ये 4 ऑटोबायोग्राफी पढ़ेंगे, तो मिलेगी प्रेरणा:गांधी से लेकर निकोला टेस्ला तक का जीवन प्रेरित करने वाला

जीवनी (या आत्मकथा) ही सच्चा इतिहास है।

-थॉमस कार्लाइल

करिअर फंडा में स्वागत!

प्रेरक बायोग्राफीज (जीवनी) और ऑटोबायोग्राफीज (आत्मकथा)

सॉर्टर रिसॉर्ट्स, द फ्रेंच रेवोल्यूशन, हीरो एंड हीरो वरशिप जैसी किताबों को लिखने के लिए प्रसिद्ध स्कॉटिश लेखक थॉमस कार्लाइल ने जब ये बात कही होगी तो बायोग्राफीज (जीवनी) और ऑटोबायोग्राफीज (आत्मकथा) से मिलने वाली लाइफ लर्निंग और इंस्पिरेशन ही उनके दिमाग में रही होगी।

करिअर फंडा में आज मैं आपको कुछ बहुत ही प्रेरक जीवन कथाओं के बारे में बताऊंगा, जो मेरी फेवरेट भी हैं। हम लेखकों को चाहें न चाहें, उनके विचारों से सहमत हों न हों, जीवनियां हमारे दिमाग का विस्तार कर जाती हैं।

1) सत्य के प्रति मेरा साक्षात्कार: मोहनदास करमचंद गांधी

A. सबसे पहले स्थान पर मैं जिस किताब का जिक्र करना चाहता हूं वो मेरे दिल के काफी करीब है, और मैंने इस किताब को कई बार पढ़ा है। किताब का नाम है, ‘सत्य के प्रति मेरा साक्षात्कार’ या इंग्लिश में ‘माय एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ’। यह महात्मा गांधी की जीवन कथा है जिसे उन्होंने खुद प्रारम्भ में गुजराती भाषा में लिखा। बाद में इसके कई भाषाओं में अनुवाद किए गए।

B. इसे सबसे पहले नवजीवन ट्रस्ट द्वारा 1925 -29 तक प्रकाशित किया गया। इसमें बापू के बचपन से लेकर स्वतंत्रता संग्राम के शुरुआती दिनों तक का विवरण है। मुझे यह पुस्तक बापू के ईमानदारी से लिखने, स्वयं का आकलन करते वक्त उठने वाले सवालों का विवरण और साफगोई के लिए पसंद है।

C. कोई आश्चर्य नहीं कि गांधी जी इस बात को स्वीकार करते हैं कि उनके पिता की मृत्यु के कुछ मिनट पहले वो अपनी पत्नी की याद आने पर पिता के पांव जल्दी से दबाकर अपने शयनकक्ष में चले गए थे। ऐसी कई ईमानदार स्वीकारोक्तियां किताब में है। किताब ‘मोन्या’ (गांधीजी के माता-पिता उन्हें बचपन में इसी नाम से पुकारते थे) के ‘महात्मा’ बनने की कहानी को समझने में मदद करती है।

D. यदि आप गांधियन विचारों पर आधारित और कुछ बायोग्राफीज पढ़ना चाहते हैं तो नेल्सन मंडेला की ‘ए लॉन्ग वाक टु फ्रीडम’ तथा मार्टिन लूथर किंग ‘जूनियर’ की आत्मकथा भी पढ़ सकते हैं।

2) एल डिएगो: डिएगो माराडोना

A. मेरी दूसरी पसंद फुटबॉल की दुनिया के सबसे बड़े और कंट्रोवर्शियल स्टार रहे डिएगो माराडोना की आत्मकथा ‘एल डिएगो’ है।

B. पुस्तक एल डिएगो में अर्जेंटीना में ब्यूनस आयर्स की गरीब बस्ती से एक बच्चे के फुटबॉल स्टार बनने, 1986 फीफा वर्ल्ड कप के कुप्रसिद्ध ‘हैंड ऑफ गॉड’, उनके ग्लैमर और चकाचौंध की दुनिया में खो जाने और फाइनली ड्रग टेस्ट में पॉजिटिव आने तक सारी कहानी ईमानदारी से बताई गई है।

C. मुझे यह पुस्तक जीवन में संतुलन बनाए रखने की सीख देती है।

4) माय इन्वेंशंस: निकोला टेस्ला

A. आज की अगली और अंतिम किताब मेरे फेवरेट वैज्ञानिक निकोला टेस्ला के जीवन पर आधारित है। किताब का नाम है ‘माय इन्वेंशंस

B. इसे खुद निकोला टेस्ला द्वारा लिखा गया है और बेन जॉनसन द्वारा संकलित और संपादित किया गया है। पुस्तक में निकोला टेस्ला के काम का विवरण दिया गया है। सामग्री काफी हद तक लेखों की एक सीरीज से तैयार की गई है, जिसे निकोला टेस्ला ने 1919 में एक मैगजीन के लिए लिखा था, जब वह 63 वर्ष के थे।

C. टेस्ला की पर्सनल लाइफ को उनके जीवन की विभिन्न अवधियों को कवर करने वाले छह अध्यायों में विभाजित किया गया है: माय अर्ली लाइफ, माय फर्स्ट एफर्ट्स एट इन्वेंशन, माय लेटर एंडेवर्स, द डिस्कवरी ऑफ द रोटेटिंग मैग्नेटिक फील्ड, द डिस्कवरी ऑफ द टेस्ला कॉइल एंड ट्रांसफॉर्मर, द मैग्निफाइंग ट्रांसमीटर, और द आर्ट ऑफ टेलीऑटोमैटिक्स।

D. निकोला टेस्ला के जीवन से मुझे ये सीख मिलती है की दूसरे क्या कर रहे हैं, इस पर ध्यान न दें; सीखना और पढ़ना कभी बंद न करें; और पैसा सब कुछ नहीं होता।

उम्मीद करता हूं ऊपर दिए गए जीवन परिचयों का अध्ययन आप में वैल्यू ऐड करेगा।