आदमपुर उपचुनाव में जीत के लिए ‘टोटके’:कुलदीप बिश्नोई घोड़ी पर सवार हुए, भव्य ने की ऊंट की सवारी; मां ने लगाई ‘कमल मेहंदी’

आदमपुर उपचुनाव में जीत के लिए क्या पूर्व CM भजनलाल के बिश्नोई परिवार ने टोटके भी किए?, यह सवाल इसलिए क्योंकि अब कुछ वीडियो और फोटो सामने आई हैं, जिनमें कुलदीप बिश्नोई घोड़ी पर चढ़े नजर आ रहे हैं। वहीं उनके उम्मीदवार बेटे भव्य बिश्नोई ने ऊंट की सवारी की।

चुनाव प्रचार के बीच भव्य की मां रेणुका बिश्नोई ने भी चुनावी मेहंदी लगाई। उन्होंने करवा चौथ के दिन हाथ पर चुनाव निशान कमल का फूल बनाया। हालांकि भाजपा के नेता इसे समर्थकों की इच्छा बता रहे हैं। मगर, चुनाव के वक्त इस तरह के टोटके कोई नई बात नहीं हैं। अब यह फोटो-वीडियो खूब चर्चा में आने लगे हैं।

चौपाल में ऊंट मंगवा बिठाए गए भव्य बिश्नोई
चुनाव प्रचार के दौरान भव्य बिश्नोई चौधरीवास पहुंचे। यहां अचानक बिश्नोई समर्थकों ने भव्य के लिए गांव की चौपाल में ही ऊंट मंगवाया। इसकी सीट को अच्छी तरह सजाया गया। फिर भव्य सीढ़ी से ऊंट पर सवार हुए। इसके बाद भव्य को गांव की जनसभा में ले जाया गया।

कुलदीप घोड़ी पर सवार हुए
आदमपुर में मतदाताओं की कुलदीप बिश्नोई से काफी नाराजगी थी। इसकी वजह चुनाव जीतने के बाद उनका यहां के आम लोगों के संपर्क में न होना रहा। इसका डर कुलदीप बिश्नोई को सता रहा था। इसी वजह से अपनी जगह बेटे भव्य को चुनाव लड़ाने पर राजी हुए। चुनाव प्रचार के दौरान वह घोड़ी पर सवार हुए। घोड़ी का इंतजाम उनके ही समर्थकों ने किया था। इसके अलावा कुलदीप बिश्नोई को भाजपा नेताओं के साथ ट्राली में सवार होकर गांव- गांव में वोट मांगने पड़े। कई जगहों पर समर्थकों ने नेताओं को लड्‌डूओं और केलों से भी तोला गया।

मां ने लगाई थी चुनावी मेहंदी
चुनाव प्रचार के समय ही समर्थकों के साथ करवा चौथ के दिन भव्य की माता रेणुका बिश्नोई ने भाजपा महिला कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी मेहंदी लगाई। रेणुका ने अपने हाथों पर कमल का फूल वाली मेहंदी लगाई। साथ ही महिला वर्करों को करवा चौथ का सामान भी गिफ्ट किया।
आदमपुर में भव्य जीते, अंतर पिता से ज्यादा रहा
आदमपुर उपचुनाव में भव्य बिश्नोई ने 15740 मतों से जीत हासिल की। उन्हें कुल 67,376 वोट मिले। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के जयप्रकाश रहे। उन्हें 51,662 वोट मिले। AAP उम्मीदवार सतेंद्र को सिर्फ 3,413 और इनेलो के कुरडाराम को 5,241 वोट मिले। इन दोनों की जमानत तक जब्त हो गई। इस सीट पर कुल 22 उम्मीदवार थे, जिनमें BJP और कांग्रेस को छोड़ कोई जमानत नहीं बचा सका।
वहीं भव्य की जीत पिता कुलदीप बिश्नोई से बड़ी रही। 1998 के उपचुनाव में कुलदीप बिश्नोई 13,487​ मतों से जीते थे। हालांकि मां रेणुका की जीत भव्य से बड़ी है। वह 2011 उपचुनाव में 25249 वोट से जीती थीं। हरियाणा बनने के बाद यह चौथा उपचुनाव है और सभी उपचुनाव में भी भजनलाल परिवार विजयी रहा है।​​​​​​