सफल होने के लिए पर्सनालिटी में ये 3 चीजें जरूरी:ईमानदारी, कम्युनिकेशन स्किल्स और प्रेजेंटबल होना

‘अपनी सफलता को तिगुना करने का सबसे तेज तरीका व्यक्तिगत विकास में अपने निवेश को दोगुना करना है।’

– रॉबिन शर्मा

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रॉबिन शर्मा फंडा

क्या आप भी अक्सर सोचते हैं कि अपनी पर्सनैलिटी बेहतर करके मैं लाइफ में और अचीव कर सकता हूं?

कनैडियन बेस्ट सेलिंग ऑथर और लीडरशिप एक्सपर्ट रोबिन शर्मा ने बिलकुल सही कहा है। एक अच्छा व्यक्तित्व किसी भी कार्य के करने के अंदाज और क्वालिटी को बदल सकता है। अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स की बदौलत अपने कस्टमर्स से आप अच्छे रिलेशन फॉर्म कर सकते हैं। प्रेसेंटेबल होकर अधिक बिजनेस प्राप्त कर सकते हैं। अपने कार्य में नियमित होकर अच्छा ‘वर्ड ऑफ माउथ’ पाकर सेल्स बढ़ा सकते हैं। और स्टूडेंट्स हों तो जीडी (ग्रुप डिसकशंस) और इंटरव्यू क्रैक कर सकते हैं।

क्या आप नहीं चाहेंगे एक शानदार पर्सनैलिटी? तो गहरी बात समझने को तैयार रहें।

पर्सनालिटी की मूल सच्चाई

आज मैं बताऊंगा एक अच्छे व्यक्तित्व में क्या-क्या होना चाहिए, और उसे कैसे डेवेलप करें

A. पहले समझें कि पर्सनैलिटी कई प्रकार की होती हैं जैसे शर्मीला, मिलनसार, संकोची, निर्भीक इत्यादि।

B. यह किसी व्यक्ति के सोचने, महसूस करने और व्यवहार करने के विशिष्ट पैटर्न को दर्शाती है। यह हमारे आसपास के एटमॉस्फियर और अनुभवों के साथ-साथ जन्मजात स्वभाव और झुकाव के मिश्रण से प्राप्त होती है।

C. वैसे तो पर्सनैलिटी जीवन भर बदल सकती है, फिर भी किसी के मूल पर्सनैलिटी गुण बड़े होने पर भी अपेक्षाकृत वही रहेंगे यदि प्रयासपूर्वक बढ़ने न जाएं।

प्रैक्टिकल पर्सनैलिटी डेवेलप करने के 3 अचूक तरीके

प्रैक्टिकल पर्सनैलिटी से मेरा आशय है वो जो आज से बिजनेस में फायदा कराए।

मेरे अनुसार, हमें शानदार पर्सनैलिटी बनाकर, अपने वोकेशन में सफलता के लिए, अपने क्षेत्र के नॉलेज और स्किल्स में अच्छे होने के अलावा तीन और बातों की जरूरत होती है:

1. ईमानदारी

2. कम्युनिकेशन स्किल्स, और

3. प्रेजेंटेबल होना

1) ईमानदारी (Honesty): अरे अरे, आश्चर्य में न पड़ें! आज के जमाने में ईमानदारी जैसी बोरिंग बात! लेकिन दोस्त, यही है लॉन्ग-टर्म पर्सनैलिटी बिल्डिंग का सॉलिड तरीका।

A. लम्बे समय तक किसी को मूर्ख नहीं बनाया जा सकता

B. यदि आप तात्कालिक लाभ के लिए अपने कस्टमर्स से झूठे वादे करते हैं, लिए गए पैसों के बदले सही सामान और सेवाएं नहीं देते हैं, या किसी भी और तरीके में लगे हुए हैं जिसे बेईमानी की कैटेगरी में रखा जा सकता है तो आप अंततः अपना नाम मार्केट में खराब कर लेते हैं

