CUET को क्रैक करने के 7 टिप्स:एग्जाम का पैटर्न जानें, नोट्स बनाएं और खूब प्रैक्टिस करें

‘शिक्षा सिर्फ तथ्यों को रटना नहीं, बल्कि दिमाग को सोचने के लिए ट्रेन करने का नाम है’

– अल्बर्ट आइंस्टीन

करिअर फंडा में स्वागत!

एक नया एंट्रेंस प्रयास

दोस्तों, जैसा शायद आप जानते हैं, UG प्रवेश हेतु एक बिलकुल नया एग्जाम है जो यूनिवर्सिटी और कॉलेजेस में एडमिशन के लिए 2022 से लाया गया है। और ये है ‘कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET)’(कुछ इसे सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट कहते हैं)

यह एक ऑल इंडिया परीक्षा है जिसे NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा सभी भाग लेने वाले संस्थानों में यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है।

क्यों हो एक नई परीक्षा

शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि

1) CUET भारत के शहरी और ग्रामीण दोनों छात्रों को एक कॉमन प्लेटफार्म देगा, और ग्रामीण छात्र उन सेंट्रल यूनिवर्सिटीज के बारे में सोचेंगे और अप्लाई करेंगे (एक ही एग्जाम से) जो उनकी पहुंच से बाहर होते थे।

2) एक ही प्रोसेस होने से तनाव कम होगा, पैसे भी कम खर्च होंगे (उम्मीद तो यही है)।

3) मार्किंग का प्रोसेस भी मानकीकृत (स्टैण्डर्ड) होगा।

इस साल 45 केंद्रीय यूनिवर्सिटी और कुल मिलाकर 88 यूनिवर्सिटी ने CUET 2022 में छात्रों को उनके ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में एडमिशन देने के लिए भाग लिया। अगले संस्करण में, CUET के और भी बड़े होने की उम्मीद है और लगभग 100+ यूनिवर्सिटी इसमें भाग लेने जा रहे हैं।

कैसे करें CUET में बढ़िया परफॉर्म: राइट स्ट्रेटेजी

आज, मैं आपको इस एग्जाम के लिए तैयारी करने और सफल होने के 7 टिप्स दूंगा। तैयार हैं?

1) परीक्षा पैटर्न जानें: CUET की तैयारी करने से पहले, परीक्षा पैटर्न समझ लें। परीक्षा में, तीन भाग होते हैं: लैंग्वेज, जनरल एबिलिटी और डोमेन-स्पेसिफिक भाग (सबसे महत्वपूर्ण)। परीक्षा कंप्यूटर आधारित है। CUET परीक्षा पैटर्न आपको परीक्षा का विवरण जानने में मदद करता है। यह आपको हर वर्ग के आसपास एक अच्छी रणनीति बनाने में मदद करेगा।

2) पाठ्यक्रम को विभाजित करें: आपको विषयों की सूची बनाना है। डोमेन सब्जेक्ट्स का चयन सावधानी से हो। फिर अपने पर्सनल एक्सपीरियंस और वेटेज के अनुसार उन्हें मजबूत और कमजोर भागों में विभाजित करें। किसी भी भाग को समाप्त करने के बाद नोट्स बनाना और दिन के अंत में उन्हें रिवाइज करना महत्वपूर्ण है।

3) टाइम-टेबल जरूरी है: शेड्यूलिंग आसान नहीं है। हिट-एंड-ट्रायल करें। अगर ठीक से किया जाए, तो वही शानदार परिणाम दे सकती है। अपने डेली स्कूल या कॉलेज रूटीन से CUET परीक्षा की तैयारी के लिए स्पेशल स्लॉट निकालें (इस परीक्षा में कोई ऐज-लिमिट नहीं थी)। शुरुआत में यह एक से दो घंटे भी हो सकता है। एक बार बोर्ड परीक्षा समाप्त हो जाने के बाद आप अपना अधिकतर समय CUET को दे सकते हैं।

4) प्रैक्टिस, प्रैक्टिस और प्रैक्टिस: कॉन्सेप्ट्स पर काम करें और परीक्षा पैटर्न के आधार पर मॉक टेस्ट दें। ये आपको अपनी स्ट्रेंथ को समझने में मदद करेंगे, और आपको उन वीक क्षेत्रों के बारे में भी पता चलेगा जिन पर काम करना है। यहां लाभ यह है कि सीयूईटी और बोर्ड के लिए पाठ्यक्रम, दोनों एनसीईआरटी पाठ्यक्रम ही हैं। इसलिए एक की तैयारी करने से छात्रों को दोनों में फायदा मिलता है। विभिन्न प्रकार के प्रश्नों का अभ्यास करना बहुत महत्वपूर्ण है। Quantitative-Reasoning सेक्शन में अच्छे अंक प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका अभ्यास करना है। छात्रों को अपने लॉजिकल स्किल्स को विकसित करने के लिए इस भाग से रोज 40-50 प्रश्नों हल करना चाहिए।

5) लक्ष्य निर्धारित करें: यदि आप लक्ष्य निर्धारित करेंगे तो ही उसे पाने की कोशिश करेंगे। सकारात्मक रहना और खुद पर विश्वास करना महत्वपूर्ण है। कभी-कभी इस एग्जाम की तैयारी आपके प्रेरणा स्तर को कम कर सकती है और आपको बोरियत महसूस करा सकती है लेकिन अपना मनोबल बनाए रखें। शांत और आत्मविश्वासी रहें। तनावमुक्त रहने के लिए ध्यान लगाएं और परीक्षा के दिन अपना सर्वश्रेष्ठ दें। बोर्ड परीक्षा और CUET का अत्यधिक दबाव कठिन हो सकता है, जो एक उम्मीदवार की भावना को कम कर सकता है। इस प्रकार, उचित आराम करना और एक अध्ययन योजना तैयार करना बहुत महत्वपूर्ण है जैसे कि नियमित अंतराल पर ब्रेक हो।

6) नोट्स बनाएं: प्रत्येक विषय पर व्यक्तिगत नोट्स बनाकर किसी भी परीक्षा की तैयारी आसान साबित हो सकती है। छात्र इन विषयों को कठिन और आसान वर्गों के आधार पर अलग भी कर सकते हैं। कॉन्सेप्ट्स को यथासंभव सर्वोत्तम तरीके से याद रखने में नोट्स बनाना फायदेमंद होता है। साथ ही, पढ़ी गई चीजों को लिखने की प्रक्रिया में तैयारी मजबूत होती है।

7) कॉलेजों की लिस्ट: अपनी तैयारी शुरू करने से पहले, छात्रों को CUET कॉलेजों या कोर्सेस की लिस्ट बनानी होगी। फिर, पिछले वर्ष की कट-ऑफ और विशेष कॉलेज की काउंसलिंग की स्थिति को समझना चाहिए। इससे आपको किसी विशेष कॉलेज में वांछित कोर्स में प्रवेश पाने के लिए परीक्षा में प्राप्त होने वाले अंकों के बारे में एक विचार प्राप्त करने में मदद मिलेगी।