राजस्थान के सरकारी स्कूलों में 46,500 पदों पर टीचर्स की भर्ती को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। लेवल-2 में 6000 पदों को बढ़ाने की मांग को लेकर बेरोजगार 28 अक्टूबर को जयपुर में प्रदर्शन करेंगे। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक विरोध हो रहा है। BJP भी बेरोजगारों के समर्थन में आ गई है।
पूर्व शिक्षा मंत्री और बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी कहा, ‘कांग्रेस ने बिना तैयारी किए भर्ती प्रक्रिया की घोषणा की थी। उसकी वजह से ही आज गफलत की स्थिति पैदा हो गई है। सरकार की गलती और लापरवाही से हजारों युवाओं के सपने अधरझूल में अटक गए हैं। ऐसे में लेवल-2 के पदों को फिर से बढ़ाया जाना चाहिए। ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिल सके।’
इसी तरह बीजेपी MLA कैलाश चंद्र मीणा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख लेवल-2 के पद फिर से बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 2021 में भी लेवल-2 का पेपर रद्द हो गया था। ऐसे में इस बार लेवल-2 के अभ्यर्थियों की संख्या काफी ज्यादा है। इसलिए सरकार को लेवल-2 के पदों में कटौती नहीं करनी चाहिए। अगर सरकार ने फिर भी ऐसा किया तो हम सड़क से सदन तक इसका विरोध करेंगे।
उधर, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि कांग्रेस युवाओं को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है। एक और जहां सरकार ने लेवल-2 में 6000 पद कम कर दिए। दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में संविदा पर टीचर्स की नियुक्ति की तैयारी की जा रही है। इसे राजस्थान के युवा बेरोजगार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसे में अगर भर्ती विज्ञप्ति जारी होने से पहले सरकार ने पदों की संख्या को नहीं बढ़ाया तो हम प्रदेशभर में इसका विरोध करेंगे।
रीट परीक्षा पास कर लेवल-2 की तैयारी कर रहे अमित शर्मा ने बताया कि आधी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार ने फैसला बदला है। इससे मेरी तरह हजारों युवाओं को बड़ा झटका लगा है। हमें लेवल-1 के पद बढ़ाने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन अगर सरकार ने लेवल-2 के पद को घटाए तो युवा आने वाले चुनाव में इसका करारा जवाब देंगे।
पिछले 3 साल से टीचर भर्ती की तैयारी कर रही अरुणा मीणा ने बताया कि 2021 में भी रीट का पेपर आउट हो गया था, जिससे लाखों युवाओं की सालों की मेहनत पर पानी फिर गया। वहीं, भर्ती परीक्षा से 2 महीने पहले सरकार ने पद घटाने का फैसला किया है। यह पूरी तरह से गलत है। अगर सरकार ने हमारी मांग मानते हुए लेवल-2 के पद बढ़ाकर 31,500 नहीं किए तो राजस्थान के हर जिले में युवा इसका विरोध करेंगे।
रद्द की गई थी लेवल-2 की परीक्षा
दरअसल, 26 सितंबर 2021 को 15 हजार पदों पर आयोजित रीट लेवल-2 का पेपर आउट होने के बाद सरकार ने रद्द कर दिया था। इसके बाद CM गहलोत ने 2022 में कुल 31 हजार 500 पदों पर लेवल-2 की भर्ती निकाली। इसमें लेवल-2 के पुराने 15000 पद भी शामिल थे, लेकिन भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के ठीक पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने एक बार फिर लेवल-2 के पदों को घटा दिया। इसको लेकर अब युवाओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
टीचर भर्ती के लिए फरवरी में होगी मुख्य परीक्षा
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा अगले साल 4 और 5 फरवरी को 46,500 पदों पर होने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस जारी कर चुका है। इसके तहत लेवल-1 और लेवल-2 की परीक्षा ढाई घंटे की होगी।
परीक्षा में 300 नंबर के लिए 150 सवाल पूछे जाएंगे। गलत जवाब देने पर निगेटिव मार्किंग भी होगी। जुलाई में आयोजित की गई पात्रता परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थी ही फरवरी में आयोजित होने वाली मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
बता दें कि CM गहलोत की स्वीकृति के बाद अब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से नवंबर में 46 हजार 500 पदों के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा की विज्ञप्ति जारी होगी। इसमें आवेदन करने वाले अभ्यर्थी 4 और 5 फरवरी को भर्ती परीक्षा में शामिल होंगे। इसके बाद मार्च महीने में आंसर-की जारी की जाएगी। वहीं, सिलेक्ट हुए अभ्यर्थियों को जून तक पोस्टिंग देने की तैयारी की जा रही है।