सेप्टिक टैंक में दम घुटने से 2 की मौत:गुरुग्राम में सफाईकर्मी-टेलर को सफाई के लिए उतारा; 6 घंटे बाद निकाले गए शव

हरियाणा के गुरुग्राम में सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतरे दो लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। दोनों को गांव के ही एक शख्स ने सेप्टिक टैंक में उतारा था। इनमें एक टेलर का काम करता था और दूसरा कूड़ा-कचरा उठाता था। 6 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बड़ी मुश्किल से दोनों के शव को बाहर निकाला गया। दोनों के शव का आज पोस्टमार्टम होगा।

मिली जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम के गांव मोहम्मदपुर-झाड़सा निवासी शाहबुद्दीन टेलर का काम करता था, जबकि दलीप कूड़ा-कचरा उठाता था। आरोप है कि रविवार की शाम की गांव के ही रहने वाले भीम नाम के शख्स ने दोनों को पैसों का लालच देकर अपने घर के सेप्टिक टैंक की सफाई कराने के लिए टैंक में उतार दिया। जिसमें जहरीली गैस बनी हुई थी और दोनों के नीचे उतरने के बाद मौके पर ही मौत हो गई।

6 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
दलीप और शाहबुद्दीन के देर शाम तक घर नहीं पहुंचने के बाद परिजनों ने दोनों की तलाश शुरू की। इस बीच परिजनों को पता चला कि दोनों को सफाई के लिए सेप्टिक टैंक में उतारा गया था। सूचना के बाद प्रशासन, दमकल, पुलिस व नगर निगम की टीमें मौके पर पहुंची। दोनों के शव को बाहर निकालना आसान नहीं था, चूंकि सेप्टिक टैंक में जहरीली गैस बनी हुई थी। 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सिविल डिफेंस की टीम ने दोनों के शव को बड़ी समझदारी से बाहर निकाला और सेक्टर-10 के नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सोमवार को दोनों के शव का पोस्टमार्टम होगा।

परिजनों को आरोप जबरन मारा
हादसे में जान गंवाने वाले दलीप व शाहबुद्दीन के परिजनों ने भीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दलीप के बेटे सौरभ ने कहा कि उनके पिता कूड़ा-कचरा उठाने का काम जरूर करते थे, लेकिन सेप्टिक टैंक की सफाई नहीं करते थे। इधर टेलर शाहबुद्दीन के परिजनों ने कहा कि उनका बेटा दर्जी का काम करता था। हैरानी की बात यह है कि उसे भी सेप्टिक टैंक में उतार दिया गया। परिजनों का आरोप है कि उनकी मौत नहीं हुई, बल्कि मारा गया है।

मैनुअल सफाई पर बैन
दरअसल, गुरुग्राम नगर निगम ने सेप्टिक टैंक व सीवर की सफाई पर मेनुअल सफाई पर बैन लगाया हुआ है, क्योंकि काफी दिनों से बंद टैंक व सीवर में जहरीली गैस बन जाती है, जिसकी वजह से काफी हादसे होते रहे है। बावजूद इसके गुरुग्राम में दो लोगों को सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतार दिया गया, जबकि वह दोनों सफाई का काम भी नहीं करते थे। नगर निगम के अलावा पुलिस की टीमें पूरे मामले की जांच में जुटी है।

फरीदाबाद व बहादुरगढ़ में हो चुके हादसे
पिछले 4 माह की बात करें तो हरियाणा के बहादुरगढ़ व फरीदाबाद में इसी तरह के हादसे हो चुके है। बहादुरगढ़ में एक कंपनी के सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतरे 4 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं फरीदाबाद में भी सीवर की सफाई करते वक्त 4 लोगों की जान चली गई थी। आए दिन हो रहे हादसों के बाद भी लोगों को जबरन सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए उतारा जा रहा है।