केरल में हिंसा के बाद PFI के 500 लोग अरेस्ट:NIA की रेड के विरोध में कई जगह तोड़फोड़; पुलिस पर हमला, RSS के ऑफिस पर बम फेंके

15 राज्यों में 93 ठिकानों पर NIA की छापेमारी के बाद शुक्रवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने केरल बंद बुलाया। इस दौरान संगठन के कार्यकर्ता हिंसक हो गए। उन्होंने राजधानी तिरुवनंतपुरम और कोट्टयम में कई सरकारी बसों और गाड़ियों में तोड़फोड़ की।

न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, कन्नूर के मट्टनूर में RSS ऑफिस पर पेट्रोल बम भी फेंके गए। हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस के मुताबिक, कोल्लम में मोटरसाइकिल सवार PFI कार्यकर्ताओं ने 2 पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया। ADGP, लॉ एंड ऑर्डर, विजय साखारे ने बताया कि हिंसा के बाद पुलिस ने 500 लोगों को अरेस्ट किया और 400 लोग हिरासत में लिए गए।

केरल हाईकोर्ट ने कहा- गिरफ्तारियों के बाद ऐसा प्रदर्शन ठीक नहीं​​​
केरल हाईकोर्ट ने राज्यव्यापी बंद बुलाने और PFI नेताओं के प्रदर्शन का स्वत: संज्ञान लिया है। केरल HC के आदेश के मुताबिक, कोई भी बिना अनुमति के बंद नहीं बुला सकता है। कोर्ट ने आदेश में कहा कि गिरफ्तारियों के बाद ऐसा प्रदर्शन ठीक नहीं।

कांग्रेस ने रोकी भारत जोड़ो यात्रा
कांग्रेस ने शुक्रवार को भारत जोड़ो यात्रा रोक दी। इस पर भाजपा ने तंज कसा कि PFI और इस्लामिक जिहादी संगठनों ने आज हड़ताल का आह्वान किया और कांग्रेस ने आज अपनी पद यात्रा रोक दी। इससे घटिया और शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता।

PFI बंद और कार्यकर्ताओं की तोड़फोड़ से जुड़े फोटोज…

कन्नूर में स्थानीय लोगों ने PFI कार्यकर्ताओं को पीटा
केरल के कन्नूर में स्थानीय लोगों ने PFI कार्यकर्ताओं के एक ग्रुप की पिटाई की। इस दौरान कार्यकर्ता भागने लगे। इनमें से एक को लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों का कहना है कि यह लोग बंद के तहत दुकानों के शटर गिराने की कोशिश कर रहे थे।

NIA की रेड से भड़के मौलाना साजिद रशीदी, बोले- मुसलमानों को खत्म करने की साजिश
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना साजिद रशीदी ने NIA की रेड को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह मुसलमानों को खत्म करने की साजिश है और पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की जा रही है।

छापेमारी की 3 बड़ी वजहें…

1. राज्यों में टेरर फंडिंग करने का आरोप: NIA अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और हैदराबाद में आतंकी गतिविधि बढ़ाने के लिए भारी संख्या में टेरर फंडिंग की गई है। लिंक खंगालने के बाद जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई की।
2. ट्रेनिंग कैंप लगाने का आरोप: NIA को सूचना मिली थी कि कई राज्यों में पिछले कुछ महीनों से PFI बड़े स्तर पर ट्रेनिंग कैंप लगा रही है। इसमें हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के साथ लोगों का ब्रेनवॉश भी किया जा रहा था।
3. फुलवारी शरीफ का लिंक: इसी साल जुलाई में पटना के पास फुलवारी शरीफ में मिले आतंकी मॉड्यूल को लेकर भी छापेमारी की गई थी। फुलवारी शरीफ में PFI के सदस्यों के पास से इंडिया 2047 नाम का 7 पेज का डॉक्यूमेंट मिला था। इसमें अगले 25 साल में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की प्लानिंग थी।

फंडिंग के लिए इंदौर में PFI ने लगाए थे बैनर

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने इंदौर के जिन PFI के संदिग्ध पदाधिकारियों को पकड़ा है, उन पर पुलिस के खुफिया विभाग की नजर लंबे समय से थी। जेल जा चुके लोगों की हरसंभव मदद का आश्वासन ईद पर PFI ने दिया था। 3 मई को ईद के मौके पर सदर बाजार ईदगाह के बाहर PFI के सदस्यों ने फंडिंग के लिए बैनर-पोस्टर तक लगाए थे।
UP में सिमी के नक्शे कदम पर PFI
​​​​देश में नफरत की पाठशाला चलाने वाले PFI यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यूपी में सिमी के नक्शे कदम पर चल रही है। सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद उसकी बी-पार्टी के रूप में उभरा ये संगठन बहराइच से लेकर सहारनपुर तक अपनी जड़ें फैला चुका है। लखनऊ और NCR को हेडक्वार्टर के तौर पर तैयार किया है।
PFI पर एक्शन का प्लान: केंद्र ने 4 अगस्त को लिया था कार्रवाई का फैसला
PFI पर एक्शन का प्लान 4 अगस्त को गृहमंत्री अमित शाह के बेंगलुरु दौरे के दौरान बना था। अमित शाह यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद अमित शाह, कर्नाटक के CM बसव राज बोम्मई और राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के बीच मीटिंग हुई थी। मीटिंग के बाद केंद्र सरकार PFI पर एक्शन की तैयारी कर रही है, भास्कर ने इस बारे में 9 अगस्त को ही बता दिया था। PFI पर एक्शन का प्लान 4 अगस्त को गृहमंत्री अमित शाह के बेंगलुरु दौरे के दौरान बना था। अमित शाह यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद अमित शाह, कर्नाटक के CM बसव राज बोम्मई और राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के बीच मीटिंग हुई थी। मीटिंग के बाद केंद्र सरकार PFI पर एक्शन की तैयारी कर रही है,