C. हमेशा कोशिश करें आप अपने वादे पूरे करने वाले और अच्छा सामान तथा सर्विसेज देने वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाएं

D. यह किसी भी वोकेशन में सफलता की सबसे बड़ी शर्त है। छोटे फायदों को पाने के चक्कर में बड़े नुकसान ना झेले।

E. तो आपके चरित्र में और व्यक्तित्व में रोजाना की ईमानदारी ही सबसे बाद गुण होगी। इसे कभी न छोड़ें।

2) कम्युनिकेशन स्किल्स (Communication Skills): इंसान से इंसान का कनेक्ट ही कम्युनिकेशन होता है।

A. आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स में शामिल है बोलने की कला, लिखने की कला, और सुनने की कला।

B. किसी भी व्यवसाय में याद रखिए आखिर में वह पर्सनल अनुभव ही है जो कस्टमर साथ ले जाता है।

C. किसी भी भाषा में बात कर रहे हों (इंग्लिश या हिंदी या तमिल या असमी), अपना उच्चारण साफ और स्पष्ट रखें और एक-एक शब्द ढंग से बोलें।

D. अपशब्दों और नेगेटिव शब्दों का प्रयोग ना करें।

E. सही समय पर कहे गए सही शब्द जैसे थैंक्यू, वेलकम, मैं करता हूं, बिल्कुल, हो जाएगा, समझ गया, आप चिंता न करें, हैव अ नाइस जर्नी से कस्टमर के खुशनुमा अनुभव में बढ़ोतरी होती है और कस्टमर चेहरे पर एक मंद मुस्कान लिए खुश होकर आपकी दूकान/ऑफिस से बाहर जाता है।

F. किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे इम्पॉर्टेन्ट शब्द उसका नाम होता है, तो जहां तक संभव है व्यक्ति को उनका नाम लेकर पुकारें और गलत न उच्चारित करें। (भारत में शिष्टाचार में सही होने के लिए यदि आवश्यक है तो नाम के आगे ‘आप’ या ‘जी’ का प्रयोग करें)

G. भारत में सीनियर लोगो को नाम ले कर बोलने के बजाय ‘सर’, ‘ सर जी’, ‘दादा’, ‘भाई’, ‘भैय्या’, ‘मैडम’, ‘मैंम’, ‘माताजी’ ‘बहनजी’ आदि बोलने का चलन है।

3) प्रेजेंटेबल होना: आपसे मिलकर, आपको देखकर, और आपको सुनकर सामने वाले को आनंद आना चाहिए।

A. प्रेजेंटेबल होना मतलब (i) अच्छा या रुचिकर दिखना ताकि लोग आपसे बात करना पसंद करें, (ii) मीठा बोलना ताकि लोग आपसे बात करना चाहें, और (iii) कॉन्फिडेंस से उठना, बैठना, चलना या हाथ मिलाना ताकि आप पर भरोसा हो सके।

B. सबसे महत्वपूर्ण हैं व्यक्तिगत साफ-सफाई, और ठीक कपडे पहनना, भले ब्रांडेड या महंगे न हों।

C. मनुष्य को कौनसे कपडे पहने चाहिए, इसका उत्तर है, परिस्थिति अनुसार, आप जिस जगह जाने वाले हैं उस अनुसार। कपड़े आपके लिए कम्फर्टेबल और फंक्शनल होना चाहिए।

D. शरीर से बदबू न आए, सही परफ्यूम का इस्तेमाल करें, लेकिन ज्यादा नहीं।

E. इन सबसे ज्यादा प्रेजेंटेबल होने के लिए जरूरी है आपकी पर्सनैलिटी में आत्मविश्वास और चेहरे पर मुस्कान!

अंदर से प्रसन्नता

दिन की शुरुआत ध्यान, व्यायाम, स्नान और अच्छे नाश्ते से करें। जीवन में आपको जो भी मिला है उसके लिए आभारी रहें। पॉजिटिव दृष्टिकोण रखते हुए रियलिस्टिक सोच रखें। इससे आप ऊपर बताई तीन बातें कर पाएंगे।