वाट्सएप की ओर से इन दिनों सभी यूजर के पास नई नीति का संदेश आ रहे हैं, जिसमें उनकी निजी डाटा की जानकारी मांगी जा रही है। वाट्सएप की नई नीति से दिल्ली के युवाओं को डर है कि कही उनका व्यक्तिगत डाटा, भुगतान लेनदेन, संपर्क, स्थान और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को वाट्सएप के पास चली जाएगी। अधिकतर युवा इन दिनों वाट्सएप का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। इसके स्थान पर लोग इन दिनों कई अन्य मैसेंजर एप का प्रयोग कर रहे हैं।
युवाओं का कहना है कि वह नहीं चाहते कि कोई भी संस्थान व व्यक्ति उनका व्यक्तिगत डाटा, जिसमें फोटो व लोकेशन की जानकारी प्राप्त करें। खासतौर से बैंक से जुड़ी जानकारी भी उसमें साझा की जाएगी, जिससे आर्थिक क्षति होने का भी डर है। ऐसे में इसके स्थान पर युवक और युवतियां टेलीग्राम, सिगनल समेत अन्य मैसेंजर एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें वाट्सएप की तरह लॉगिन करने में उन्हें अपना निजी डाटा नहीं देना पड़ रहा है। हालांकि वाट्सएप का प्रयोग युवा कर रहे हैं, लेकिन वह केवल फरवरी तक इसका प्रयोग बिना जानकारी दिए हुए कर सकते हैं।
क्या कहते हैं युवा
जय प्रकाश ने कहा कि वाट्सएप से इन दिनों डाटा चोरी होने का डर है, जिसके चलते यह वाट्सएप का प्रयोग करना कम कर दिया है। साथ ही अभी तक वाट्सएप को डाटा साझा करने की अनुमति नहीं दी है। वहीं गौतम तंवर ने बताया कि मोबाइल में निजी डाटा होता है, जिसको किसी के साथ साझा नहीं कर सकते हैं। ऐसे में अब नई एप का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। इसमें टेलीग्राम भी वाट्सएप की तरह ही काम कर रहा है।
कोमल सिंह ने कहा कि देश के बहुत से युवाओं व अन्य लोगों को कोई भी एप डाटा नहीं ले सकती है। इसके लिए भारत सरकार को भी इस मामले में आकर इसका विरोध करना चाहिए। जिससे लोगों को राहत मिले। अंशु कटारिया का कहना है कि परिवार के सभी सदस्य वाट्सएप का प्रयोग करते थे, लेकिन अब सभी लोग इसका प्रयोग करने से बच रहे हैं। इसके स्थान पर सिगनल एप का प्रयोग किया जा रहा है।