दिल्ली-शिमला के बीच हवाई यात्रा आज से:एलाइंस एयर का विमान 1.10 घंटे में पहुंचाएगा शिमला, NCR के टूरिस्ट को बड़ी राहत

दिल्ली-शिमला के बीच एलाइंस एयर (Alliance Air) आज यानि 26 सितंबर से उड़ान शुरू करने जा रही है। रीजनल कनेक्टीविटी स्कीम के तहत एलाइंस एयर ने ये कदम बढ़ाया है। अभी तक एयर इंडिया की सेवाएं साप्ताहिक थी, लेकिन वे नाममात्र के लिए थीं।

सड़क मार्ग से पहुंचने में लगते हैं 8 घंटे
उड़ान नंबर-91821 दिल्ली IGI एयरपोर्ट से सुबह 7.10 बजे प्रस्थान करेगी और 8.20 बजे शिमला पहुंचेगी। वापसी में उड़ान नंबर-91822 शिमला से 8.50 बजे चलेगी और 10 बजे दिल्ली पहुंचेगी। दिल्ली-शिमला का उद्घाटन किराया 2141 रुपए होगा। यानि दिल्ली से शिमला अब सिर्फ एक घंटा 10 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। जबकि सड़क मार्ग से इस दूरी को तय करने में करीब 8 घंटे लगते हैं। इस विमान में खिड़की और उसके बराबर वाली सीटें हैं। कंपनी का दावा है कि विमान में यात्रियों को 30 डिग्री तक पैर रखने की खुली जगह उपलब्ध है।

हिंडन एयरपोर्ट पर रखा गया कार्यक्रम
दिल्ली-शिमला हवाई सेवा का उदघाटन कार्यक्रम सोमवार सुबह गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर रखा गया है। इसमें केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री और गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह मौजूद रहेंगे। जनरल वीके सिंह इस कार्यक्रम के बाद हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर इंडियन ऑल कंपनी के गैस डिपो शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके मुख्य अतिथि केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी होंगे।

बारिश के चलते 6 सितंबर से नहीं शुरू हो सकी सेवाएं
एलाइंस एयर ने एक बयान में कहा, ‘कनेक्टिंग न्यू इंडिया विजन के साथ हमारा यह प्रयास हो रहा है कि अपने निकटतम सिटी हब के साथ टायर 2-3 शहरों के बीच बेहतर हवाई संपर्क प्रदान करें। इसी प्रयास को ध्यान में रखते हुए एलाइंस एयर ने अपने पहले रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत दिल्ली-शिमला-दिल्ली मार्ग को फिर से आरंभ करके उत्तर भारत में कनेक्टिविटी का विस्तार किया है। इस उड़ान की शुरूआत 6 सितंबर से होनी थी, लेकिन खराब मौसम के कारण उड़ान का संचालन शुरू नहीं हो सका।’

दिल्ली-एनसीआर के टूरिस्ट को बड़ी राहत
दिल्ली-एनसीआर के टूरिस्ट को इस हवाई यात्रा शुरू होने से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। अभी तक सारे टूरिस्ट दिल्ली से चंडीगढ़ हाईवे के जरिये ही शिमला पहुंचते थे। इस सड़क मार्ग को तय करने में करीब आठ घंटे लगते थे और इतना ही वक्त आने में लगता था। यानि कुल 16 घंटे का ये सफर अब सिर्फ ढाई घंटे में पूरा हो सकेगा। इससे लोगों के समय की बचत होगी और पैसा भी कम खर्च होगा।