क्रॉसिंग रिपब्लिक एरिया की पंचशील वेलिंग्टन सोसाइटी के सैकड़ों रेजिडेंट्स बुधवार रात सड़क पर उतर आए। उन्होंने सोसाइटी के बाहर सड़क जाम कर दी। करीब 6 घंटे से ज्यादा तक धरना-प्रदर्शन किया। वे सोसाइटी में स्ट्रीट डॉग्स के अटैक से परेशान थे।
मांग थी कि स्ट्रीट डॉग्स से उन्हें निजात दिलाई जाए। सोसाइटी में रहने वाले पेट लवर्स पर कठोर एक्शन लिया जाए। वो पूछ रहे थे कि क्या सोसाइटी भी सुरक्षित नहीं रहेंगी। चूंकि मामला पुलिस के स्तर का नहीं था, इसलिए आधी रात तक हंगामा चलता रहा।
लोग क्यों भड़के, पहले ये समझिए…
सोसाइटी के टॉवर-1 में पांचवें फ्लोर पर अभिषेक परिवार सहित रहते हैं। उनकी पत्नी अपने बेटे अथर्व के साथ मंगलवार रात कंपाउंड में घूम रही थीं। इस दौरान वो गलती से लिफ्ट में चला गया और लिफ्ट बेसमेंट में पहुंच गई। गेट पर ही कई आवारा कुत्ते खड़े थे। उन्होंने अथर्व पर हमला बोल दिया। चीख पुकार सुनकर कार पार्क करने आए कई रेजिडेंट्स वहां पहुंचे और बच्चे को छुड़ाया। दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में बच्चे का इलाज चल रहा है। इसी घटना के तुरंत बाद आवारा कुत्तों ने कीर्ति मिश्रा नामक महिला पर हमला करके उन्हें भी चोटिल कर दिया।
लोग बोले- आवारा कुत्तों से निजात दिलाओ
आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक के खिलाफ सोसाइटी के रेजिडेंट्स मंगलवार शाम 4 बजे आंदोलन पर उतर आए। उन्होंने सोसाइटी के बाहर से निकल रही रोड जाम कर दी और धरने पर बैठ गए। लोगों ने कहा कि जब तक आवारा कुत्तों के खिलाफ प्रशासन संज्ञान नहीं लेगा, तब तक हम यहीं खड़े रहेंगे। रेजिडेंट्स में इस बात को लेकर भी नाराजगी थी कि यदि कुछ लोग स्ट्रीट डॉग का विरोध करते हैं तो पेट लवर्स उनके पक्ष में आ जाते हैं और पुलिस में शिकायत तक दर्ज करा देते हैं। इसलिए रेजिडेंट्स की मांग थी कि पेट लवर्स पर भी एक्शन हो।
पुलिस ने नगर निगम जाने को कहकर लौटाया
कई घंटे प्रदर्शन के बाद रेजिडेंट्स नजदीकि पुलिस चौकी पर पहुंचे। यहां उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला और नगर निगम चले जाने की बात कही। इसके बाद रेजिडेंट्स पुन: सोसाइटी के बाहर लौट आए और प्रदर्शन करने लगे। ये प्रदर्शन रात 12 बजे तक भी जारी था। पुलिस मौके पर मौजूद थी। लेकिन लोगों का कहना था कि नगर निगम या प्रशासन के अधिकारी यहां पर आकर उन्हें संतोषजनक जवाब दें, ताकि आवारा कुत्तों से निजात मिल सके। रेजिडेंट्स का कहना था कि गुरुवार को दिन निकलते ही वे फिर प्रोटेस्ट करेंगे और जिम्मेदार अधिकारियों से मिलेंगे।