अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मारिजुआना यानी गांजा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। बाइडेन ने गुरुवार को राष्ट्र के नाम एक वीडियो संदेश में ऐलान किया है कि गांजा पीने और रखने के आरोप में देश की फेडरल जेलों में बंद सभी लोगों को रिहा किया जाएगा। राष्ट्रपति चुनाव के कैंपेन के दौरान उन्होंने इसे लेकर वादा किया था।
उन्होंने कहा कि सिर्फ गांजा पीने या रखने के आरोप में किसी को जेल में बंद करना सही नहीं है। गांजा रखने पर लोगों को जेल में डालने से कई जिंदगियां बर्बाद हुई हैं। गांजा रखने पर लगाए गए क्रिमिनल आरोपों के चलते लोगों को रोजगार, घर और पढ़ाई-लिखाई के मौके नहीं मिल पाते हैं। और जहां श्वेत और अश्वेत लोग बराबर मात्रा में गांजे का इस्तेमाल करते हैं, श्वेत लोगों के मुकाबले अश्वेत लोग इस मामले में ज्यादा गिरफ्तार किए जाते हैं और उन्हें ज्यादा सजा दी जाती है।
राष्ट्रपति बाइडेन ने इस व्यवस्था को खत्म करने के लिए तीन कदमों की घोषणा की है…
बाइडेन ने कहा कि सबसे पहले मैं सभी गांजा रखने के सभी फेडरल आरोपियों की सजा माफ करता हूं। मैंने अटर्नी जनरल को इस मामले में निर्देश दिया है कि जो लोग एलिजिबल हों उनकी सजा खत्म करने के सर्टिफिकेट जारी किए जाएं। मेरे इस एक्शन से हजारों ऐसे लोगों को मदद मिलेगी जो गांजा रखने के आरोपों के परिणाम भुगत रहे हैं।
दूसरा, मैं सभी राज्यों के गवर्नरों को भी ऐसा ही करने की सलाह दूंगा। जैसे किसी को गांजा रखने के लिए फेडरल जेल में नहीं होना चाहिए, ठीक वैसे ही किसी को लोकल या स्टेट जेल में भी नहीं होना चाहिए।
तीसरा, मैं हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज के सेक्रेटरी और अटर्नी जनरल से यह कहूंगा कि वे रिव्यू करे कि गांजा को फेडरल लॉ के तहत कैसे रखा गया है। गांजा को फेडरल कानून के कंट्रोल्ड सब्सटेंस एक्ट के शेड्यूल-1 के तहत रखा गया है। यह क्लासिफिकेशन सबसे खतरनाक सब्सटेंस के लिए हैं जिसमें हेरोइन और LSD शामिल हैं। फेंटानिल और मेथमफेटामाइन जैसे ड्रग्स भी इसे कैटेगरी से नीचे क्लासिफाई किए जाते हैं।
गांजे की अवैध खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध जारी रहेगा
बाइडेन ने यह भी कहा कि भले ही गांजा सेवन और पजेशन के फेडरल और स्टेट कानूनों में बदलाव आता है, इसे अवैध तरीके से खरीदना बेचना, इसकी मार्केटिंग करना और अंडर-ऐज बिक्री पर लगे जरूरी प्रतिबंध लगे रहने चाहिए। आखिर में बाइडेन ने कहा कि मारिजुआना को लेकर हमारी गलत अप्रोच के चलते कई जिंदगियां खराब हुई हैं, यह सही वक्त है कि हम इस गलती को सुधार लें।