गाजियाबाद गैंगरेप में 5 प्वाइंट्स पर पुलिस जांच:GTB हॉस्पिटल पहुंच रही NCW टीम, प्राइवेट पार्ट में निकला छह इंच का U शेप तार

गाजियाबाद में गैंगरेप की शिकार 36 वर्षीय नर्स का दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (GTB) हॉस्पिटल में इलाज जारी है। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा है कि उनकी फैक्ट फाइंडिंग टीम पीड़िता से मिलने के लिए GTB हॉस्पिटल गई है। ये टीम गाजियाबाद पुलिस के अधिकारियों से भी मुलाकात करेगी। NCW चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने उत्तर प्रदेश के DGP को प्राथमिकी दर्ज करने और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के लिए पत्र लिखा है।

प्राइवेट पार्ट में रॉड नहीं, टंग क्लीनर जैसा तार था
हॉस्पिटल प्रवक्ता रजत जांबा के अनुसार, ‘सेक्सुअल असॉल्ट किया गया है। अभी वो स्टेबल है। उसको बाहरी चोटें हैं, पर हमें अंदरूनी चोटों का अभी पता नहीं चल सका है। प्राइवेट पार्ट से मिली वस्तु को जांच के लिए इनवेस्टिगेशन ऑफिसर (आईओ) को भेजा है। वो क्या है, ये आईओ ही बता पाएंगे।’ इस पर गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि वो वस्तु रॉड नहीं, बल्कि करीब छह इंच लंबा लोहे का तार था, जो यू शेप में है। यह तार टंग क्लीनर जैसा है।

ऑडियो में पीड़िता बोली- केस वापस न लेने पर मुझे मारने की धमकी दे रहे थे आरोपी
इस बीच पीड़िता के भाई ने ‘दैनिक भास्कर’ को एक ऑडियो मुहैया कराई है। इस ऑडियो में पीड़िता नर्स अपने एक परिचित व्यक्ति से बातचीत कर रही है और पूरा घटनाक्रम बता रही है। ऑडियो में पीड़िता ने पांच लोगों के नाम लिए हैं। वो ये भी कह रही है कि इनसे मेरा प्रॉपर्टी का विवाद चल रहा है। मैंने इन लोगों के खिलाफ कड़कड़डूमा कोर्ट में केस किया हुआ है। ये आरोपी मुझ पर केस वापसी का दबाव बना रहे थे। चार-पांच दिन पहले भी मुझे मारने की धमकी दी गई थी। ऑडियो में पीड़िता ने दोहराया है कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई थी।
18 अक्टूबर की सुबह साढ़े 3 बजे गाजियाबाद की नंदग्राम थाना पुलिस को आश्रम रोड पर यह महिला सड़क किनारे पड़ी मिली। हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे। शरीर का नीचे का आधा हिस्सा सफेद रंग के प्लास्टिक बोरे में बंद था। महिला को मिले 48 घंटे हो गए हैं।

  • इस दौरान पुलिस की तफ्तीश में क्या-क्या निकला, विस्तार से बताते हैं…
  • 1- मिसिंग होने की कोई पुलिस शिकायत नहीं
    पीड़िता नर्स 16 अक्टूबर की रात बर्थडे पार्टी से निकली। वो नंदग्राम के आश्रम रोड स्थित सड़क पर ऑटो के इंतजार में खड़ी थी और वहां से लापता हो गई। फैमिली को 18 अक्तूबर की सुबह उसके सड़क किनारे मिलने की सूचना आई। 52 घंटे के इतने बड़े वक्त में फैमिली के किसी भी मेंबर ने पुलिस को उसके लापता होने की न कोई सूचना दी और न लिखित शिकायत की।

    2- जहां से अगवा किया, वहीं क्यों फेंका
    पीड़िता के अनुसार, स्कॉर्पियो सवार चार युवक उसको सड़क से अगवा करके ले गए। दो दिन अज्ञात स्थान पर रखा। वहां पांच युवकों ने बारी-बारी से रेप किया और उसको वापस उसी जगह फेंककर भाग निकले। पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन निकलवाई तो वो दिल्ली की मिली है। आश्रम रोड से दिल्ली की दूरी करीब 20 किलोमीटर होगी। आरोपी अगर अगवा करेंगे तो उसी जगह क्यों फेंककर जाएंगे।

    3- प्रॉपर्टी को लेकर भी है विवाद
    पुलिस के अनुसार, पीड़िता का एक प्रॉपर्टी को लेकर नामजद आरोपियों से विवाद है। ये बात खुद पीड़िता और उसके भाई ने भी स्वीकारी है। ये प्रॉपर्टी के शाहदरा इलाके में है और कीमत करीब 53 लाख रुपए है। हालांकि पीड़िता का दावा है कि आरोपियों से वो ये प्रॉपर्टी खरीद चुकी है। रजिस्ट्री भी हो चुकी है। फिर भी आरोपी पक्ष इस पर कब्जा नहीं दे रहा। पुलिस मान रही है कि ऐसा तो नहीं कि इसी प्रॉपर्टी को लेकर ये गैंगरेप की कहानी रची गई हो।

