हिसार। अब दक्षिण पश्चिम मानसून की वापिसी का दौर शुरू हो गया है। अभी मानसून पश्चिमी राजस्थान से वापस होना शुरू हो गया है। मगर मौसम विज्ञानियों की मानें तो हरियाणा से मौसम की वापसी सितंबर माह के आखिर में होने की संभावना है। हिसार में दिन के तापमान में दो सप्ताह बाद कमी देखने को मिली है। इसका कारण है कि मंगलवार को बादलवाई होने के कारण धूप अधिक गर्मी नहीं कर सकी। जिसके कारण दिन के समय तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहकर 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं रात्रि तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि सितम्बर अंत तक हरियाणा राज्य से भी मानसून की वापसी होनी संभावित है। इसलिए तापमान में बढ़ोतरी तथा वातावरण में नमी की उपस्थिति के कारण गरज चमक के बादल बनने से कहीं कहीं बुंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना बन जाती है।
ऐसी ही वर्षा की संभावना अगले दो तीन दिनों में 23 सितम्बर तक तथा बाद में सितम्बर अंत में भी हरियाणा राज्य के उत्तर तथा दक्षिण व पश्चिमी जिलों में बनने की संभावना है। इस दौरान मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील बने रहने की संभावना है।
गौरतलब है कि इस मानसून सीज में हरियाणा के 10 जिले कम वर्षा के कारण रेड जोन में हैं। इन जिलों में पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद और नूंह शामिल है। जबकि 10 जिले ग्रीन जोन में है। इन जिलों में हिसार, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, झज्जर, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, पलवल शामिल हैं। सिर्फ यह नहीं बल्कि सितंबर के 17 दिनों में प्रदेश में 79 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।