टिकटॉक स्टार भाजपा नेता सोनाली फोगाट के मर्डर में ‘चिट्ठी बम’ फूटा है। सोनाली के परिवार के पास 2 गुमनाम चिटि्ठयां पहुंची हैं। जिनमें सोनाली के कत्ल की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया गया है। इसमें दावा किया गया कि राजनीतिक करियर बचाने के लिए PA सुधीर सांगवान को 10 करोड़ देकर सोनाली का मर्डर कराया गया।
गुमनाम चिट्ठी भेजने वाले ने दावा किया कि सोनाली का PA सुधीर तो सिर्फ मोहरा है। वह पैसे के लालच में बहक गया था। सोनाली के जीजा अमन पूनिया का कहना है कि पहली चिट्ठी के बारे में हमने सीबीआई को सूचित किया था। उन्होंने कहा कि वे इसे अपने पास रखें, हम आएंगे तो आपसे ले लेंगे। गुरुवार को ऐसी ही दूसरी चिट्ठी भी आ गई।
चिटि्ठयों में हिसार, फतेहाबाद और टोहाना के नेताओं के नाम
यह गुमनाम चिटि्ठयां सोनाली फोगाट के परिवार और पुलिस को भेजी गई हैं। इनमें हिसार, फतेहाबाद और टोहाना के नेताओं के नाम लिखे हुए हैं। यह नेता एक ही पार्टी से जुड़े हुए हैं। चिटि्ठयों में कहा गया है कि सोनाली से अपना राजनीतिक करियर बचाने के लिए कत्ल की पूरी साजिश रची गई। चिट्ठी भेजने वाले का दावा है कि वह सिर्फ सोनाली के परिवार को इंसाफ दिलाना चाहता है। उसे सोनाली की बेटी यशोधरा को लेकर बड़ा दुख हुआ है। हालांकि चिट्ठी भेजने वाले अपना नाम या पता नहीं लिखा है।
चिटि्ठयों की टाइमिंग पर सवाल
सोनाली फोगाट मर्डर केस से जुड़ी गुमनाम चिटि्ठयों की टाइमिंग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जल्द ही आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। जिसकी घोषणा हो चुकी है। ऐसे वक्त पर चिटि्ठयों को वायरल किया जाने में सोनाली विरोधियों को सियासत की बू आ रही है।
7 पॉइंट्स में पढ़ें सोनाली फोगाट के मर्डर की पूरी कहानी
- गोवा में इसी साल 22-23 अगस्त को सोनाली फोगाट की अचानक मौत हो गई।
- सोनाली फोगाट के परिवार ने पीए सुधीर सांगवान और सुखविंदर पर हत्या के आरोप लगाए।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सोनाली के शरीर पर चोट के निशान और ड्रग्स की ओवरडोज मिली।
- गोवा पुलिस ने सुधीर और सुखविंदर समेत 5 आरोपियों के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया।
- गोवा पुलिस जांच के लिए सोनाली के हिसार फार्म हाउस, घर और गुरुग्राम गई।
- परिवार की मांग पर केस गोवा सरकार ने केस CBI को ट्रांसफर कर दी।
- CBI की दो सदस्यीय टीम हिसार आकर सोनाली फोगाट के परिजनों से मिली। इसके बाद जांच जारी है।
- बहन को सौंपी गई सोनाली की राजनीतिक विरासत
सोनाली फोगाट की राजनीतिक विरासत अब उनकी बहन रुकेश पूनिया के पास है। कुछ दिन पहले हिसार में सर्व खाप महापंचायत हुई। जिसमें सोनाली की बेटी यशोधरा की सहमति से यह फैसला लिया गया। यशोधरा ने खुद के नाबालिग होने का हवाला देते हुए कहा कि मौसी उनकी शुभचिंतक हैं। - आदमपुर उपचुनाव लड़ेगी रुकेश
राजनीतिक विरासत मिलने के बाद सोनाली की बहन रुकेश पूनिया ने आदमपुर उपचुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि पार्टी का अभी पता नहीं लेकिन वह सोनाली की उपचुनाव लड़ने की इच्छा जरूर पूरा करेंगी। वहीं सोनाली के भाई वतन ढाका ने टिकट मिलने या न मिलने पर भाजपा में ही रहने की घोषणा की है। - 29 हजार से ज्यादा वोटों से हारी थी सोनाली
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की टिकट पर सोनाली फोगाट चुनाव में उतरी थी। कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े थे। कुलदीप बिश्नोई ने 29 हजार 471 वोट से जीत हासिल की थी। इस बार कुलदीप बिश्नोई भाजपा में आ चुके हैं। उनकी टिकट तय मानी जा रही है।