अमेरिका में 8 नवंबर को मिड टर्म चुनाव के कारण राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। इन चुनावों को 2024 के राष्ट्रपति चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की साख दांव पर है। हालांकि, इसी बीच अमेरिकी जनता का एक बड़ा वर्ग 2024 के राष्ट्रपति चुनावों में इन दोनों ही नेताओं को शीर्ष पदों पर नहीं देखना चाहता। अधिकांश अमेरिकी तीसरे विकल्प की तलाशने में हैं।
हार्वर्ड सीएपीए-हैरिस सर्वे में 67% लोगों ने कहा है कि बाइडेन को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। 33% ने उन्हें खराब राष्ट्रपति बताया। दूसरी ओर 57% लोगों का कहना है कि ट्रम्प को अगला चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। हालांकि, बाइडेन और ट्रम्प सार्वजनिक रूप से बार-बार दोबारा राष्ट्रपति बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं।
डेमोक्रेटिक नेता डीन फिलिप्स ने कहा कि अब नई पीढ़ी नेतृत्व करे। 19 डेमोक्रेटिक सीनेटरों ने नेतृत्व के इस सवाल का जवाब नहीं दिया। जबकि बाइडेन का कहना है कि मैं चुनाव लडूंगा। पार्टी भी मेरी उम्मीदवारी के पक्ष में ही फैसला करेगी। उधर, मैरीलैंड के गवर्नर लैरी होगन का कहना है कि रिपब्लिकन पार्टी के कई वोटर और अन्य अमेरिकी जनता की एक बड़ी तादाद इस जहरीली राजनीति से तंग आ चुकी है। अब वे एक नई दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं। हालांकि, ट्रम्प ने हां ही में कहा कि मैं पहले ही चुनाव लड़ने का फैसला ले चुका हूं, इसमें कोई किंतु-परंतु नहीं है।
युवा भी चाह रहे- बाइडेन और ट्रम्प दावेदारी न जताएं
एनबीसी न्यूज-जेनरेशन लैब पोल ने भी युवा वोटर्स पर एक सर्वे किया। इसमें पाया कि करीब 73% का मानना है कि बाइडेन को फिर से राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। जबकि 43% युवाओं का कहना है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को 2024 के चुनाव में दावेदारी नहीं जतानी चाहिए। सर्वे में शामिल अधिकतर युवा कॉलेज स्टूडेंट्स हैं।
बाइडेन को नापसंद करने के 3 कारण
- लोकप्रियता में कमी आई। महंगाई, कोरोना कुप्रबंधन, ईंधन के महंगे दामों का जिम्मेदार।
- डेमोक्रेट्स वोटर उदारवादी विचारधारा के हैं, जबकि बाइडेन मध्यमार्गी सोच रखते हैं।
- बाइडेन नवंबर, 2022 में 80 साल के हो जाएंगे। अब नई पीढ़ी को मौका दिया जाना चाहिए।
ट्रम्प को नापसंद करने के 3 कारण
- ध्रुवीकरण करते हैं। नस्ल और अप्रवासियों पर टिप्पणी कर समाज में विभाजन करते हैं।
- चुनाव हारने के बाद वाइट हाउस से कुछ दस्तावेज अपने साथ ले गए, ऐसा करना गलत था।
- कैपिटल हिंसा से देश की छवि बिगड़ी, अगला चुनाव भी हारे तो उनके समर्थक फिर हिंसा करेंगे।
बाइडेन-ट्रम्प नहीं तो कौन
- डेमोक्रेटिक पार्टी से वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, परिवहन सचिव मंत्री बुटेगिग या कैलीफोर्निया के गवर्नर न्यूसम दावेदार हो सकते हैं।
- रिपब्लिकन पार्टी की ओर से भारतवंशी निक्की हेली, फ्लोरिडा के गवर्नर डीसेन्टिस, पूर्व उप राष्ट्रपति माइक पेंस दावेदार हो सकते हैं।