जयपुर ग्रेटर नगर निगम के मेयर की वोटिंग के बीच हाईकोर्ट के निर्देश ने सरकार में हलचल मचा दी है। बर्खास्त मेयर सौम्या गुर्जर की चुनाव पर रोक लगाने की याचिका पर सुनवाई करते हुए एकलपीठ के जस्टिस महेंद्र कुमार गाेयल ने सरकार को निर्देश दिए हैं कि- पूर्व मेयर के बर्खास्तगी के ऑर्डर को विड्रॉ करके नया ऑर्डर जारी करें और आधे घंटे में इस बारे में कोर्ट को सूचित करें। अन्यथा सौम्या की रिट् को अलाऊ करें।
संभावना है कि कोर्ट में अगर सरकार आदेश जारी नही करती है तो कोर्ट आज 2 बजे बाद सुनवाई में कोई बड़ा निर्णय कर सकती है। आशंका है कि आज के चुनाव की काउंटिंग पर भी रोक लगाई जा सकती है।
जयपुर ग्रेटर नगर निगम (शहरी सरकार) के मेयर चुनाव में कई भाजपा पार्षद सिर पर जय श्री राम लिखकर वोट देने पहुंचे। पार्टी की मेयर प्रत्याशी रश्मि सैनी भी कुछ इसी अंदाज में मतदान करने पहुंची। वोटिंग की शुरुआत सुबह दस बजे से हुई। सबसे पहले कांग्रेसी पार्षद वोट करने पहुंचे हैं। सुबह 11.30 बजे तक 90 वोट डाले जा चुके हैं।
हालांकि, मत देकर बाहर निकले कुछ पार्षदों ने दावा किया कि वोटिंग के दौरान स्याही नहीं लगाई जा रही है। मतदानकर्मी केवल साइन करा रहे हैं। इससे विवाद हो गया है। वहीं, जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने कहा है कि वे इस मामले पर अधिकारियों से बात करेंगे।
कांग्रेस के पार्षदों को चार-चार के बैच में वोटिंग करने भेजा जा रहा है। वहीं, भाजपा के पार्षदों को दो-दो की संख्या में मतदान करने के लिए भेजा जा रहा है। इससे पहले सुबह बाड़ेबंदी से कांग्रेस पार्षदों को एक बस में नगर निगम लाया गया। वहीं, करीब 11 बजे भाजपा पार्षदों की बस भी मतदान स्थल पहुंची।
एक हफ्ते से बाड़ेबंदी में पार्षद
क्रॉस वोटिंग के डर से करीब एक हफ्ते से भाजपा ने पार्षदों की बाड़ेबंदी चौमूं पैलेस होटल में कर रखी है। सूत्रों का कहना है कि वोटिंग के दौरान दो बसों में भरकर बीजेपी पार्षदों को पहले पार्टी मुख्यालय ले जाया गया। वहां से पार्टी पदाधिकारियों की निगरानी में नगर निगम मुख्यालय पर मतदान के लिए भेजा गया।
विधायक अशोक लाहोटी, कालीचरण सराफ, नरपत सिंह राजवी, रामलाल शर्मा, पूर्व मंत्री और विधायक रहे राजपाल सिंह शेखावत, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा अपने-अपने क्षेत्र के पार्षदों को एकजुट करने में लगे हैं। सभी ने पार्षदों से साफ कह दिया है कि यह हमारी इज्जत और प्रतिष्ठा का सवाल है।
वहीं, कांग्रेस ने भी अपने पार्षदों की बाड़ेबंदी की है। हालांकि, उनकी बाड़ेबंदी में अधिक सख्ती दिखाई नहीं दी है।
हेमा सिंघानिया बोलीं-74 का आंकड़ा छुएंगे
बीजेपी प्रत्याशी रश्मि सैनी लगातार बहुमत मिलने का दावा कर रहीं हैं। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी हेमा सिंघानिया ने बहुमत का आंकड़ा 74 छूने की बात कही है। हेमा सिंघानिया ने कहा हमारे पास कांग्रेस के 49 और 5 निर्दलीय पार्षद हैं। 54 पार्षदों के अलावा बीजेपी से असंतुष्ट पार्षद भी मुझे वोट करेंगे। बीजेपी की अंदरूनी लड़ाई का फायदा कांग्रेस को मिलेगा।
ये है नंबर गणित
जयपुर ग्रेटर नगर निगम में कुल पार्षदों की संख्या 146 है। जिसमें से बीजेपी के 85, कांग्रेस के 49 और निर्दलीय 12 पार्षद हैं। लेकिन बीजेपी के लिए चिन्ता की बात ये है कि झोटवाड़ा क्षेत्र से शील धाबाई और सुखप्रीत बंसल दावेदार थीं। दोनों को टिकट हीं मिला। धाबाई बाड़ेबंदी में भी नहीं पहुंचीं। उनके साथ रहने वाले 4 पार्षदों की क्रॉस वोटिंग का डर बीजेपी को है।
