ट्विटर ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, राहुल गांधी और सचिन तेंडुलकर के अलावा कई और नेताओं के हैंडल में ‘ऑफिशियल’ लेबल जोड़ दिया। हालांकि, कुछ देर बाद ही इस लेबल को हटा भी लिया गया। अब किसी भी अकाउंट के नीचे ऑफिशियल लिखा नहीं दिख रहा है।
इसके कुछ देर बाद ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने ट्वीट किया, कृपया ध्यान दें ट्विटर आने वाले महीनों में कई बेवकूफी भरे काम करेगा। कई प्रयोग किए जाएंगे। हम वही आगे रखेंगे जो काम करेगा। जो नहीं करेगा उसे बदल दिया जाएगा।
पहले समझें, ट्विटर ने ऐसा क्यों किया
कंपनी ने ब्लू टिक वाले अकाउंट और ऑफिशियल वेरिफाई अकाउंट के बीच एक अंतर पैदा करने के लिए यह फीचर शुरू किया। ट्विटर की अधिकारी एस्थर क्रॉफर्ड ने ट्वीट किया, ‘कई लोगों ने पूछा है कि वे ब्लू टिक वाले और ऑफिशियली वेरिफाई अकाउंट के बीच अंतर कैसे करेंगे। यही कारण है कि कुछ अकाउंट्स पर ऑफिशियल’ लेबल जोड़ा गया है। पहले से वेरिफाई सभी अकाउंट्स को ‘ऑफिशियल’ लेबल नहीं मिलेगा।’
क्रॉफर्ड ने बताया कि जिन अकाउंट्स को ऑफिशियल लेबल दिया जा रहा है, उनमें सरकारी अकाउंट, बिजनस पार्टनर, कमर्शियल कंपनियां, मीडिया आउटलेट और सेलिब्रिटिज शामिल हैं। इस ऑफिशियल लेबल को खरीदा नहीं जा सकता है। क्रॉफर्ड ने बताया कि न्यू ट्विटर ब्लू में आईडी वैरिफिकेशन शामिल नहीं है। यह एक पेड सब्सक्रिप्शन है।
मोदी के अलावा इन नेताओं के ट्विटर हैंडल पर भी दिखा ऑफिशियल लेबल
यह ऑफिशियल लेबल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर और कुछ अन्य मंत्रियों के ट्विटर हैंडल पर भी लेबल देखा गया। सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ियों को भी ट्विटर लेबल दिया गया।
ब्लू टिक के लिए 660 रुपए
Twitter पर ब्लू टिक यानी वैरिफाइड अकाउंट्स के लिए यूजर को हर महीने 8 डॉलर (करीब 660 रुपए) देने होंगे। यह चार्ज सभी देशों में अलग-अलग होगा। 27 अक्टूबर को Twitter खरीदने के पांच दिन बाद मंगलवार रात को एलन मस्क ने इसका ऐलान किया। उधर, ब्लू टिक पेड करने पर दुनियाभर से शिकायतें मिलने के बाद एलन मस्क ने साफ किया कि सभी शिकायतकर्ता, कृपया शिकायत करना जारी रखें, लेकिन आपको 8 डॉलर देना होगा।
सब्सक्रिप्शन मोड पर ले जाने की 3 वजहें
1. कंपनी को रोजाना 32 करोड़ का नुकसान हो रहा है। वो नए मॉडल से रेवेन्यू बढ़ाना चाहते हैं।
2. मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदा है। वो जल्द इसकी भरपाई करना चाहते हैं।
3. ट्विटर पर भारी कर्ज है। वो इसे खत्म करने के लिए एडवर्टाइजर्स पर निर्भर नहीं रहना चाहते।
- कॉस्ट कटिंग के लिए करीब आधे एम्प्लॉइज को निकाल दिया है। छंटनी के बाद मस्क ने कहा था, ‘जब कंपनी को रोजाना 40 लाख डॉलर (32.77 करोड़ रुपए) का नुकसान हो रहा है, तो हमारे पास कर्मचारियों को हटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
- मस्क ने हाल ही में कुछ देशों में 8 डॉलर में ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन लॉन्च किया है। अगर लोग इसे नहीं खरीदते हैं, तो वे अपना वेरिफाइड चेकमार्क खो देंगे। भारत में यह सब्सक्रिप्शन एक महीने के भीतर लॉन्च होगा। इसके लिए यहां करीब 200 रुपए देने पड़ सकते है।
‘ट्विटर ब्लू सर्विस’ पहली बार पिछले साल जून में लॉन्च हुई थी। सब्सक्रिप्शन सर्विस को US, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में लॉन्च किया गया था। इन देशों में ‘ट्विटर ब्लू सर्विस’ का मंथली चार्ज 4.99 डॉलर था। इस सर्विस में वैरिफिकेशन नहीं मिलता था, लेकिन मस्क ने अब इसमें ब्लू बैज को भी ऐड कर दिया है। सर्विस का चार्ज भी बढ़ाकर 8 डॉलर कर दिया है।