद्दीन और आशिफ ने घर में घुसकर लड़की की पिटाई की। ये मामला 12 सितंबर का है, लेकिन 5 दिन के इलाज के बाद 16 सितंबर को उसकी मौत हो गई।
परिवार अड़ा, पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे
गांव के लोगों ने हंगामा किया। ये मामला दो समुदाय से जुड़ा होने की वजह से गांव में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। परिवार के लोगों ने लड़की का शव पुलिस को देने से मना कर दिया। पुलिस के समझाने के बाद देर रात शव को पोस्टमार्टम के लिए सौंपा गया। डॉक्टर्स का पैनल पोस्टमार्टम करेगा।
इस घटनाक्रम के बीच लड़की के भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रेप के प्रयास का फैक्ट एफआईआर से हटा दिया। सिर्फ मारपीट में एफआईआर दर्ज की है। मां के मुताबिक, पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है। क्योंकि वो दबंग हैं। वो मेरी बेटी पर नजर रखते थे। उन्होंने चौकी इंचार्ज पडरियातुला पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुझसे कहा कि मामला रफा-दफा कर दो। जो खर्चा लगेगा…मैं दे दूंगा।
उस दिन क्या-कुछ हुआ, मां की जुबानी पढ़िए
मां ने बताया,“12 सिंतबर की वारदात है। बेटी घर में अकेली थी। मैं किसी काम से बाहर थी। बेटी को अकेला देखकर सलीमुद्दीन व आशिफ घर में घुस गए। दोनों बेटी से दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगे। बेटी ने विरोध किया तो मारने पीटने लगे। आवाज सुनकर मैं आ गई। आरोपियों ने देखते ही मुझ पर भी हमला कर दिया। उन्होंने मुझे भी पीटा। मैं चिल्लाने लगी। तो पड़ोस के लोग जुट गए। लोगों को आता देखकर आरोपी फरार हो गए। हालांकि इस दौरान बेटी और मुझे काफी अंदरूनी चोट आईं। बेटी ने अपने बचाव में पत्थर भी चलाया था। इसमें एक युवक को भी चोट आई थी। मैं थाने पहुंची और तहरीर दी। मगर पुलिसकर्मियों ने तहरीर को अपने मनमाने ढंग से लिखवा लिया। मेरी एफआईआर मारपीट मामले की दर्ज की गई।”
बारिश ज्यादा हो रही थी, लखीमपुर के अस्पताल तक बहन को ले नहीं जा पाए
पीड़िता के भाई ने बताया,“घटना के वक्त मैं बाहर मजदूरी करने गया था। मां भी घर पर नहीं थी। इसका फायदा आरोपियों ने उठाया। हम लोग बहन को लखीमपुर जिला अस्पताल इलाज कराने के लिए जा रहे थे। मगर बारिश ज्यादा होने के कारण हम उसे वहां नहीं ले जा सके। बहन ने शुक्रवार शाम 6 बजे दम तोड़ दिया।”
मजदूरी करके गुजारा करता है परिवार
ग्रामीणों ने बताया कि इस परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। लड़की के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। घर पर उसका भाई और मां ही रहते हैं। दोनों मजदूरी कर परिवार का पेट पाल रहे थे। लड़की का एक वीडियो भी सामने आया है। वह 12 सिंतबर का पुलिस चौकी का बताया जा रहा है। इसमें पीड़िता पुलिस को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दे रही थी। उसने बताया कि दो युवकों ने उसके साथ मारपीट की है। जबकि उन दोनों से उनकी कोई पुरानी रंजिश नहीं है।
मुंह और कान से आ रहा था ब्लड
बिजुआ CHC के अधीक्षक डॉ. अमित सिंह ने बताया कि किशोरी के परिजन उसे 12 सितंबर को मेडिकल के लिए लाए थे। लड़की के गले व कलाई में चोट थीं। इलाज के बाद परिजन ये कहकर ले गए थे कि लखीमपुर में इलाज कराएंगे। डॉ. सिंह ने बताया कि शुक्रवार की शाम को ये लोग फिर उसे अस्पताल लाए। यहां मालूम चला कि उसके मुंह और कान से खून आ रहा था। वह सांस नहीं ले पा रही थी। इस वजह से उसे ऑक्सीजन लगाई गई। शुक्रवार शाम 6 बजे के करीब किशोरी की मौत हो गई।
SP बोले- हत्या की धारा बढ़ाई जा रही है
परिवार की तरफ से कोई मांग नहीं रखी गई है। वो आरोपियों के लिए सख्त से सख्त सजा चाहते हैं। SP संजीव सुमन ने बताया कि 12 सितंबर को मारपीट हुई थी। परिजनों ने जो तहरीर दी थी। उस पर मुकदमा दर्ज किया गया था। सूचना मिली है कि युवती की मौत हो गई है। मुकदमे में धाराएं बढ़ाई जा रही है। पूरे मामले में कार्रवाई होगी।