‘अवैध निर्माण को शुरू होने से पहले रोकना होगा’:लखनऊ में योगी बोले- जब भी नए प्रोजेक्ट की प्लानिंग होती, माफिया एक्टिव हो जाता है

अवैध निर्माण को शुरू होने से पहले रोकना है। तभी बेहतर यूपी बनाया जा सकता है। उसके बिना विकास संभव नहीं है। शुक्रवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने यह बात कही।

नेशनल कॉन्क्लेव में सीएम के साथ नगर विकास मंत्री एके शर्मा भी पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों को खुद को आर्थिक रूप से मजबूत करना होगा। उससे ही आप यूपी के विकास में बेहतर योगदान दे सकते है। उन्होंने कहा कि अगर यूपी पिछड़ता है तो देश पिछड़ेगा।

‘पांच साल तक यूपी पिछड़ा था’

योगी ने कहा कि पांच साल पहले तक यूपी काफी पिछड़ा था। अब ऐसा नहीं है। कुछ लोगों को लग रहा था कि पीएम आवास योजना अगर यूपी में विफल रही तो प्रश्न चिन्ह खड़ा होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

बताया कि पांच साल पहले तक तक स्थिति अलग थी। लोगों में नगरीय विकास की सोच नहीं थी। यहां तक की राजनीतिक इच्छा शक्ति का भी अभाव है। गांव में तो हुआ लेकिन शहरों में अभी विकास की बड़ी संभावना है।

‘100 से ज्यादा अरबन बॉडी बनाई गई’

सीएम ने बताया कि यूपी में 100 से ज्यादा अरबन बॉडी बनाई गई है। यूपी में 17 स्मार्ट सिटी बनाए जा रहे हैं। मौजूदा समय 7 शहरों में अमृत योजना में काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी देश में हम पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बात करते हैं तो उसमें यूपी सबसे पहले आता है। प्रदेश में सबसे ज्यादा मेट्रो रेल पर काम हो रहा है।

‘अवैध कॉलोनी बनाकर बिल्डर मुनाफा कमा लेता’

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ में भू माफिया काफी सक्रिय है। स्थिति यह है कि जब भी कभी कोई नया प्रोजेक्ट या प्लानिंग की जाती है तो भूमाफिया सक्रिय हो जाती है।

अवैध कॉलोनी बिल्डर बनाकर मुनाफा कमा लेता है। उसके बाद वहां विकास के लिए राजनीतिक दबाव बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की जरूरत है।

‘यूपी विकास में योगदान कर रहा है’

नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कहा कि मौजूदा समय यूपी में विकास बढ़ा है। उसमें नगर विकास विभाग बेहतर काम कर रहा है। बेहतर साफ-सफाई हो रही है। शहरों से लेकर तहसील स्तर पर काम बढ़िया हुआ है। मानचेस्टर के गौरव को दोबारा खड़ा करना है।

मुख्य सचिव डीएस मिश्रा ने कहा कि 1998-1999 तक केडीए के वीसी रहे थे। यह शहर दुनिया में भर में अपनी औद्योगिक पहचान रखता था, जिसे मैनचेस्टर के नाम से भी जाना जाता था। लेकिन वक्त के साथ कानपुर ने मानचेस्टर का गौरव खो दिया है। इसे दोबारा खड़ा करने के लिए बेहतर प्लानिंग की जरूरत है।