    4- पीड़िता ने पुलिस को नहीं बताया अपना सही एड्रेस
    पीड़िता ने गाजियाबाद पुलिस को अपना एड्रेस और मोबाइल नंबर नहीं दिया। पूछताछ में उसने खुद को नंदनगरी दिल्ली निवासी बताया। गाजियाबाद पुलिस इस एड्रेस पर जांच करने पहुंची। पता चला कि इस मकान में पीड़िता नहीं, उसकी बहन रहती है। अब पीड़िता का दूसरा एड्रेस पुलिस को मिला है। पीड़िता ने पुलिस को अपना मोबाइल नंबर भी नहीं दिया।

    5- जहां नौकरी, वहीं पर इलाज
    गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि वे पीड़िता को इलाज के लिए सीधे MMG हॉस्पिटल लाए। यहां से उसको मेरठ मेडिकल के लिए रेफर कर दिया। लेकिन पीड़िता ने GTB दिल्ली ले जाने की जिद की। जबकि नियम मुताबिक, गाजियाबाद का हायर सेंटर मेरठ मेडिकल है और वहीं की रेफर स्लिप से वह दिल्ली में एडमिट होती। पता चला कि पीड़िता GTB में ही पिछले 10 से ज्यादा साल से बतौर नर्स कार्यरत है। सारा स्टाफ उसका भली-भांति परिचित है।

  • पीड़िता के भाई ने ‘भास्कर’ को उपलब्ध कराई शिकायत कॉपी

    पुलिस की तफ्तीश पर पीड़िता के भाई ने भी अपना पक्ष रखा है। उनका कहना है कि वो 16 अक्तूबर की लेट नाइट में ही थाना नंदग्राम में बहन के लापता होने की लिखित शिकायत दे चुके थे। ‘दैनिक भास्कर’ के पास इस शिकायत की कॉपी मौजूद है। शिकायत कॉपी के साथ पीड़ित परिवार ने पीड़िता का फोटो भी अटैच किया था। हालांकि नंदग्राम पुलिस इस शिकायत के प्राप्त होने अथवा नहीं होने पर चुप्पी साधे हुए है। पीड़िता के भाई का कहना है कि पुलिस जांच में सहयोग कर रही है।

    नर्स के दोस्त ने नए सिम से आरोपियों को घटना वाले दिन किए थे फोन

    पीड़िता नर्स का दोस्त आजाद है। आजाद की दुश्मनी शाहरुख नामक व्यक्ति से है। ये दोनों ही व्यक्ति विवादित प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त का काम करते हैं। गैंगरेप की FIR में शाहरुख भी नामजद है। पुलिस ने आजाद को कस्टडी में ले लिया है। बुधवार रात से उससे पूछताछ चल रही है। पुलिस को ये भी पता चला है कि युवती जब आश्रम रोड पर पड़ी मिली, तब सबसे पहले वहां आजाद पहुंचा था लेकिन पुलिस के आते ही वो भूमिगत हो गया। वो अचानक क्यों लापता हो गया, इसकी वजह तलाशी जा रही है। पुलिस जांच में ये बात सामने आई है कि आजाद ने 16 अक्तूबर को एक नया सिम खरीदा था। इस सिम से उसने एफआईआर में नामजद कई लोगों को कॉल की थी। पुलिस इस कॉल का भी मकसद जानने का प्रयास कर रही है। आजाद के खिलाफ पूर्व में कई मुकदमे दर्ज होने बताए गए हैं। पुलिस को शक है कि आजाद से पूछताछ के बाद इस केस में कुछ और सच्चाई सामने आ सकती है।

    • गैंगरेप की कहानी, पीड़िता के भाई की जुबानी…
    • 16 अक्टूबर को मेरी बहन मेरे जन्मदिन पर आई थी। खाना खाकर रात करीब 9 बजे चली गई थी। मैंने उसको आश्रम रोड पर छोड़ा था। इससे पहले हमने वहां से कुछ सामान खरीदा। वहां से उसने ऑटो पकड़ लिया था और घर के लिए रवाना हो गई थी।

      रात साढ़े 11 बजे मेरे भांजे की कॉल आई और बताया कि मम्मी घर नहीं पहुंची हैं। हमने बहन को खूब तलाशा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। 18 अक्टूबर की सुबह हमे उसके सड़क किनारे पड़े होने की सूचना मिली।

      बहन ने मुझे बताया कि स्कॉर्पियो में चार युवक आए थे और उसको अज्ञात स्थान पर ले गए। वहां उनका पांचवां साथी भी मौजूद था। मुझे उनके नाम नहीं पता, लेकिन मेरी बहन उनको जानती है। सभी ने मेरी बहन से रेप किया। डॉक्टर ने मुझे बताया है कि प्राइवेट पार्ट में इंजरी है।’

      क्या है पूरा मामला?
      दिल्ली निवासी 36 वर्षीय महिला अपने भाई के बर्थडे में 16 अक्तूबर की शाम गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके में आई थी। भाई का कहना है कि खाना खाने के बाद उसने बहन को आश्रम रोड पर ऑटो के लिए छोड़ दिया और वो चला गया।

      इसके बाद बहन लापता हो गई। 18 अक्तूबर को ये महिला नंदग्राम इलाके में ही सड़क किनारे बेहोशी अवस्था में मिली। अब वो दिल्ली के GTB हॉस्पिटल में भर्ती है। पांच युवकों पर गैंगरेप करने, प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी वस्तु डालने और हाथ-पैर बांधकर बोरी में भरकर फेंकने का आरोप है। थाना नंदग्राम पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और पांच में से चार नामजद आरोपियों को हिरासत में ले रखा है।