भारतीय रुपया आज शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 43 पैसे गिरकर 82.32 के ऑल-टाइम लो पर आ गया। ब्लूमबर्ग के मुताबिक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को 81.89 पर बंद हुआ था। ये 27 पैसे कमजोर होकर 82.16 पर खुला। रुपए की 52 वीक रेंज 73.77-82.32 रही है।
फेड ने बढ़ाई ब्याज दरें
मैक्रोइकॉनॉमिक चिंताओं और फेड की दरों में बढ़ोतरी के बीच भारतीय रुपए में इस साल लगभग 10.7% की गिरावट आई है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने हाल ही में लगातार तीसरी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी। फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को 0.75% बढ़ाकर 3-3.25% कर दिया हैं। महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरें बढ़ाई गई हैं। अमेरिका में महंगाई 40 साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
इंपोर्ट करना महंगा
रुपए में गिरावट का मतलब है कि भारत के लिए चीजों का इंपोर्ट महंगा होना है। इसके अलावा अमेरिका में घूमना-पढ़ना भी महंगा। मान लीजिए कि जब डॉलर के मुकाबले रुपए की वैल्यू 50 थी तब अमेरिका में भारतीय छात्रों को 50 रुपए में 1 डॉलर मिल जाते थे। अब 1 डॉलर के लिए छात्रों को 82 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। इससे फीस से लेकर रहना और खाना और अन्य चीजें महंगी हो जाएंगी।