विद्याधर नगर से विधायक नरपत सिंह राजवी का 13 पार्षद विरोध करते आए हैं। काफी मान-मनुहार के बाद ये पार्षद बाड़ेबंदी में पहुंचे हैं। लेकिन 5 पार्षद अब भी पार्टी लाइन में नहीं चल रहे हैं।सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के 22 पार्षद हैं। कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी इसी विधानसभा क्षेत्र से हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी और उनके परिजनों ने पिछले दिनों बीजेपी पार्षदों के परिजनों से भी सम्पर्क साधा है। मालवीय नगर से भी रिपोर्ट है कि 2 पार्षद पार्टी लाइन पर नहीं चल रहे हैं। सुखप्रीत बंसल और शील धाबाई भी मेयर पद पर दावेदार थीं। उनकी लॉबी के कई पार्षद भीतर खाने नाराज बताए जा रहे हैं।
प्रदेशाध्यक्ष पूनिया और नेता प्रतिपक्ष कटारिया की सख्त हिदायत
इस कारण रात 8 बजे पहले प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और फिर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया को बाड़ाबंदी में पार्षदों से मिलने जाना पड़ा। दोनों ने क्रॉस वोटिंग करने या पार्टी के खिलाफ जाकर वोटिंग करने पर सख्ती बरतने और अनुशासन की कार्रवाई करने की बात कही।
चौंकाने वाली बात यह भी रही कि सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 81 से निर्दलीय पार्षद जय वशिष्ठ ने विधायक अशोक लाहोटी और जयपुर शहर बीजेपी अध्यक्ष राघव शर्मा के नेतृत्व में पार्टी जॉइन कर सभी को चौंका दिया। इस चुनाव में बीजेपी के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है। क्योंकि पार्टी के विधायक नहीं चाहते उनके क्षेत्र का कोई भी पार्षद क्रॉस वोट करे।
4 घंटे रहेगा वोटिंग का समय, 146 वोट डाले जाएंगे
दोनों मेयर प्रत्याशियों के दावों से अलग इस चुनाव को जीतने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 74 वोट चाहिए। इसके लिए आज सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक नगर निगम मुख्यालय में वोटिंग होगी। इसमें 146 वोटर्स (पार्षद) अपना वोट कास्ट कर मेयर को चुनेंगे। हालांकि इस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार रश्मि सैनी का जीतना लगभग तय माना जा रहा है। क्योंकि बीजेपी अपने पास 93 वोटर्स हैं। जबकि कांग्रेस के पास 53 पार्षद हैं।
बहुमत होने के बाद भी भाजपा को सबसे ज्यादा डर
इन चुनाव में भाजपा के पास भले ही बहुमत ये ज्यादा नंबर हो, लेकिन सबसे ज्यादा डर भी उसे ही सता रहा है। क्योंकि साल 2019 में जिस तरह भाजपा को मेयर के ही उपचुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था, उस घटनाक्रम को पार्टी भूली नहीं है।
इसलिए पार्टी के सभी पदाधिकारी और विधायकों ने पूरी ताकत झोंक दी है कि एक भी क्रॉस वोटिंग न हो। उधर कांग्रेस के नेता मतदान से एक दिन पहले बयान दे चुके है कि उनके पास खोने को कुछ नहीं हैं, लेकिन क्रॉस वोटिंग से उन्हें अपना कांग्रेस का मेयर बनाने की उम्मीद है। हालांकि कांग्रेस बहुमत से 21 वोट दूर है।
44 वोटों के अंतर से जीती थी सौम्या गुर्जर
आज से ठीक 2 साल पहले यानी 10 नवंबर 2020 को ही जयपुर नगर निगम ग्रेटर के मेयर पद के चुनाव हुए थे। तब भाजपा से सौम्या गुर्जर उम्मीदवार थी, जबकि कांग्रेस से दिव्या सिंह। इन चुनावों में सौम्या गुर्जर को 150 में से 97 वोट मिले थे, जबकि दिव्या सिंह को 53 वोट। इस तरह सौम्या 44 वोटों के अंतर से जीत दर्ज करते हुए नगर निगम ग्रेटर की पहली मेयर बनी थी।