‘अपने सबसे अच्छे रूप में, मनुष्य सभी जानवरों में सबसे महान है; लेकिन कानून और न्याय के बिना वह सबसे खराब है।’
– अरस्तू
करिअर फंडा में स्वागत!
महात्मा गांधी से बराक ओबामा… नेल्सन मंडेला से जेठमलानी तक
यदि मैं आपसे पूछूं कि बताइए, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, नेल्सन मंडेला, बराक ओबामा से लेकर अरुण जेटली, कपिल सिब्बल, हरीश साल्वे और राम जेठमलानी में क्या कॉमन है? तो आप का उत्तर क्या होगा?
जी हां, ये सभी फॉर्मल लॉ (कानून / विधि) पढ़े हुए लोग थे/हैं, और इनका करिअर उसकी अमिट छाप है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में गांधी, नेहरू, पटेल सभी बड़े वकील रहे थे।
एक विस्तृत इंद्रधनुष
लॉ के अध्ययन का उद्देश्य मानव जीवन के लगभग हर पहलू से संबंधित विभिन्न लॉ सिस्टम को जानना है, जिसमें बिजनेस, इकोनॉमी, ह्यूमन राइट्स, अंतरराष्ट्रीय संबंध और राजनीति से लेकर अन्य शामिल हैं। लॉ के क्षेत्र में एक सक्सेसफुल करिअर बनाने के लिए, आपको अपने देश की कानून प्रणाली के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के कानूनों, मानवाधिकारों, अधिकार क्षेत्र और अन्य कानूनी पहलुओं का गहन ज्ञान होना चाहिए।
लॉ की डिग्री लेने के 6 बेनिफिट
1) ‘लॉ ऑफ द लैंड’ को जानना: आप जिस जगह रहते हैं वहां कानून को जानना और समझना एक तरह की ताकत देता है। डेली लाइफ में आप सशक्त महसूस करते हैं। हमारे आस-पास रोजाना होने वाली छोटी-छोटी ज्यादतियों के खिलाफ बोलने का साहस बनता है।
2) पर्सनालिटी में कॉन्फिडेंस: कानून (विधि) पर पकड़ एक अलग ही कॉन्फिडेंस पैदा कर देती है। यहां मैं पॉजिटिव कॉन्फिडेंस की बात कर रहा हूं, नेगेटिव नहीं। इससे जीवन में फुल डेवलपमेंट की राह खुलती जाती है।
3) यूपीएससी की तैयारी में फायदा: नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज जाने वाले मेरे कई स्टूडेंट्स ने मुझे बताया कॉलेज जॉइन करने और दो/तीन साल पढ़ने के बाद कई स्टूडेंट्स का रुझान सिविल सर्विसेज की तरफ हो जाता है। उनके अनुसार ऐसा इसलिए क्योकि इंटीग्रेटेड कोर्सेस खासतौर पर BA LLB का कोर्स काफी कुछ सिविल सर्विसेज एंट्रेंस टेस्ट से मिलता-जुलता है और इन कॉलेजों में इन विषयों को पढ़ाने के लिए अच्छे टीचर्स होते हैं जिससे इन सब्जेक्ट्स में रुचि बढ़ जाती है।
4) पैसा कमाना: कई सीनियर लॉयर्स, अपनी फीस के तौर पर करोड़ों रुपए लेते हैं। किसी दूसरे प्रोफेशन की तरह ही लॉ की फील्ड में भी आप एक्सीलेंस के दम पर पैसा कमा सकते हैं। यदि आप को अपने क्षेत्र का नॉलेज अच्छा है और यदि आप केस जिताने वाले लॉयर की इमेज बनाने में कामयाब होते हैं तो यह करिअर आपको धनी बना सकता है – बहुत धनी!
5) राजनीति और समाजसेवा में अवसर: कानून पर पकड़ आपको समाज की समस्याओं को बेहतर समझने में मदद करती है। एक इंजीनियर या डॉक्टर कभी भी मानव अधिकार और आदिवासी शोषण पर स्वतः अपनी तकनीकी राय नहीं रख पाएंगे, लेकिन लॉ फील्ड वाले अपने अंदाज में काफी कुछ कह पाएंगे। इससे पैदा होते हैं नए करिअर अवसर जैसे सोशल सर्विस, कंसल्टिंग और पॉलिटिक्स।
6) कॉर्पोरेट वर्ल्ड में अवसर: ओपन इकोनॉमिक सिस्टम और हजारों प्राइवेट कंपनियों के आ जाने से बिजनेस में होने वाले विवादों की संख्या बढ़ी है और साथ ही उस क्षेत्र में डील करने वाले लॉयर्स की जरूरत भी बढ़ी है। यदि कॉर्पोरेट लॉ के क्षेत्र में काम करते हैं तो पेटेंट, कॉपीराइट, डिजाइन मार्क्स, ट्रेड मार्क्स के क्षेत्र में काफी काम है।
भारत में पढ़ाई के विभिन्न अवसर
भारत की टॉप लॉ यूनिवर्सिटीज जैसे एनएलएसआइयू बैंगलोर, नालसार हैदराबाद और अन्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज हैं, जो भारत के युवाओं के लिए ग्रेजुएट /पोस्ट-ग्रेजुएट और इंटीग्रेटेड कोर्सेस के ऑप्शंस उपलब्ध कराती हैं। इसके अलावा कई प्राइवेट इंस्टीट्यूट जैसे सिम्बायोसिस पुणे, यूपीईएस देहरादून, निरमा अहमदाबाद इत्यादि भी अच्छे माने जाते हैं। इनमें BA LLB, BA LLB (Hons), BBA LLB, BBA LLB (Hons), और B.Com LLB प्रमुख हैं। कुछ कॉलेजेस में, BSL LLB (बैचलर ऑफ सोश्यो-लीगल साइंस), BSc LLB और यहां तक की BTech LLB भी उपलब्ध हैं।
BTech LLB को छोड़ कर जो कि छह साल का कोर्स है, बाकी सभी इंटीग्रेटेड कोर्सेस 5 साल के होते हैं।