लेखक: लीसा रबास्का रोपे
युवा अब रिटायरमेंट और काम को लेकर अपनी सोच बदल रहे हैं। जिस उम्र में पेरेंट्स रिटायर होते थे उससे ठीक 15 साल पहले ही वे रिटायरमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं। इसके लिए वे अभी से सेविंग और इनकम बढ़ाने की तैयारी भी कर रहे हैं, ताकि वे वर्क लाइफ बैलेंस पर ज्यादा जोर दे सकें। साथ ही उनका बुढ़ापा चैन से बीत सके।
दरअसल, अमेरिका की TIAA कंपनी के 2022 के रिटायरमेंट इनसाइट्स सर्वे में युवाओं के इस तरह के विचारों का खुलासा हुआ है। 30 से 39 साल की उम्र में 31% लोग रिटायरमेंट प्लान कर रहे हैं। इसमें 25 से 29 साल के युवा सबसे ज्यादा आश्वस्त हैं। खास बात यह है कि इसमें से 40% का आत्मविश्वास काफी उच्च था।
मंदी-कोरोना झेल चुके लोग बचत सीख रहे
जो लोग 1981 और 1996 के बीच पैदा हुए हैं, वे मंदी और कोरोना का दौर झेल चुके है। इससे उन्होंने बचत करने की आदत सीखी है। वहीं संपत्ति के पारंपरिक रास्ते भी खोजे जा रहे हैं। इसके लिए जितना हो सके बचत करने और जितना हो सके कम खर्च करने की सोच रहे हैं।
अटलांटा के एक मेडिकल सेंटर में कार्डियोथोरेसिक के रूप में बीते दो साल से काम कर रही 33 साल की देवांगी पटेल का लक्ष्य 50 की उम्र में फाइनेंशियल फ्री होकर रिटायमेंट लेेने का हैं। उनका कहना है कि वे एक ऐसे मुकाम पर पहुंचना चाहती हैं जहां उन्हें पैसों के लिए काम करने की जरूरत ही न पड़े और वे 50 के बाद का जीवन अपनी मर्जी से जी सकें। वे इसके लिए सैलरी में से 50-60% बचत अभी कर रही हैं।
65 साल तक इंतजार नहीं: आय में 53% बचत की शुरू
अमेरिका की मिनिचिलो और उनके पति ने 2010 में टैक्स कटने के बाद अपनी आय का 53% बचत करना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि वे बहुत से लोगों को देख चुके हैं जो बीमार होने पर अपनी क्षमताओं को ताक में रखकर काम करते हैं।