कांग्रेस के दो दिग्गज नेता पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं। एक तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं तो दूसरी तरफ केरल से पार्टी सांसद शशि थरूर। सूत्रों के मुताबिक गहलोत 26 से 28 सितंबर के बीच कभी भी नामांकन दाखिल कर सकते हैं। वहीं थरूर ने भी सोमवार को सोनिया गांधी से मिलकर मैदान में उतरने की तैयारी कर ली है।
सूत्रों के मुताबिक थरूर ने सोमवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और चुनाव लड़ने की इजाजत मांगी। हालांकि, सोनिया ने उन्हें साफ शब्दों में कहा कि चुनाव लड़ने का फैसला आपका है। यानी ये आपका कॉल है, पार्टी की चुनावी प्रक्रिया तय नियमों के हिसाब से ही होंगी। इसमें सभी को बराबर का अधिकार है।
अगर गहलोत और थरूर चुनाव लड़ते हैं तो 20 साल बाद ऐसा पहली बार होगा जब गांधी परिवार से अलग कोई कैंडिडेट चुनावी मैदान में होगा। इससे पहले नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्री रहने के दौरान सीताराम केसरी पार्टी अध्यक्ष का चुनाव जीते थे।
पार्टी में सुधार के लिए 650 से ज्यादा कार्यकर्ताओं का अभियान
हाल ही में कांग्रेस के युवा सदस्यों ने पार्टी में बदलाव के लिए एक ऑनलाइन याचिका दी थी। तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद थरूर ने ट्विटर पर इसका समर्थन किया है। कार्यकर्ताओं की याचिका शेयर करते हुए थरूर ने लिखा- मैं इस याचिका का स्वागत करता हूं। इसमें अब तक 650 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर किए हैं। मुझे इसका समर्थन कर आगे बढ़ाने में खुशी हो रही है।
अध्यक्ष उम्मीदवार से युवा कार्यकर्ताओं को उम्मीदें
इस ऑनलाइन याचिका में पार्टी के युवा सदस्यों ने सुधारों की मांग की है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद के हर उम्मीदवार को यह संकल्प लेना चाहिए कि निर्वाचित होने पर वह ‘उदयपुर नवसंकल्प’ को पूरी तरह लागू करेगा। राजस्थान के उदयपुर में मई 2022 में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद ‘उदयपुर नवसंकल्प’ जारी किया गया था, जिसमें पार्टी के संगठन में कई सुधार सुझाए गए थे। इनमें ‘एक व्यक्ति, एक पद’ और ‘एक परिवार, एक टिकट’ की व्यवस्था की बातें प्रमुख हैं।
बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद हो रहे चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव ऐसे समय में हो रहा है जब कपिल सिब्बल, जयवीर शेरगिल, सुनील जाखड़, अमरिंदर सिंह, आरपीएन सिंह, अश्विनी कुमार और हार्दिक पटेल सहित कई प्रमुख नेताओं ने पिछले कुछ ही महीनों में पार्टी को अलविदा कहा है। इनमें सबसे बड़ा नाम गुलाम नबी आजाद का है, जिन्होंने पार्टी छोड़ने के दौरान कांग्रेस में गांधी परिवार के एकक्षत्र राज पर सवाल उठाए।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनने की प्रोसेस 22 सितंबर से शुरू होगी
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। वहीं, नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। चुनाव प्रक्रिया के लिए नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर है। 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित होंगे।
ज्यादा उम्मीदवार होने पर होगा चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव करीब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 9000 डेलीगेट्स करेंगे। वहीं कांग्रेस वर्किंग कमेटी के 23 सदस्यों में से 12 चुने जाएंगे, जबकि 11 नामित होंगे। अगर कांग्रेस वर्किंग कमेटी के 12 चुने सदस्यों के लिए अधिक उम्मीदवार होंगे, तो उनके लिए भी चुनाव होगा, अगर 23 नाम पर सर्वसम्मति होगी तो चुनाव नहीं होगा। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव पूरा होने के बाद होगा।
नामांकन भरने वालों को रखना होगा ये ध्यान
चुनाव प्रक्रिया की पूरी जिम्मेदारी संभाल रहे पार्टी के सीनियर लीडिर मधुसूदन मिस्त्री ने गुरुवार को कहा था कि जो लोग कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करना चाहते हैं वो 20 सितंबर से पहले डेलीगेट्स की लिस्ट देख सकते हैं। वहीं उन्हें अपने नामांकन के लिए 10 प्रदेश कांग्रेस कमेटी डेलीगेट्स का समर्थन दिखाना होगा।
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6 राज्यों ने दिया राहुल को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव, कांग्रेस कमेटियों ने कहा- राहुल ही बनें अध्यक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव से पहले 6 राज्यों की कांग्रेस कमेटियों ने राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने का प्रस्ताव पास किया है। हाल ही में महाराष्ट्र, बिहार और तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी ने इसका प्रस्ताव पास किया, जबकि राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ पहले ही इसे मंजूरी दे चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 23 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी, जबकि 17 अक्टूबर को चुनाव प्रस्तावित है।