टी-20 वर्ल्ड कप 16 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है। भारत अपना पहला मैच 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। एशिया कप 2022 में भारत के खराब परफॉरमेंस के कई कारण सामने आए थे। जिसमें से एक था एक मजबूत प्लेइंग 11 का ना होना। टीम में लगातार होते बदलाव के चलते कप्तान रोहित शर्मा एक फिक्स प्लेइंग 11 बनाने में नाकाम रहे थे।
12 सितम्बर को वर्ल्ड कप की टीम के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिए भी टीम की घोषणा हुई। कुछ खिलाड़ियों ने चोट से हुई रिकवरी के बाद टीम में वापसी की। वहीं, कुछ खिलाड़ियों को टीम में शामिल न करने को लेकर BCCI की आलोचना भी हुई। इन सब के बावजूद अब 15 सदस्यीय टी-20 वर्ल्ड कप टीम हमारे सामने है। साथ ही 4 खिलाड़ियों को रिजर्व प्लेयर रखा गया है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की टी-20 घरेलू सीरीज 20 सितम्बर से शुरू हो रही है। इस सीरीज में खिलाड़ियों का प्रदर्शन भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आगे हम जानेंगे कि कौन से वो 5 भारतीय खिलाड़ी हैं जिनके ऑस्ट्रेलिया टी-20 सीरीज का परफॉरमेंस पर सबकी नजर रहने वाली है…
यूं तो हमेशा ही दुनिया की नजर विराट की परफॉरमेंस पर रही है, लेकिन इस बार मौका खास है। एशिया कप 2022 में अफगानिस्तान के खिलाफ शतक जड़कर करीब तीन साल (1020 दिन) बाद विराट अपने फॉर्म में लौटे हैं।
टी-20 वर्ल्ड कप से पहले विराट का फॉर्म में लौटना इंडियन टीम के लिए अच्छी खबर है, लेकिन कहीं ऐसा न हो विराट सिर्फ वन मैच वंडर बनकर रह जाएं। इसलिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की टी-20 सीरीज में में उनके परफॉरमेंस पर सबकी नजर होगी। जाहिर है उनके शतक के बाद टीम और फैंस की भी उनसे उम्मीदें बढ़ गई होंगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक खेले गए 19 टी20 इंटरनेशनल मैचों में विराट कोहली का एवरेज 59.83 का रहा है। वहीं, स्ट्राइक रेट 146.23 का है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट ने 22 छक्के और 55 चौके जमाए हैं।
टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को टी-20 में लगतार मौके मिल रहे हैं। एक तरफ जहां पंत ने वनडे और टेस्ट क्रिकेट में शानदार लगातार शानदार प्रदर्शन कर अपना सिक्का जमाया है। वहीं, दूसरी तरह टी-20 में उनका प्रदर्शन उसके एकदम उलट है।
टेस्ट मैचों में जहां ये खिलाड़ी 43.32 की शानदार औसत से रन बनाता है तो वहीं, टी-20 में ये घटकर 23.94 का हो जाता है। वहीं, क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में पंत का स्ट्राइक रेट 126.21 का रहा है।
उनके चयन की एक वजह उनका बाएं हाथ का बल्लेबाज होना भी है। इस समय टीम इंडिया के पास टॉप और मिडिल ऑर्डर में कोई भी प्रभावशाली बाएं हाथ के बल्लेबाज का विकल्प मौजूद नहीं है। इसलिए पंत को ज्यादा मौके मिल रहे हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज ऋषभ के लिए काफी अहम है।
भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने एशिया कप 2022 में कोई खास प्रदर्शन नहीं किया था। पांच मैचों में उन्होंने 26.40 के औसत से 132 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 122.22 का रहा। अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में राहुल ने सीरीज का अपना सर्वाधिक स्कोर किया जो 62 रन था।
सलामी बल्लेबाज के तौर पर कम बॉल में अधिक स्कोर करने का प्रयास करना उनकी जिम्मेदारी थी, लेकिन एशिया कप 2022 में उनकी परफॉरमेंस देखने के बाद आगामी टी-20 वर्ल्ड कप में उनके फॉर्म को लेकर संशय बना हुआ है।
एशिया कप 2022 में रही खामियों में से एक मुख्य खामी थी टीम इंडिया का फ्लॉप टॉप ऑर्डर होना। अब देखना ये होगा कि ऑस्ट्रेलिया की टी-20 सीरीज के लिए सिलेक्टर्स का राहुल पर लगाया दांव ठीक बैठता है या राहुल फिर एक बार टीम और फैंस दोनों को निराश करते हैं।
टीम इंडिया के ऑलराउंडर हर्षल पटेल फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में उन्हें 15 सदस्यीय टीम में मौका मिला है। हर्षल ने अब तक केवल 17 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में क्या वो रिकवरी के बाद अच्छी वापसी करेंगे। ये बड़ा सवाल है। हालांकि, चोटिल होने से पहले हर्षल जबरदस्त फॉर्म में थे। डेब्यू के बाद से ही वे भारत के लिए डेथ ओवर गेंदबाज के रूप में सामने आए हैं।
2022 में उन्होंने 15 टी-20 में 8.76 की इकोनॉमी रेट से 19 विकेट लिए। इस अवधि में भारत के लिए केवल भुवनेश्वर ने उनसे अधिक 10 मैच में 20 विकेट हासिल किए हैं। वहीं, हर्षल ने IPL के पिछले दो सीजन में भी कमाल की गेंदबाजी की थी। उन्होंने IPL 2021 में 15 मैच में 32 विकेट झटके थे और पर्पल कैप जीती थी। इस साल IPL में हर्षल ने 15 मैच में 19 विकेट लिए थे। इसलिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेथ ओवर गेंदबाज के रूप में हर्षल पर सबकी निगाहें टिकी होंगी।
जुलाई में हुई बैक इंजरी के चलते बुमराह रीहैब में थे। अब अपना फिटनेस टेस्ट पास कर उन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीय टीम में जगह बना ली है। साथ ही आज से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में भी आप बुमराह को खेलते हुए देख सकते हैं। एशिया कप में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था। ऐसे में बुमराह से अब बहुत उम्मीदें होंगी।
वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के पास 140+ की गति से गेंदबाजी करने वाले गेंदबाजों के बहुत कम विकल्प मौजूद हैं। बुमराह उनमें से एक हैं। 72 दिन बाद ये खिलाड़ी वापसी कर रहा है। ऐसे में टी-20 वर्ल्ड कप से पहले ये सीरीज बुमराह के लिए फॉर्म में लौटने का एक अच्छा मौका साबित हो सकता है। वह शुरुआती ओवरों के साथ डेथ ओवरों में भी शानदार गेंदबाजी करते हैं। उनकी अगुआई में भारत की पेस बैटरी लगातार अच्छा प्रदर्शन करती आई है।