चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम आज बदल जाएगा। इसके साथ ही एयरपोर्ट के नामकरण को लेकर पंजाब और हरियाणा सरकार के बीच 7 साल से चला आ रहा गतिरोध भी पूरी तरह समाप्त होगा। केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखेंगी। इसके लिए एयरपोर्ट पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय, पंजाब के गवर्नर एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान, यूनियन मिनिस्टर ऑफ स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज एंड सिविल एविएशन रिटायर्ड जनरल डॉक्टर विजय कुमार सिंह, हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर और आनंदपुर से सांसद मनीष तिवारी उपस्थित रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोदी ने 25 सितंबर को अपने `मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम के दौरान चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह के नाम पर रखे जाने की घोषणा की थी। हरियाणा ने आपत्ति जताई थी कि एयरपोर्ट का नाम चंडीगढ़ के नाम पर ही रखा जाए, क्योंकि यह दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी है। भूपेंद्र सिंह हुड्ड ने भगत सिंह के नाम पर नामकरण पर सहमति जताई थी।
अब मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में हरियाणा में भाजपा सरकार आई तो पंजाब विधानसभा ने 2017 में प्रस्ताव पारित किया कि हवाई अड्डे का नाम भगत सिंह के नाम पर रखा जाना चाहिए और इस पर बहस हुई। पंजाब ने एयरपोर्ट बनाने के लिए मोहाली में जमीन दी। काफी बैठकों के बाद हरियाणा व पंजाब की सरकारों के बीच मतभेद बीते महीने समाप्त हुआ। हरियाणा डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला और पंजाब CM की मुलाकात हुई।
दोनों में हवाई अड्डे का नाम भगत सिंह के नाम पर रखे जाने पर सहमति बनी, जबकि विवाद पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में भी पहुंचा, लेकिन बेंच ने आपस में बैठकर विवाद सुलझाने का सुझाव दिया।