थाईलैंड में माहौल गमगीन है। यहां उत्तर-पूर्वी हिस्से के एक ‘डे केयर सेंटर’ में पिछले दिनों बच्चों की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। बच्चों के शोक में परिजन मृत शव पर दानधर्म की चीजें जैसे चावल, खिलौने और फूलों के गुलदस्ते चढ़ा रहे हैं और सामूहिक अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही हैं।
आंखोंदेखी- स्टाफ को मारा, गर्भवती और 2 साल के बच्चे को भी नहीं छोड़ा
डे केयर सेंटर में 3 साल के 11 बच्चों की क्लास पेंटिंग बनाने और लिखने में व्यस्त थी। इस बीच 6 अक्टूबर को एक पूर्व पुलिस अधिकारी पन्या कामराब ने यहां पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जिस वक्त फायरिंग शुरू हुई, तब लोकल अधिकारी जिडापा बूनसोम पास ही काम कर रहे थे। बोले- ऐसा लगा जैसे पटाखे चल रहे हों। बाद में शूटिंग का पता चला। हमलावर ने बच्चों पर गोलियां चलाईं। शूटिंग में दो साल का बच्चा और गर्भवती भी मारे गए। हमलावर दोपहर के वक्त चाइल्ड केयर सेंटर में दाखिल हुआ। तब वहां लंच चल रहा था। उसने स्टाफ पर गोलियां दागीं।
सिर्फ एक बच्ची की जान बची
स्टाफ पर गोलियां चलाने के बाद वह एक बंद कमरे में जबरदस्ती घुसा, यहां बच्चे सो रहे थे। उसने बच्चों की हत्या कर दी, लेकिन 3 साल की एमी बच निकली। वह कैसे बची यह स्पष्ट नहीं है। वह अपने दोस्तों के शवों के बगल में लिपटी मिली थी। इस घटना में 24 बच्चे सहित 36 लोगों की मौत हो चुकी है। एमी को देखने के बाद 59 वर्षीय दादा सोमसाक श्रीथोंग ने बताया कि एमी को उठने के बाद लगा कि उसके दोस्त अब भी सो रहे हैं।
दोस्त याद आते हैं, शिक्षकों की तरह बनना चाहती है एमी
एमी की मां ने बताया कि वह हर दिन स्कूल जाना चाहती है। दोस्तों की याद आती है। वह अपने शिक्षकों के जैसे बनना चाहती थी। मौत क्या होती है, इस बारे में उसे अभी समझ ही नहीं है।
इस हमले की वजह
थाइलैंड के सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (CIB) के अफसर मेजर जनरल जिरापोब पुरिडेट के मुताबिक, हमलावर खमरब हाईली एजुकेडेट और फिट था। पुलिस में अफसर बना, लेकिन चंद महीने में ही ड्रग स्मगलिंग से जुड़ गया। इंटर ऑफिस ड्रग टेस्ट में फेल होने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद वो फुल टाइम ड्रग स्मगलर बन गया। एक बार उसे गिरफ्तार भी किया गया था। वो केस अब भी कोर्ट में चल रहा है। माना जा रहा है कि नौकरी से निकाले जाने की वजह से ही खमरब ने फायरिंग की।
2020 में भी हुई थी मॉस शूटिंग
8 फरवरी 2020 को थाईलैंड के नाखों रतचासिस्मा शहर में एक सिरफिर ने यहां के मशहूर टर्मिनल 21 शॉपिंग मॉल में फायरिंग की थी। घटना में 29 लोगों की मौत हो गई थी और 58 जख्मी हुए थे। हमलावर फरार हो गया था। करीब 18 घंटे बाद घटनास्थल से 60 किलोमीटर दूर पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया था।
थाईलैंड में गन कल्चर कुछ साल में तेजी से बढ़ा है। यहां गन रखनेवालों की तादाद दक्षिण एशिया के बाकी मुल्कों की तुलना में काफी ज्यादा है। इसके साथ ही क्राइम रेट में भी इजाफा हुआ है।