लखनऊ में वायु प्रदूषण फिर से बढ़ा है। सबसे खराब स्थिति तालकटोरा और लालबाग इलाके की है। यहां हवा जहरीली हो चुकी है। यहां पर AQI 300 के पार हो चुका है। बाकी इलाकों की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तालकटोरा, ऐशबाग और नादरगंज इलाके के 35 इंडस्ट्री को नोटिस जारी किया है।
तालकटोरा और ऐशबाग के उद्योग बंद हो चुके
पिछले कुछ सालों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए शासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कड़े फैसलों लिए। मगर इसके बाद भी कोई खास सुधार नहीं आया। अक्टूबर से फरवरी तक लखनऊ में वायु प्रदूषण में की स्थिति काफी खतरनाक हो जाती है। 4 दिन पहले लखनऊ की हवा का स्तर अत्यंत खराब स्तर पर पहुंच गया था।
इसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उमेश चन्द्र शुक्ला ने तालकटोरा और ऐशबाग क्षेत्र के सभी उद्योगों को बंद करा दिया था। बोर्ड की सख्ती के बाद हालात कुछ बेहतर हो गये थे। चार दिन तक हवा सही रहने के बाद शुक्रवार से प्रदूषण फिर से बढ़ने लगा है।
प्रदूषण विभाग की टीमें लगातार कार्यवाही कर रही
शुक्रवार को लालबाग क्षेत्र का AQI 325 तक पहुंच गया। यह संख्या अत्यंत खराब श्रेणी में आती है। लालबाग और तालकटोरा के साथ ही अलीगंज क्षेत्र में भी हवा का स्तर खराब स्तर तक पहुंच गया है। हवा का स्तर अत्यंत खराब होने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड़ लखनऊ मंड़ल के क्षेत्रीय अधिकारी उमेश चन्द्र शुक्ला की अगुवाई में बोर्ड़ की टीम ने शहर के निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण में तालकटोरा क्षेत्र के निर्माणाधीन फ्लाईओवर‚ मुंशी पुलिया से खुर्रमनगर चौराहे पर बने रहे फलाई ओवर तथा गोमती नगर रेलवे स्टेशन के निर्माण में वायु प्रदूषण के मानकों का उल्लंघन पाया गया। बोर्ड प्रशासन ने सभी निर्माण एजेंसियों को सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
कृषि‚ उद्योग और वन विभाग को नोटिस
हवा खराब होने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक और जिला कृषि अधिकारी नोटिस जारी किया है। जिला उद्योग को जारी नोटिस में महाप्रबंधक को निर्देश दिया गया है कि वह औद्योगिक क्षेत्र की खराब सड़कों को सुधारे। लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र में पराली जलाये जाने की घटनाओं को रोकने के लिए जिला कृषि अधिकारी को नोटिस जारी की गयी। इसके साथ ही कुकरैल सहित अन्य वन क्षेत्र में आग जलाने से रोकने के लिए कड़े प्रबंध करने को कहा गया है।