अलीगढ़ में घनी आबादी वाले ऊपरकोट इलाके में शुक्रवार देर रात 3 मंजिला बिल्डिंग भरभराकर गिर पड़ी। बिल्डिंग गिरने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी फैल गई। आसपास के लोग रेस्क्यू में जुट गए। 4 बुलडोजर और 6 एंबुलेंस भी बुलाई गई। देर रात 3 लोगों को मलबे से निकालकर जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी है। देर रात तक रेस्क्यू जारी रहा। आसपास के लोगों का कहना था कि अभी भी गई लोगों के दबे होने की आशंका है।
जर्जर होने के कारण खाली था मकान
कोतवाली थाना क्षेत्र के ऊपरकोट इलाके में शीशे वाली मस्जिद के बगल में मुहल्ला सुनट निवासी साकिर की 3 मंजिला बिल्डिंग है। यह बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर हो चुकी थी, जिसके चलते इसमें कोई रहता नहीं था। बिल्डिंग में गोदाम बनाया हुआ था।
बिल्डिंग के नीचे दिन में फड़ लगती थी और रात में बेसहारा लोग इसके फुटपाथ पर सो जाते थे। शुक्रवार रात भी लोग यहां सो रहे थे और आसपास के लोग बिल्डिंग के नीचे खड़े होकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया और अचानक से बिल्डिंग भरभराकर गिर गई।
घटना के बाद आलाधिकारी मौके पर पहुंचे
अलीगढ़ में शनिवार को CM योगी का दौरा है। इसके चलते प्रशासन हाई अलर्ट है और अधिकारी रात में गश्त पर थे। जब उनके पास भवन गिरने की सूचना आई तो DM इंद्र विक्रम सिंह, SSP कलानिधि नैथानी, ADM सिटी विवेक चतुर्वेदी, SP सिटी कुलदीप गुनावत समेत सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पुलिस के साथ राहत टीमें, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची और मलबे के नीचे दबे हुए लोगों को बचाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया। ऊपरकोट इलाका घनी आबादी वाला मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है और देखते ही देखते इलाके में हजारों की संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए।
AMU कर्मी समेत तीन की हालत गंभीर
घायलों में सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के जमालपुर निवासी AMU कर्मी अख्तियार अहमद, जमालपुर निवासी अब्दुल्ला और देहलीगेट थाना क्षेत्र निवासी मोहम्मद नईम खान को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बनी है।
4 बुलडोजर और 6 एंबुलेंस राहत और बचाव में लगे
4 बुलडोजर को तत्काल मलबा हटाने के लिए लगाया गया। इसके साथ ही फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां और 6 एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच गई, जिससे घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया जा सके। सारी रात घटना स्थल से मलबा हटाने का काम जारी रहा
आसपास की बिल्डिंग कराई खाली, बिजली रही गुल
घटना के बाद जहां सुरक्षा कारणों से इलाके की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई। वहीं आसपास की बिल्डिंग को भी पुलिस ने खाली करा दिया। पुलिस ने जिन तीन लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया है, वह तीनों राहगीर हैं जो वहां से गुजर रहे थे। जबकि इलाके के लोगों ने बताया कि बिल्डिंग के नीचे रात में कई बेसहारा और ठेला लगाने वाले लोग सो जाते हैं। ऐसे में आशंका है कि मलबे के नीचे और लोग भी दबे हो सकते हैं।