जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का स्टेट फ्यूनरल कार्यक्रम टोक्यो के निप्पॉन बुडोकन कम्युनिटी सेंटर में किया जा रहा है। इसमें मोदी समेत 700 से ज्यादा वर्ल्ड लीडर मौजूद हैं। आबे की 8 जुलाई को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पारिवारिक तौर पर शिंजो का अंतिम संस्कार 15 जुलाई को कर दिया गया था। लिहाजा, आज हो रहा स्टेट फ्यूनरल प्रतीकात्मक है। इस फ्यूनरल का लोग विरोध कर रहे हैं। निप्पॉन बुडोकन के बाहर लोगों का प्रदर्शन जारी है।
फ्यूनरल में प्राइम मिनिस्टर फुमियो किशिदा, पार्लियामेंट स्पीकर हिरोयुकी हासोदा, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सबुरो टोकरा और आबे के करीबी सहयोगी पूर्व प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा स्पीच चस रही है। इसी के साथ स्टेट गेस्ट्स श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसके बाद नेशनल एंथम होगा। फिर 19 तोपों की सलामी दी जाएगी। अंत में आबे की याद में 2 मिनट का मौन रखा जाएगा।
स्टेट फ्यूनरल सेरेमनी से पहले PM मोदी ने जापान के PM फुमियो किशिदा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती देने के लेकर चर्चा हुई। PM मोदी राजकीय अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कल रात यानी 26 सितंबर को टोक्यो पहुंचे थे।
नेताओं की स्पीच के बाद जापान की रॉयल फैमिली शिंजो आबे को श्रद्धांजलि देगी। हालांकि परंपरा के चलते किंग नारुहितो, क्वीन मासाको, किंग एमेरिटस अकिहितो और क्वीन एमेरिटा मिचिको सभा में हिस्सा नहीं लेंगे। रॉयल फैमिली के शाही दूत परिवार की ओर से श्रद्धांजलि देंगे। क्राउन प्रिंस अकिशिनो और उनकी पत्नी क्राउन प्रिंसेस किको कुदनजाका पार्क में आबे को श्रद्धांजलि देंगे। यहीं आम लोग भी आबे को श्रद्धांजलि देंगे। स्टेट फ्यूनरल सेरेमनी का समापन शिंजो आबे के अवशेषों को विदा करने से होगा।
स्टेट फ्यूनरल का जापान में विरोध
शिंजो की प्रतीकात्मक विदाई में सरकार खर्च कर रही है, अमूमन जापान में रॉयल फैमिली और प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार सरकारी खर्च पर नहीं किया जाता। ये परंपरा है। सभी फ्यूनरल फंक्शन पारिवारिक लोग करते हैं। आबे का राजकीय अंतिम संस्कार सरकार कर रही है। प्रतीकात्मक अंतिम विदाई समारोह पर करीब 97 करोड़ रुपए खर्चा हुआ है। यही वजह है कि इसका विरोध हो रहा है। विपक्ष और आम जनता को लगता है कि सरकार के खर्च पर आबे का अंतिम संस्कार पैसे की बर्बादी है।
दूसरी बार जापान में हो रहा स्टेट फ्यूनरल
वर्ल्ड वॉर II के बाद जापान में दूसरी बार किसी प्रधानमंत्री का स्टेट फ्यूनरल हो रहा है। इससे पहले, 1967 में शिगेरु योशिदा के लिए स्टेट फ्यूनरल हुआ था। इसके अलावा सभी प्रधानमंत्री का रेगुलर प्रोटोकॉल के तहत ही फ्यूनरल हुआ है। आबे की हत्या के बाद नई पुलिस सिक्योरिटी गाइडलाइंस जारी की गई थी। इसके बाद टोक्यो में सुरक्षा बढ़ा दी गई। गाइडलाइन आने के बाद से जापान में पहली बार बड़े स्तर का सार्वजनिक कार्यक्रम होगा।
जापान के पूर्व PM आबे की हत्या, इलेक्शन कैंपेन में पूर्व सैनिक ने पीछे से गोली मारी; 6 घंटे बाद निधन
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आबे नारा शहर में इलेक्शन कैंपेन के दौरान स्पीच दे रहे थे। 42 साल के हमलावर ने पीछे से फायरिंग की। आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी का नाम यामागामी तेत्सुया था और वो आबे की नीतियों से नाखुश था।
शिंजो के नाना को चीनी आज भी पुकारते हैं शैतान:पिता थे जापानी सेना के आत्मघाती पायलट
शिंजो सबसे लंबे वक्त तक जापान के प्रधानमंत्री रहे, लेकिन उनकी शख्सियत सिर्फ इतनी भर नहीं है। हम यहां शिंजे की पर्सनैलिटी के 3 शेड्स को 6 कहानियों के जरिए दिखा रहे हैं।
आबे की मौत पर भारत में शोक, चीन में जश्न; चीन को खुलकर धमकाते थे शिंजो
चीन में आबे की मौत पर जश्न मनाया गया। चीनी सोशल मीडिया में वहां के लोगों ने कमेंट्स किए। एक चीनी यूजर ने शिंजो के हमलावर को ‘हीरो’ बताते हुए जापानी PM की मौत की कामना की।