नोएडा की इंश्योरेंस कंपनी में काम करने वाली लड़की शीतल को तीसरी मंजिल से फेंककर मार दिया गया। मर्डर केस की जांच पुलिस को हत्यारोपी गौरव की शादीशुदा जिंदगी तक लेकर पहुंची। सामने आया कि वो शीतल के साथ भले ही लिव-इन में रह रहा हो, मगर 6 महीने पहले उसकी शादी हो चुकी थी।
गौरव ने गांव में पत्नी को अपनी लव लाइफ के बारे में बता दिया था। यहीं से झगड़े की शुरुआत हुई। पिता ब्रह्मपाल ने भी गौरव को घर से भगा दिया। तब से वह दोबारा गांव नहीं गया। मगर शीतल को अपने साथ रहने के लिए परेशान करने लगा। यही वजह है कि हत्या से पहले 29 सितंबर को शीतल पुलिस तक भी पहुंची। मगर, खुद की जान नहीं बचा सकी।
- 22 साल की शीतल शर्मा होशियारपुर गांव की रहने वाली थी। वह इश्योरेंस कंपनी में नौकरी करती थी। गौरव भी इसी कंपनी में था। 5 साल तक दोनों ने साथ में नौकरी की। इस दौरान दोनों के बीच अफेयर हो गया। होशियारपुर के बाजार में ही एक बिल्डिंग में फ्लैट ले लिया। यहां दोनों लिव-इन में रहने लगे।
- 6 महीने पहले गौरव की गांव में शादी करवा दी जाती है। गौरव शीतल के साथ रहना चाहता था। इसलिए, पत्नी को शीतल के बारे में बता दिया। बीवी से झगड़े शुरू हो गए। ये बात गौरव के पिता ब्रह्मपाल तक पहुंची। उन्होंने गौरव को घर से बाहर निकाल दिया।
- इसके बाद गौरव शीतल को परेशान करने लगा। वह भी अब गौरव के साथ नहीं रहना चाहती थी। जबकि गौरव इस बात की जबदरस्ती कर रहा था कि शीतल उससे शादी करे। मंगलवार यानी 8 नवंबर को दोनों के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। गुस्साए गौरव ने शीतला को तीसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया।
- कैंपस में शीतल के नीचे गिरने के बाद लोग इकट्ठा हो गए। गौरव के नीचे उतरने पर उन्होंने पूछताछ शुरू की। गौरव ने सबसे कहा कि ये मेरी बहन है। हादसा हो गया है। अब मैं इसको अस्पताल लेकर जा रहा हूं। यह कहकर उसने कार में शीतल की बॉडी को रखा और वहां से निकल गया।
शीतल के परिवार वाले घटनास्थल पहुंचे, तब खुला मामला
पूरा मामला तब खुला, जब शीतल के परिवार वाले घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि गौरव नाम का तो कोई भाई शीतल का नहीं है। इसके बाद पुलिस ने गौरव के नंबर को सर्विलांस पर लगाया। उसकी लोकेशन मेरठ में मिली। फिर मेरठ में कंकरखेड़ा के पास एंबुलेंस में शीतल के शव के साथ उसे पकड़ लिया गया।
भाई ने कहा- शिकायत पर पुलिस ने हम पर ही बनाया था दबाव
थाना सेक्टर-49 प्रभारी यशपाल ने बताया कि नोएडा आने के बाद आरोपी पिछले करीब पांच महीने से शीतल को परेशान कर रहा था। ज्यादा परेशान होने पर शीतल ने इसकी जानकारी अपने भाई को दी। इसके बाद 29 सितंबर को शीतल ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने उसको पकड़ा और समझाकर छोड़ दिया।
भाई का आरोप है उस वक्त पुलिस ने हम पर उलटा दबाव बनाया। गौरव का 151 में चालान कर छोड़ दिया। ये भी कहा गया कि अब वह कुछ नहीं करेगा।
धक्का देने से पहले शादी करने का रखा था प्रपोजल
पुलिस पूछताछ में गौरव ने यह बात कबूली है कि शीतल को धक्का देने से पहले दोनों बात कर रहे थे। गौरव शीतल से शादी करना चाहता था। ये बात उसने शीतल से कही। शीतल इसके लिए तैयार नहीं थी। शीतल ने उसे साफ शब्दों में मना कर दिया कि वह उससे शादी नहीं करेगी। अब दोनों के रास्ते अलग हैं। इस बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी होने लगी। इसी बीच उसने शीतल को तीसरे फ्लोर से धक्का दे दिया।
एंबुलेंस चालक से बोला- बिजनौर में होगा बहन का अंतिम संस्कार
पुलिस जांच में सामने आया कि गौरव शीतल को इलाज के लिए पहले पास के एक अस्पताल लेकर गया। वहां उसने एंबुलेंस की फिर उसे दूसरे अस्पताल ले जाने लगा। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। गौरव ने एंबुलेंस चालक से कहा कि वह अपनी बहन का दाह संस्कार बिजनौर करेगा। इसलिए अब सीधे बिजनौर लेकर चलो। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे गाजियाबाद के पास कंकण खेड़ा से गिरफ्तार कर लिया।
ढाई महीने पहले ही हुई शीतल के पिता की मौत
शीतल के पिता धर्मपाल की ढाई महीने पहले बीमारी के कारण मौत हो चुकी है। शीतल का एक भाई कुनाल है। वह निजी कंपनी में नौकरी करता है। पिता की बीमारी के चलते ही उसने गौरव की हरकतों के बारे में परिजनों को ज्यादा जानकारी नहीं दी थी।
आरोपी ने कहा- आर्य समाज मंदिर में की शादी
गौरव ने पुलिस को बताया कि उसने आर्य समाज मंदिर में शीतल से शादी भी की थी। वह लिव-इन में रहते थे। लेकिन अनबन होने के बाद शीतल उसके पास से चली गई थी। हालांकि, परिजन सिर्फ ये बता रहे है कि गौरव उसे परेशान करता था। हालांकि, पुलिस इस मामले में कुछ नहीं बोल रही है। उनका कहना है ये जांच का विषय है। जल्द ही इस मामले में और भी तथ्य सामने आएंगे। बहरहाल, पोस्टमार्टम के बाद युवती का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।