हरियाणा के पानीपत जिले के उद्यमियों की आज चंडीगढ़ में CM मनोहर लाल से मीटिंग है। कमीशन ऑफ एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 30 सितंबर के बाद कोयला संचालित उद्योगों को बंद करने का आदेश दिया। तब से पानीपत के लगभग 650 उद्योग बंद हैं। पानीपत को इस आदेश के बाद लगभग 900 करोड़ रुपए का घाटा हो चुका है। निर्यातकों के अरबों रुपए के विदेशी ऑर्डर भी रुक गए हैं।
CAQM उद्यमियों को राहत देने के पक्ष में नहीं है। इसलिए पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम के उद्यमी आज चंडीगढ़ में CM मनोहर लाल से मिल रहे हैं। उनसे राहत की मांग करेंगे, हालांकि उद्यमियों को राहत मिलने की संभावना कम है, क्योंकि यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर सर्वे के बाद लिया गया है। इसमें सरकार किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं कर सकती।
मंगलवार को होने वाली मीटिंग में सरकार की ओर से उद्यमियों को जल्द PNG का कनेक्शन दिलाने में मदद का भरोसा मिल सकता है। वहीं दूसरी ओर उद्यमियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनको आदेशों में राहत नहीं मिली तो 13 अक्तूबर को पूरे NCR में आंदोलन शुरू किया जाएगा।
PNG के बर्नर तक नहीं, कैसे हों उद्योग शिफ्ट
उद्यमियों ने कहा कि उन पर बॉयलर को PNG पर शिफ्ट करने का दबाव बना रहा है। उन्हें PNG के बायलर चलाने का प्रशिक्षण नहीं दिया गया। PNG के बर्नर उपलब्ध नहीं है। भारत में बर्नर बहुत कम बनते हैं। ऐसे में कंपनी बर्नरों की पूर्ति नहीं कर पा रही है। दो-दो साल की बर्नर की वेटिंग चल रही है। इसलिए उन्हें बायलर को PNG पर शिफ्ट करने के लिए दो साल का वक्त चाहिए।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री कर चुके हाथ खड़े
30 सितंबर से पहले पानीपत इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, डायर्स एसोसिएशन व एक्सपोर्टर एसोसिएशन के पदाधिकारी राहत के लिए पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह से मिले थे। उनसे अपील की गई थी कि उन्हें कोयला चलाने की अनुमति दी जाए और PNG का कनेक्शन लेने में दो साल का वक्त दिया जाए। पर्यावरण मंत्री ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट व CAQM के आदेशों का हवाला देकर किसी प्रकार की मदद करने से इनकार कर दिया था।
आज राहत नहीं मिली तो आंदोलन तय: भीम
पानीपत डायर्स एसोसिएशन के प्रधान भीम राणा ने कहा कि CM से उन्हें PNG का कनेक्शन लेने में दो साल का वक्त देने की मांग की जाएगी। सजा व जुर्माने का प्रावधान खत्म करने को कहा जाएगा। अगर राहत नहीं मिली तो 13 अक्तूबर के बाद आंदोलन तय है और इसकी जिम्मेदार सरकार होगी।
ईंधन सस्ता, PNG पड़ेगी महंगी
भीम राणा ने कहा कि सूरत, पालनी अहमदाबाद, लुधियाना, कोसी अमृतसर में सस्ता ईंधन प्रयोग होता है। गुजरात में 5 रुपए प्रति किलोग्राम का लिग्नाइट कोयला इस्तेमाल किया जाता है। पंजाब के लुधियाना में 15 रुपए प्रति किलोग्राम का पेटकोक का इस्तेमाल होता है। PNG 58 रुपए प्रति किलोग्राम मिलेगी। ऐसे में उत्पादन लागत बढ़ेगी।