ऑस्ट्रेलिया में चल रहे टी-20 वर्ल्ड कप के बीच इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) को नया बॉस मिल गया है। न्यूजीलैंड के क्रिकेट प्रशासक और लॉयर ग्रेगर बार्कले एक बार फिर ICC के चेयरमैन बने हैं। शनिवार को उन्हें सर्वसम्मति से चुना गया। वे लगातार दूसरी बार इस पद के लिए चुने गए हैं। वहीं, BCCI सचिव जय शाह फाइनेंशियल कमेटी के हेड बनाए गए हैं।
तवेंगवा मुकुहलानी के नाम वापस लेने के बाद इस पद की चयन प्रक्रिया निर्विरोध हो गई थी। वे अगले दो साल इस पद में रहेंगे। ऐसा माना जा रहा था कि दूसरे कार्यकाल की मांग के बिना बार्कले के पद छोड़ने की स्थिति में ICC को नया चेयरमैन मिलेगा। लेकिन, बार्कले ने अपने कार्यकाल को बढ़ने का फैसला लिया।
ऑकलैंड के कॉमर्सियल लॉयर बार्कले नवंबर 2020 में पहली बार ICC चेयरमैन बने थे। वे न्यूजीलैंड क्रिकेट के चेयरमैन भी रहे। उन्हें 2015 वनडे वर्ल्ड कप के डायरेक्टर भी बनाया गया।
ICC चेयरमैन बनने की रेस में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का नाम भी था, लेकिन BCCI चीफ के पद से हटने के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने इस के लिए नामांकन नहीं भरा था। BCCI चुनाव से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सौरव ICC चेयरमैन बन सकते हैं। अब तक चार भारतीय प्रशासक इस पद में रह चुके हैं। इनमें जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन. श्रीनिवासन और शशांक मनोहर शामिल हैं।
अब जानिए कैसे होता है ICC अध्यक्ष का चुनाव?
ICC के 16 बोर्ड सदस्य मिलकर अपना अध्यक्ष चुनते हैं। इसमें 12 टेस्ट खेलने वाले देश हैं। पहले जान लेते हैं वो देश कौन-कौन से हैं?
- भारत
- पाकिस्तान
- साउथ अफ्रीका
- बांग्लादेश
- इंग्लैंड
- ऑस्ट्रेलिया
- वेस्टइंडीज
- श्रीलंका
- जिम्बाब्वे
- न्यूजीलैंड
- अफगानिस्तान
- आयरलैंड
- इन 12 देशों के एक-एक वोट के साथ तीन सहयोगी देश मलेशिया, स्कॉटलैंड और सिंगापुर के 3 वोट होते हैं।
- 1 वोट ICC की स्वतंत्र निदेशक का होता है जो इस समय पेप्सिको की इंदिरा नुई हैं।
- इसमें से 9 या फिर 51 फीसदी वोट जिस उम्मीदवार को मिल जाता है, वह ICC का नया प्रेसिडेंट होता है।
- इससे पहले, अध्यक्ष चुनने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती थी, लेकिन हाल के प्रस्ताव में इसमें बदलाव किया गया है। बता दें कि ICC में BCCI की बेहद मजबूत स्थिति है, क्योंकि BCCI दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है।